यह धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· लड़ाई नहीं है.
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Rajeev ChoudharyDate
18-May-2017Category
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RajeevUpload Date
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आखिर à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने लोकतंतà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ अपने हितों रखरखाव कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न करें?
लमà¥à¤¬à¥‡ समय से चले आ रहे कशà¥à¤®à¥€à¤° के जिस संघरà¥à¤· को लोग कशà¥à¤®à¥€à¤° की आजादी से जोड़कर दà¥à¤·à¥à¤ªà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कर रहे थे हिजà¥à¤¬à¥à¤² मà¥à¤œà¤¾à¤¹à¤¿à¤¦à¥€à¤¨ कमांडर जाकिर मूसा की ऑडियो कà¥à¤²à¤¿à¤ª शायद उन लोगों को मà¥à¤‚ह छिपाने को मजबूर कर दिया होगा. हाल ही में हिजà¥à¤¬à¥à¤² कमांडर ने जिस तरह अपने पांच मिनट के ऑडियो कà¥à¤²à¤¿à¤ª में हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ के नेताओं को धमकी देते चेताया है कि “अगर हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ नेताओं ने चरमपंथियों की इसà¥à¤²à¤¾à¤® के ख़ातिर लड़ी जा रही लड़ाई में रोड़े अटकाने की कोशिश की तो उनके सिर लाल चौक में कलम कर दिठजांà¤.” यह लड़ाई हम इसà¥à¤²à¤¾à¤® के लिठलड़ रहे हैं. अगर हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ नेताओं को à¤à¤¸à¤¾ नहीं लग रहा है, तो हम बचपन से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ आठहैं- कि आजादी का मतलब कà¥à¤¯à¤¾, ला इलाहा इलà¥à¤²à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¹
जाकिर मूसा के बयान के बाद इसे बिलकà¥à¤² à¤à¤¸à¥€ ही लड़ाई कह सकते है जैसे लादेन लड़ रहा था, या बगदादी, या अनेकों इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• चरमपंथी संगठन लड़ रहे है. बस फरà¥à¤• इतना है उनका सà¥à¤¤à¤° बहà¥à¤¤ बड़ा है और इनका अà¤à¥€ कà¥à¤› छोटा बाकि मानसिकता समान कही जा सकती है. जिस तरह इस ऑडियो में जाकिर मूसा ने कहा है कि “अगर कशà¥à¤®à¥€à¤° की लड़ाई धारà¥à¤®à¤¿à¤• नहीं है तो फिर इतने समय से हà¥à¤°à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤ नेता मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ को कशà¥à¤®à¥€à¤° की लड़ाई के लिठइसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करते रहे हैं. फिर चरमपंथियों के जनाजों में वह कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ जाते हैं. ये लड़ाई (इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ हà¥à¤•à¤¼à¥‚मत) के लिठलड़ी जा रही है.”
शायद अब वामपंथी नेता कविता कà¥à¤°à¤·à¥à¤£à¤¨à¤¨ और वह मानवाधिकार आयोग के विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤• जो अà¤à¥€ पिछले दिनों कशà¥à¤®à¥€à¤° में इनà¥à¤Ÿà¤°à¤¨à¥‡à¤Ÿ बंद होने के कारण संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° में आंसू बहाकर इनà¥à¤Ÿà¤°à¤¨à¥‡à¤Ÿ को बंद करना à¤à¥€ मानवाधिकार पर हमला बता रहा थे वह इस ऑडियो को कई बार सà¥à¤¨à¥‡ और जवाब दे कि मातà¥à¤° कà¥à¤› लोगों के मजहबी जूनून के कारण à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने लोकतंतà¥à¤° को मजहबी मानसिकता की आग की à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€ में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¥‹à¤‚क दे? आखिर à¤à¤¾à¤°à¤¤ अपने लोकतंतà¥à¤° की रकà¥à¤·à¤¾ अपने हितों रखरखाव कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न करें? दूसरी बात आज कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ कौनसी आजादी की बात कर रहे है? वो कटà¥à¤Ÿà¤° मजहबी आजादी जिसने सीरिया, यमन, अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨, इराक आदि देश तबाह कर डाले? मूसा ने अलगावादी नेताओं के मà¥à¤‚ह पर सही तमाचा लगाया कि यह धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· लड़ाई नहीं है.
