केवल गरà¥à¤µ काफी नहीं है
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Rajeev ChoudharyDate
08-Feb-2017Category
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amitUpload Date
08-Feb-2017Download PDF
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विपदा आये तो à¤à¤• दà¥à¤¸à¤°à¥‡ का हाथ पकडकर खड़े हो जाते है. शायद यही चीजें हमें देश पर गरà¥à¤µ कराती है शायद यही
26 javwri पूरा à¤à¤¾à¤°à¤¤ "à¤à¤• देश, à¤à¤• सपना, à¤à¤• पहचान के रंग में रंगा दिख रहा था. परेड दसà¥à¤¤à¥‡ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤—ान की मनमोहक धà¥à¤¨ के साथ राजपथ से हर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ को गौरव का अहसास कराते हà¥à¤ अपने करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ की अगà¥à¤°à¤¸à¤° हो रहे थे. गौरवानà¥à¤µà¤¿à¤¤ पलो के साथ à¤à¤• समय à¤à¤¾à¤µà¥à¤• पल à¤à¥€ आया जब असम राइफलà¥à¤¸ के वीर जवान हंगपन दादा को मरणोपरांत अशोक चकà¥à¤° से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया. उनकी पतà¥à¤¨à¥€ ने जब अपने आंसू पोछे तब अचानक मेरा à¤à¥€ अनà¥à¤¤à¤¸à¥ छलक आया. मà¥à¤à¥‡ गरà¥à¤µ के साथ यह à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ à¤à¥€ हà¥à¤† कि हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ चाहें मन में लाख लालसा रखे. किनà¥à¤¤à¥ à¤à¤• दà¥à¤¸à¤°à¥‡ के सà¥à¤–-दà¥à¤ƒà¤– को कितना करीब से महसूस करते है. हिनà¥à¤¦à¥‚, मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®, सिख, इसाई देश पर कोई विपदा आये तो à¤à¤• दà¥à¤¸à¤°à¥‡ का हाथ पकडकर खड़े हो जाते है. शायद यही चीजें हमें देश पर गरà¥à¤µ कराती है शायद यही चीजें इस देश को महान बनाती है.
मन में यही अहसास लिठमें फेसबà¥à¤• पर चला गया पर मà¥à¤à¥‡ तब शरà¥à¤® आई जब किसी ने लिखा कि इस बार फलानी-फलानी रेजिमेंट का दसà¥à¤¤à¤¾ शामिल नहीं किया गया यह देखो मोदी का छल. शायद वह किसी पारà¥à¤Ÿà¥€ का कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ था. जो अपना मानसिक कचरा सोशल मीडिया के पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¤«à¤¾à¤°à¥à¤® पर फेंक रहा था. अचà¥à¤›à¤¾ जब हम लोग देश की à¤à¤•à¤¤à¤¾ पर गरà¥à¤µ करते है तो शायद तब हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठकि हम छोटी बातों में देश बाà¤à¤Ÿ लेते है
हमें गरà¥à¤µ होता है न जब पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯ मणिपà¥à¤° से à¤à¤• लड़की ओलिंपिक में पहली बार जिमà¥à¤¨à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥à¤¸ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ हासिल कर देश का नाम ऊà¤à¤šà¤¾ करती है? लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठतब मणिपà¥à¤° की ही कà¥à¤› छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं से ताजमहल देखने पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ माà¤à¤—ा जाता है.
हमे गरà¥à¤µ होता है न जब आईआईटी के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¥‹à¥žà¥‡à¤¸à¤° आलोक सागर शिकà¥à¤·à¤£ कारà¥à¤¯ छोड़कर आदिवासियों के विकास के लिठकाम करना शà¥à¤°à¥‚ कर देते है? लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठतब आईआईटी से ही निकला कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ अपनी राजनेतिक महतà¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤‚कà¥à¤·à¥€ के लिठदेश को जन सेवा के नाम पर जाति धरà¥à¤® में बाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ लग जाता है.
