केरल में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ जरूरी है वैदिक शंखनाद?
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Rajeev ChoudharyDate
21-Mar-2017Category
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Sandeep AryaUpload Date
22-Mar-2017Download PDF
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वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾, वैदिक तकनीक, वैदिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, वैदिक समाज, योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आदि विषयों पर शोधपूरà¥à¤£ कारà¥à¤¯ के लि
दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ केरल जो पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• सà¥à¤·à¤®à¤¾ के साथ देवताओं की à¤à¥‚मि के रूप में जाना जाता है आज वह केरल धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण की à¤à¥‚मि बन चूका है. समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ के किसी à¤à¥€ कोने में जाकर देख लीजिà¤. केरल से निकली ईसाई नन आपको ईसाई धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ करती दिख जाà¤à¤—ी. पिछले वरà¥à¤· सोशल मीडिया पर à¤à¤• खबर चली थी कि केरल के सà¥à¤•à¥‚लों में नरà¥à¤¸à¤°à¥€ कà¥à¤²à¤¾à¤¸ में पà¥à¤¾à¤¯à¤¾ जाता है कि à¤à¤• हिनà¥à¤¦à¥‚ था जो बेहद गरीब था. वो कई मनà¥à¤¦à¤¿à¤° गया लेकिन हिनà¥à¤¦à¥‚ à¤à¤—वान ने उसकी फरियाद नहीं सà¥à¤¨à¥€.फिर वो चरà¥à¤š गया तो ईसा मसीह ने उसे तà¥à¤°à¤‚त अमीर बना दिया और फिर वो ईसाई बन गया! खबर में यदि जरा à¤à¥€ सतà¥à¤¯à¤¤à¤¾ है तो सोचिये! ईसाई मिशनरीज इन छोटे छोटे बचà¥à¤šà¥‹ के मन मसà¥à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤• में कितना जहर à¤à¤° रहे हैं? हालाà¤à¤•à¤¿ केरल के अनà¥à¤¦à¤° बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के कोमल-निशà¥à¤šà¥à¤›à¤² मन में अपने धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ à¤à¤°à¤¨à¥‡ का यह खेल नया नहीं है.
फिलहाल केरल में जनसंखà¥à¤¯à¤¾ सनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ की नजर से देखें तो लगà¤à¤— 30 फीसदी ईसाई, लगà¤à¤— 30 फीसदी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® और फीसदी हिनà¥à¤¦à¥‚ हैं, बाकी के 30 फीसदी किसी धरà¥à¤® के नहीं है यानी वामपंथी है जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• आंकड़ों में हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं में जोड़ा जाता है लेकिन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जब मौका मिलता है, जिधर फायदा होता उधर खिसक जाते हैं चाहे चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में मदनी जैसो का साथ देना हो अथवा चरà¥à¤š से चनà¥à¤¦à¤¾ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करना हो. वह कोई मौका हाथ से नहीं जाने देते. समूचे à¤à¤¾à¤°à¤¤ की तरह ही समूचे केरल में à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ बिखरे हà¥à¤ और असंगठित हैं, उनके पास चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में वोट देने के अलावा और कोई विकलà¥à¤ª नहीं है, न ही नीति-निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में उनकी कोई बात सà¥à¤¨à¥€ जाती है, न ही उनकी समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं के निराकरण में! केरल में हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं की कोई “राजनैतिक और धारà¥à¤®à¤¿à¤• ताकत” नहीं है, à¤à¤• तरफ इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤¯à¤¤ तो दूसरी तरफ ईसाईयत बीच में हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ इसके बाद अगर कà¥à¤› बचता है मारà¥à¤•à¥à¤¸à¤µà¤¾à¤¦à¥€ सेकà¥à¤²à¤° हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के हितों और धारà¥à¤®à¤¿à¤• अनà¥à¤·à¥à¤ ानो पर तंज कसते दिखाई देते है. हो सकता है जलà¥à¤¦à¥€ ही कशà¥à¤®à¥€à¤° की तरह केरल à¤à¥€ उसी रासà¥à¤¤à¥‡ पर चला जाये. जहाठहिनà¥à¤¦à¥à¤“ं की कोई सà¥à¤¨à¤µà¤¾à¤ˆ नहीं होगी तो यहाठइसà¥à¤²à¤¾à¤® से जà¥à¥œà¥€ बातों पर पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ देनेवाले लोगों की बहà¥à¤¤ पूछ है. उनके बड़े-बड़े पोसà¥à¤Ÿà¤° और कटआउट सड़कों और चैराहों पर उसी तरह से लगे हà¥à¤ होते हैं जैसे फिलà¥à¤®à¥€ सितारों के लगे होते हैं. हर कà¥à¤› दिनों में धारà¥à¤®à¤¿à¤• समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ आयोजित कराठजाते हैं जिनमें अरब देशों से लौटे लोग à¤à¤¾à¤·à¤£ देते हैं. मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ के ऊंची मीनार हो या दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के अरब शैली में लिखे नाम या फिर सड़क पर चलती बà¥à¤°à¥à¤•à¤¾à¤¨à¤¶à¥€à¤‚ औरतें, माहौल किसी अरब देश जैसा लगता है.
