आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ वजीरपà¥à¤° दिलà¥à¤²à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किठजाने के लिठआरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के यशसà¥à¤µà¥€ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ नेता शà¥à¤°à¥€ धर
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Manmohan Kumar AryaDate
16-May-2017Category
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RajeevUpload Date
16-May-2017Download PDF
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30 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 2017 को आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ वजीरपà¥à¤°, जेजे कालोनी के सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ जयनà¥à¤¤à¥€ समारोह के अवसर पर शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी को सपतà¥à¤¨à¥€à¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया है। आज कà¥à¤› समय पूरà¥à¤µà¤¯à¤¹ जानकारी पाकर हमें हारà¥à¤¦à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ यह समà¥à¤®à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी आरà¥à¤¯ को तो है ही, हमें लगता है कि इसका शà¥à¤°à¥‡à¤¯ उनके ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤ पूजà¥à¤¯ पिता लाला दीपचनà¥à¤¦ आरà¥à¤¯ जी और माता बालमति आरà¥à¤¯à¤¾ जी को à¤à¥€ जाता है। इन आरà¥à¤¯ माता-पिता से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ के कारण ही शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी आरà¥à¤¯ की गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² à¤à¤œà¥à¤œà¤° में पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के आचारà¥à¤¯à¤¤à¥à¤µ में शिकà¥à¤·à¤¾ दीकà¥à¤·à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ इस शिकà¥à¤·à¤¾ के परिणाम से वह संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ बनने के साथ ऋषि दयाननà¥à¤¦ और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के समसà¥à¤¤ परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤“ं से à¤à¥€ परिचित हà¥à¤à¥¤ ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤ लाला दीपचनà¥à¤¦ जी आरà¥à¤¯ ने ऋषि दयाननà¥à¤¦ और आरà¥à¤· गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° का अति पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय कारà¥à¤¯ किया है। उनका यश अमर व अकà¥à¤·à¥à¤£ है। आपने आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ कर उसके माधà¥à¤¯à¤® से अनेक दà¥à¤°à¥à¤²à¤ à¤à¤µà¤‚ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤‚थों का लागत से à¤à¥€ कम मूलà¥à¤¯ पर à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤µ आकरà¥à¤·à¤• आकार पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ किया। आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ वरà¥à¤· 1966 में हà¥à¤ˆ थी। हम सनॠ1970 व उसके कà¥à¤› बाद ही इस टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ की मासिक पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ दयाननà¥à¤¦ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ से जà¥à¥œ गये थे। सनॠ1974 के मई महीने में दिलà¥à¤²à¥€ जाकर माता बालमति आरà¥à¤¯à¤¾ और लाला दीपचनà¥à¤¦ आरà¥à¤¯ जी से पहली बार मिले थे। पं. राजवीर शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ नà¥à¤¯à¤¾à¤¸ की पतà¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ दयाननà¥à¤¦ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ का उतà¥à¤¤à¤® समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ करते थे। उनके लेख पà¥à¤•à¤° पाठक उनकी ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ के समà¥à¤®à¥à¤– नतमसà¥à¤¤à¤• हो जाते थे। आपने आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ को नये नये विषयों के महतà¥à¤µà¤ªà¤µà¥‚रà¥à¤£ विशेषांक देकर आरà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ को समृदà¥à¤§ किया है। वैदिक मनोविजà¥à¤žà¤¾à¤¨, जीवातà¥à¤® जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿, विषय सूची, सृषà¥à¤Ÿà¤¿ संवतॠतथा वेदारà¥à¤¥ समीकà¥à¤·à¤¾ विशेषांक और à¤à¤¸à¥‡ अनेक महतà¥à¤µà¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ व शोध पूरà¥à¤£ विशेषांक वा गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ आपकी लेखनी से निःसृत होकर आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤ हैं। अब हम इनके नये संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤•à¥à¤·à¤¾ कर रहे हैं जब कि किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤• व आरà¥à¤¯ नेताओं की इन पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पड़े और इनका कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ हो।
शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤¯ जी आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ के यशसà¥à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ हैं। समय समय पर इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ से आरà¥à¤¯ जगत को अनेक नये गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का उपहार मिलता आ रहा है। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ नया बांस खारी बावरी के बिलकà¥à¤² समीप है। लाला दीपचनà¥à¤¦ आरà¥à¤¯ जी और शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤¯ जी इसी समाज से जà¥à¥œà¥‡ हैं और इसके मà¥à¤–à¥à¤¯ अधिकारी रहते आ रहे हैं। सनॠ1875 में दिलà¥à¤²à¥€ में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की शताबà¥à¤¦à¥€ मनाई गई थी। हम à¤à¥€ इस समारोह में समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हà¥à¤ थे। इस अवसर पर आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ नयाबांस की ओर पं. हरिशरण सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¾à¤²à¤‚कार जी का सामवेद à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ कर बहà¥à¤¤ अलà¥à¤ª मूलà¥à¤¯ पर वितरित किया था। मूलà¥à¤¯ समà¥à¤à¤µà¤¤à¤ƒ 16 रूपये था। हमें सà¥à¤®à¤°à¤£ है कि बहà¥à¤¤ लोगों ने यह सामवेद à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ खरीदा था। हमारे पास à¤à¥€ यह संसà¥à¤•à¤°à¤£ था जिसे बाद में हमने अपने किसी मितà¥à¤° को à¤à¥‡à¤‚ट कर दिया था। अब हमारे पास इसका नया à¤à¤µà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¤°à¤£ है। इस समय हमारी सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में आ रहा है कि आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ से ऋषि की आदà¥à¤¯ जीवनी ‘दयाननà¥à¤¦ दिगà¥à¤µà¤¿à¤œà¤¯à¤¾à¤°à¥à¤•’, यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¥à¤•à¤° व यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¥à¤•à¤° à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¾à¤¦ टीकायें, उपदेशमंजरी का विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ विषय सूची सहित à¤à¤• उपयोगी à¤à¤µà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¤°à¤£, ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¥à¤•à¤° टीका के कà¥à¤› à¤à¤¾à¤—, मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ व विशà¥à¤¦à¥à¤§ मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ के अनेक संसà¥à¤•à¤°à¤£, तीन वृहतॠखणà¥à¤¡à¥‹à¤‚ में वेदारà¥à¤¥ कलà¥à¤ªà¤¦à¥à¤°à¥à¤®, वैदिक कोष आदि अनेक महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ हà¥à¤† है। पं. लेखराम रचित ऋषि का वृहद जीवन चरितà¥à¤° आरà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में है। इसका पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ à¤à¥€ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ की ओर से होता आया है। अब यह संसà¥à¤•à¤°à¤£ समà¥à¤à¤µà¤¤à¤ƒ समापà¥à¤¤ हो गया है। हम आशा करते हैं कि शीघà¥à¤° ही इसके पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ होगी। अजमेर में आयोजित ऋषि निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤µ के अवसर पर दयाननà¥à¤¦ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¤®à¤¾à¤²à¤¾ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ सहित दीरà¥à¤˜à¤•à¤¾à¤² से सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤µà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯à¤à¥‚मिका, संसà¥à¤•à¤¾à¤° विधि, आरà¥à¤¯à¤¾à¤à¤¿à¤µà¤¿à¤¨à¤¯ व दयाननà¥à¤¦ लघॠगà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ संगà¥à¤°à¤¹ आदि गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ à¤à¥€ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ से हो चà¥à¤•à¤¾ है व कà¥à¤› का अब à¤à¥€ हो रहा है। सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¾à¤¦à¤¿à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯à¤à¥‚मिका तथा संसà¥à¤•à¤¾à¤° विधि के आरमà¥à¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ की फोटो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥€ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• रूप में टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ की गई थी जिसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ मूल गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ इन गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ में पाठपरिवरà¥à¤¤à¤¨à¥‹à¤‚ को रोकना था। इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के आधार पर अब इन गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ किया जाता है। हमें यह लिखने में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ à¤à¤µà¤‚ गौरव अनà¥à¤à¤µ होता है कि आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ ने सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का लगà¤à¤— 13 लाख की संखà¥à¤¯à¤¾ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ कर पà¥à¤£à¥à¤¯ अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ किया है और ऋषि मिशन की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय सेवा की है। यह à¤à¥€ बता दें कि à¤à¤• ओर जहां इन ऋषि गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का à¤à¤µà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ हà¥à¤† है वहीं टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ इनका मूलà¥à¤¯ à¤à¥€ बहà¥à¤¤ अलà¥à¤ª रखा गया है। इस गà¥à¤£ ने ही आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ ने आरà¥à¤¯à¤œà¤—त में अपना विशिषà¥à¤Ÿ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ बनाया है।
हमारा सौà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ है कि हमें लाला दीपचनà¥à¤¦ आरà¥à¤¯ जी व माता बालमति आरà¥à¤¯à¤¾ जी के दरà¥à¤¶à¤¨ करने व उनसे वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª का अवसर मिला है। आरà¥à¤¯à¤œà¤—त की इन महानॠहसà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¥‡à¤‚ट में हमें जो सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ मिला उसने हमारे मन पर à¤à¤• विशेष सातà¥à¤µà¤¿à¤• छाप बनाई हà¥à¤ˆ है। हमें कोई पूछे कि आदरà¥à¤¶ आरà¥à¤¯ कैसे होते हैं, तो हम इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ की ओर संकेत करेंगे। माता-पिता के गà¥à¤£à¥‹à¤‚ से परिपूरà¥à¤£ शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤¯ जी आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ सहित दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अनेक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ रूप से जà¥à¥œà¥‡ हैं। हमें सà¥à¤®à¤°à¤£ है कि जब जयपà¥à¤° में महाराज मनॠकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को उचà¥à¤š नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर से हटाने का आदेश हà¥à¤† था तो शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी ने ही सà¥à¤Ÿà¥‡ आरà¥à¤¡à¤° लिया था और मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡à¤‚ में बहस के लिठसà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही पहà¥à¤‚चते थे। à¤à¤¸à¥‡ अनेक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठआप आरà¥à¤¯à¤œà¤—त के पूजà¥à¤¯ हैं। हमें विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि आप à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में à¤à¥€ इन सà¤à¥€ कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को जारी रखेंगे। हम समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि आप जो सामाजिक व सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• जीवन में कारà¥à¤¯ कर रहे हैं उससे अचà¥à¤›à¥‡ कारà¥à¤¯ और कà¥à¤› नहीं हो सकते। आप इन कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को करते रहें। हम आपकी सफलता की कामना करते हैं। ईशà¥à¤µà¤° आपको सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ रखें। आपकी सारà¥à¤µà¤¤à¥à¤°à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ हो। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ वजीरपà¥à¤° जेजे कालोनी में हà¥à¤ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ के लिठहम आपको और आपके पूरे परिवार को पà¥à¤¨à¤ƒ पà¥à¤¨à¤ƒ हारà¥à¤¦à¤¿à¤• बधाई देते हैं। ओ३मॠशमà¥à¥¤
-मनमोहन कà¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯
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