हमें गरà¥à¤µ होता है तब विशà¥à¤µ कप विजेता à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤¬à¤¾à¤§à¤¿à¤¤ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ टीम के कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ शेखर नाइक को पदà¥à¤®à¤¶à¥à¤°à¥€ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया जाता है? लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हजारों दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤¬à¤¾à¤§à¤¿à¤¤ लोगों को ढंग से सà¥à¤•à¥à¤² और शिकà¥à¤·à¤¾ नहीं मिल पाती
हमें गरà¥à¤µ होता है तब तमिलनाडॠके 21 साल के मरियपà¥à¤ªà¤¨ रियो पैरालंपिकà¥à¤¸ 2016 में हालात से लड़कर गोलà¥à¤¡ जीत लाता है? लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब शरीर से हषà¥à¤Ÿà¤ªà¥à¤·à¥à¤Ÿ नौजवान आरकà¥à¤·à¤£ के लिठआग लगाते है.
हमें गरà¥à¤µ होता है जब à¤à¤• गरीब पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में à¤à¤• सैफई महोतà¥à¤¸à¤µ के नाम पर करोड़ो रà¥à¤ªà¤¯à¤¾ लà¥à¤Ÿà¤¾à¤¯à¤¾ जाता है? लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठतब मीडिया से जà¥à¥œà¥‡ कà¥à¤› लोग गणतनà¥à¤¤à¥à¤° दिवस परेड का खरà¥à¤šà¤¾ जोड़ने लग जाते है.
हमें गरà¥à¤µ होता है तब देश की बेटियां ओलमà¥à¤ªà¤¿à¤• में देश के लिठपदक बटोरकर आती है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हम गूगल पर उनकी जाति तलाश करने लग जाते है.
हमें गरà¥à¤µ होता है न जब देश की मूकबधिर लड़की गीता पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ से सकà¥à¤¶à¤² वापिस लौट आती है पर हमे शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब लाखों बेटियों को परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ के नाम पर जबरन मूक रखा जाता है
हमें गरà¥à¤µ होता है जब हम पà¥à¤¤à¥‡ है कि कैसे अनेक रियासतों में बंटे देश को सरदार पटेल ने à¤à¤• सूतà¥à¤° में पिरोया था लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठतब हम राजनीति के लिठदेश को जाति धरà¥à¤® और कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में बाà¤à¤Ÿà¤¨à¥‡ बैठजाते है.
हमें गरà¥à¤µ होता जबी सीमा पर देश की रकà¥à¤·à¤¾ करते हà¥à¤ दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ से लड़ते हà¥à¤ जवान शहीद हो जाते है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हम उन सैनिको की वीरता पर ऊà¤à¤—ली उठाकर अपनी राजनीति चमकाते है
हमें गरà¥à¤µ होता है जब अरà¥à¤£à¤¾à¤šà¤² पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के नौजवान तवांग में चीन की छाती पर तिरंगा फहराते है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हम दिलà¥à¤²à¥€ में उनका चाइनीज कहकर मजाक उड़ाते है.
हमें गरà¥à¤µ होता है जब देश के अनà¥à¤¦à¤° सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं से à¤à¤°à¤ªà¥‚र कोई नई टà¥à¤°à¥‡à¤¨ चलाई जाती है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हम उस टà¥à¤°à¥‡à¤¨ से नल और शीशे उतारकर ले जाते है.
हमे गरà¥à¤µ होता है जब हम देश में कोई साफ़ सà¥à¤¥à¤°à¤¾ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पाते है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब हम कहीं साफ़ सà¥à¤¥à¤°à¥‡ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर गंदगी फैलाते है....
हमें गरà¥à¤µ होता है जब à¤à¤• नेता के मरणोपरांत अरà¥à¤¥à¥€ को कनà¥à¤§à¤¾ देने लाखों लोग जà¥à¤Ÿ जाते है लेकिन हमें शरà¥à¤® à¤à¥€ आनी चाहिठजब कोई आदिवासी अकेला अपनी मृतक पतà¥à¤¨à¥€ का शव कई किलोमीटर कंधे पर ढोकर लाता है.
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