दिलà¥à¤²à¥€ à¤à¤¨à¤¸à¥€à¤†à¤° तक सिमटी मीडिया यहाठबैठकर गधे और पिलà¥à¤²à¥‹ पर बहस करा देती है लेकिन केरल आदि पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में हिनà¥à¤¦à¥‚ आदिवासियों को ईसाई बनाने के लिठनिवेश किये रही धन राशि और खà¥à¤²à¥‡à¤†à¤® होते धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण पर मौन है. हरिदà¥à¤µà¤¾à¤° से लेकर काशी तक बड़े-बड़े आशà¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में बैठे मठाधीश अपनी à¤à¤¶à¥‹à¤†à¤°à¤¾à¤® की जिनà¥à¤¦à¤—ी में लीन है. यूठतो आरà¥à¤¯ समाज के 140 साल के इतिहास में à¤à¤• से à¤à¤• बड़े आयोजन कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® हà¥à¤ लेकिन दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में होने वाले इस दकà¥à¤·à¤¿à¤£ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ वैदिक महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ से आरà¥à¤¯ समाज à¤à¤• अनूठी गौरवगाथा लिखने जा रहा है. सरà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¤¿à¤¤ है कि आरà¥à¤¯ समाज अपने जनà¥à¤® से ही वैदिक धरà¥à¤® रूपी वृकà¥à¤· की जड़ें सींचता आया है. इसलिठअब जनजातीय समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ में शिकà¥à¤·à¤¾ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर रहा है. उस समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ में जहाठसे अनà¥à¤¯ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की मिशनरीज को धरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤°à¤£ के सबसे अधिक मौके मिलते है. मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, असम, नागालेंड समेत कई राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के बाद आरà¥à¤¯ समाज के परम अनà¥à¤—ामी महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के अननà¥à¤¯ à¤à¤•à¥à¤¤, दानवीर महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी सहायता से ‘‘महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² (MDH) वेद रिसरà¥à¤š फाउनà¥à¤¡à¥‡à¤¶à¤¨ खोला जा रहा है ताकि धारà¥à¤®à¤¿à¤• असंतà¥à¤²à¤¨ से à¤à¥‚à¤à¤¤à¥‡ केरल जैसे पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ से ईसाइयत और दारà¥à¤² हरम बनाने की साजिश को नाकाम कर वैदिक सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ देने के लिठविशà¥à¤µ à¤à¤° के लिठसतà¥à¤¯ सनातन वैदिक धरà¥à¤® की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठआचारà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ पैदा किये जा सके.
उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि केरल में इस वेद रिसरà¥à¤š संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में वेदों को उनकी यथारà¥à¤¥à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ के अनà¥à¤°à¥‚प बिना किसी (शबà¥à¤¦) व (सà¥à¤µà¤°) की तà¥à¤°à¥à¤Ÿà¤¿ के पारमà¥à¤ªà¤°à¤¿à¤• रूप से पà¥à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ à¤à¤µà¤‚ संरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से पूरी पवितà¥à¤°à¤¤à¤¾ के साथ वेदों के संरकà¥à¤·à¤£ की इस सनातन व अनूठी पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ से संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤, मलयालम अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ आदि à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं के माधà¥à¤¯à¤® से जन-जन तक पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है. वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾, वैदिक तकनीक, वैदिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, वैदिक समाज, योग, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ आदि विषयों पर शोधपूरà¥à¤£ कारà¥à¤¯ के लिठइस संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया जा रहा है. वेद à¤à¤¾à¤°à¤¤ की धरोहर है. दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤µà¤¶ आज वैदिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨, वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾, वैदिक तकनीक आदि की उपेकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही हो रही है, जबकि विदेशों में वेद पर शोध हो रहे हैं आरà¥à¤¯ समाज के इस पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से जो नई संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और विचार लेकर यà¥à¤µà¤¾ बाहर निकलेंगे निकलेंगे निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ रूप से वही इस विशà¥à¤µ को शासित करेंगे, यह हमारा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है.
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