सब जानते है कि यह सिरà¥à¤« मजहबी उनà¥à¤®à¤¾à¤¦ है वरना वहां सिख, जैन बोदà¥à¤§ हिनà¥à¤¦à¥‚ ईसाई आदि समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ से तो कोई आजादी की आवाज नहीं आती कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? बà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤¨ वानी की मौत के बाद अचानक उपजी हिंसा के बाद जब पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥€ का दौर चला उसकी बखिया उधेड़ते हà¥à¤ तब à¤à¤¾à¤°à¤¤ के à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ नà¥à¤¯à¥‚ज चैनल ने वहां की हिंसा मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण यही बताया था जो आज जाकिर मूसा बता रहा है. किस तरह वहां कदम-कदम पर खड़ी की गयी मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ और मदरसों को संचालित करने वाले लोग इस हिंसा में अपनी à¤à¥‚मिका निà¤à¤¾ रहे है. लेखक विचारक तà¥à¤«à¥ˆà¤² अहमद इस पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय रखते हà¥à¤ कहते है कि कà¥à¤°à¤¾à¤¨ में à¤à¤¸à¥€ बहà¥à¤¤ सी आयतें हैं जिनका अरà¥à¤¥ अलग-अलग समà¤à¤¾à¤¯à¤¾ जाता रहा है जैसे आयत 9:14 कहती है: उनके खिलाफ लड़ो. तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥‡ हाथों से अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तबाह कर देगा और लजà¥à¤œà¤¿à¤¤ करेगा, उनके खिलाफ तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ मदद करेगा, और मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की छातियों पर मरहम लगाà¤à¤—ा.” कà¥à¤› लेखक आयत 2:256 का à¤à¥€ हवाला देते हैं जो कहती है: धरà¥à¤® में कोई मजबूरी नहीं है.” तà¥à¤«à¥ˆà¤² आगे लिखते है कि जिहादी तरà¥à¤• देते हैं कि यह आयत गैर मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर लागू होती है जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शरिया शासन के तहत रहना चाहिà¤. पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में रहने वाले à¤à¤• बरà¥à¤®à¥€ चरमपंथी मà¥à¤«à¥à¤¤à¥€ अबà¥à¤œà¤¾à¤° अजाम का सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ है कि इस आयत के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°, किसी à¤à¥€ ईसाई, यहूदी या गैर मà¥à¤¸à¤®à¤²à¤¾à¤¨ को इसà¥à¤²à¤¾à¤® कबूल करने के लिठमजबूर नहीं किया जा सकता, लेकिन उसकी दलील है कि जब मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ जंग के लिठआगे बà¥à¥‡à¤‚ तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ सबसे पहले दावा करना (यानी गैर मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को इसà¥à¤²à¤¾à¤® में आने का नà¥à¤¯à¥Œà¤¤à¤¾ देना) चाहिà¤, अगर वे इसे कबूल नहीं करते हैं तो फिर लडाई शà¥à¤°à¥‚ होनी चाहिà¤. हालांकि सब कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ इन लोगों के इस बहकावे में नहीं आते इनके बाद वहां बड़ा हिसà¥à¤¸à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ को अपना देश मानता है और आजादी को मातà¥à¤° à¤à¤• राजनीतिक ढकोसला. इसका सबसे बड़ा उदहारण यह है कि अगर वहां आजादी के नाम पर बà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤¨ वानी जैसे आतंकी जनà¥à¤® लेते है तो हमें गरà¥à¤µ है कि वहां उमर फयà¥à¤¯à¤¾à¤œ जैसे राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¥€ जनà¥à¤® लेते है.
असल में कशà¥à¤®à¥€à¤° में कोई समसà¥à¤¯à¤¾ नहीं है वहां समसà¥à¤¯à¤¾ इसà¥à¤²à¤¾à¤® के नाम पर पैदा की जाती रही है. चाहें इसमें 90 के दशक का पंडित à¤à¤—ाओ का आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ रहा हो या आतंकी बà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤¨ वानी की मौत के बाद उपजा पतà¥à¤¥à¤°à¤¬à¤¾à¤œà¥€ का दौर. मà¥à¤–à¥à¤¯ रूप से इसके हमेशा से तीन कारक उतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ हैं. कशà¥à¤®à¥€à¤° के बारे में पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का जà¥à¤¨à¥‚न, जमà¥à¤®à¥‚ कशà¥à¤®à¥€à¤° सरकार का बहà¥à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ राजनीतिक कà¥à¤ªà¥à¤°à¤¬à¤‚धन और राजà¥à¤¯ में कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• विचारधारा का उदय. शायद यह तीनों समसà¥à¤¯à¤¾ कहीं ना कहीं à¤à¤• साथ मूसा के बयान से जà¥à¤¡à¥€ नजर à¤à¥€ आती है.
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ कशà¥à¤®à¥€à¤° à¤à¥‚à¤à¤¾à¤— पर इसà¥à¤²à¤¾à¤® की आड़ लेकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के अधिकार को लगातार चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ देता आया है. à¤à¤¾à¤°à¤¤ को बांटने और कशà¥à¤®à¥€à¤° पर कबà¥à¤œà¤¾ करने के उसके रणनीतिक मकसद ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ के खिलाफ आतंकवाद को समरà¥à¤¥à¤¨ देने की उसकी नीति को जनà¥à¤® दिया है. अत: इस बात को नाकारा नहीं जा सकता कि कशà¥à¤®à¥€à¤° मामले की जड़े कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी इसà¥à¤²à¤¾à¤® में à¤à¥€ हैं आज कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ नौजवानों के बीच ‘आजादी‘ का नारा लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ होकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में संगठित कर रहा है. आतंकवादियों और अलगाववादियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सोशल मीडिया के दà¥à¤°à¥‚पयोग ने लोगों को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ उगà¥à¤° बनाया है, जिससे à¤à¤¾à¤°à¤¤ के समकà¥à¤· बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤ˆ हैं. लेकिन इस सब के बावजूद में इसे अचà¥à¤›à¥€ खबर मानता हूठकि जिस लड़ाई को वरà¥à¤·à¥‹ से राजनेता और मीडिया आजादी की लड़ाई बता रही थी जाकिर मूसा ने à¤à¤• पल में चरमपंथ का à¤à¤œà¥‡à¤‚डा सामने रखकर सबके दावे खोखले कर दिà¤.
राजीव चौधरी
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