औरंगज़ेब इतिहास की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में नायक या खलनायक
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Dr. Vivek AryaDate
27-Jun-2017Category
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HindiTotal Views
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RajeevUpload Date
27-Jun-2017Download PDF
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मà¥à¤—ल खानदान में सबसे लमà¥à¤¬à¥‡ समय तक राज औरंगज़ेब का रहा था। जितना लमà¥à¤¬à¤¾ औरंगज़ेब का राज था उतनी ही लमà¥à¤¬à¥€ उसके अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की सूची थी। à¤à¤¾à¤°à¤¤ के 1947 में सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के पशà¥à¤šà¤¾à¤¤ पाठà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤® में इतिहास के उन रकà¥à¤¤à¤°à¤‚जित पृषà¥à¤ ों को जिनमें मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर अथाह अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° किये थे सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ नहीं दिया गया। देश के नीतिकारों का मानना था कि इससे हिनà¥à¤¦à¥‚ -मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® वैमनसà¥à¤¯ फैलेगा। मेरे विचार से यह सोच अपरिपकà¥à¤µà¤¤à¤¾ की बोधक है। देशवासियों को सतà¥à¤¯ के दिगà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ करवाने से देश के नागरिकों विशेष रूप से मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को जितना सतà¥à¤¯ का बोध होगा, उतने वे अपने आपको à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ के निकट समà¤à¥‡à¤—े। जब समसà¥à¤¤ देशवासियों को चाहे हिनà¥à¤¦à¥‚ हो या मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ यह बोध होगा कि सà¤à¥€ के पूरà¥à¤µà¤œ शà¥à¤°à¥€ राम और शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जी को अराधà¥à¤¯ रूप में मानते थें। इससे धरà¥à¤® के नाम पर होने वाले विवाद अपने आप रà¥à¤• जाते। सतà¥à¤¯ की आवाज़ का गला दबाने के कारण रह रहकर यह उठती रही और इस समसà¥à¤¯à¤¾ का हल निकालने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर उसे और अधिक विकट बनता रहा। कà¥à¤› अवसरवादी लोग अपने कà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• लाà¤à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिठउनका गलत फायदा उठाते रहते हैं। à¤à¤¸à¤¾ ही अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ औरंगज़ेब को आलमगीर, जिनà¥à¤¦à¤¾ पीर और महान शासक बताने वाले लोगों ने देशवासियों के साथ किया हैं।
औरंगजेब को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¤µà¤‚ शांतिदूत सिदà¥à¤§ करने के लिठà¤à¤• छोटी सी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "इतिहास के साथ यह अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯: पà¥à¤°à¥‹ बी à¤à¤¨ पाणà¥à¤¡à¥‡à¤¯" हाल ही में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ है । पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के लेखक दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के सबसे अनà¤à¤¿à¤œà¥à¤ž पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ के समान वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करते हà¥à¤ लिखता है कि औरंगजेब ने अपने आदेशो में किसी à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिर को कà¤à¥€ तोड़ने का हà¥à¤•à¥à¤® नहीं दिया। अपितॠऔरंगज़ेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनेक हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिरों को दान देने का उलà¥à¤²à¥‡à¤– मिलता हैं। लेखक ने बनारस के विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर को दहाने के पीछे यह कारण बताया है कि औरंगजेब बंगाल जाते समय बनारस से गà¥à¤œà¤° रहा था। उसके काफिले के हिनà¥à¤¦à¥‚ राजाओं ने उससे विनती की कि अगर बनारस में à¤à¤• दिन का पड़ाव कर लिया जाये तो उनकी रानियाठबनारस में गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर में पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करना चाहती हैं। औरंगजेब ने यह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ तà¥à¤°à¤‚त सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लिया। सैनिकों की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ में रानियां गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ करने गई। उनकी रानियों ने गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ à¤à¥€ किया और मंदिर में पूजा करने à¤à¥€ गई। लेकिन à¤à¤• रानी मंदिर से वापिस नहीं लौटी। औरंगजेब ने अपने बड़े अधिकारियों को मंदिर की खोज में लगाया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देखा की दिवार में लगी हà¥à¤ˆ मूरà¥à¤¤à¤¿ के पीछे à¤à¤• खà¥à¤«à¤¿à¤¯à¤¾à¤ रासà¥à¤¤à¤¾ है और मूरà¥à¤¤à¤¿ हटाने पर यह रासà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤• तहखाने में जाता है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने तहखाने में जाकर देखा की यहाठरानी मौजूद है। जिसकी इजà¥à¤œà¤¤ लूटी गई और वह चिलà¥à¤²à¤¾ रही थी। यह तहखाना मूरà¥à¤¤à¤¿ के ठीक नीचे बना हà¥à¤† था। राजाओं ने सखà¥à¤¤ कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ की मांग की। औरंगजेब ने हà¥à¤•à¥à¤® दिया की चूà¤à¤•à¤¿ इस पावन सà¥à¤¥à¤² की अवमानना की गयी है। इसलिठविशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ की मूरà¥à¤¤à¤¿ यहाठसे हटाकर कही और रख दी जाये और मंदिर को तोड़कर दोषी महंत को सखà¥à¤¤ से सखà¥à¤¤ सजा दी जाये। यह थी विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर तोड़ने की पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि जिसे डॉकà¥à¤Ÿà¤° पटà¥à¤Ÿà¤¾à¤à¤¿ सीतारमैया ने अपनी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "Feather and the stones" में à¤à¥€ लिखा हैं। आइये लेखक के इस पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ की परीकà¥à¤·à¤¾ करे –
1. सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® तो औरंगजेब के किसी à¤à¥€ जीवन चरित में à¤à¤¸à¤¾ नहीं लिखा है कि वह अपने जीवन काल में यà¥à¤¦à¥à¤§ के लिठकà¤à¥€ बंगाल गया था।
2. औरंगजेब के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ से सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ था कि वह हिनà¥à¤¦à¥‚ राजाओं को अपने साथ रखना नापसंद करता था कà¥à¤¯à¥‚ंकि वह उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ "काफ़िर" समà¤à¤¤à¤¾ था।
3. यà¥à¤¦à¥à¤§ में लाव लशà¥à¤•à¤° को ले जाया जाता हैं ना कि सोने से लदी हà¥à¤ˆ रानियों की डोलियाठलेकर जाई जाती हैं।
4. जब रानी गंगा सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ और मंदिर में पूजा करने गयी तो उनके साथ सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की दृषà¥à¤Ÿà¥€ से कोई सैनिक थे तो फिर à¤à¤• रानी का अपहरण बिना कोलाहल के कैसे हो गया?
5. दोष विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ की मूरà¥à¤¤à¤¿ का था अथवा पाखंडी महंत का तो सजा केवल महंत को मिलनी चाहिठथी। हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं के मंदिर को तोड़कर औरंगजेब कà¥à¤¯à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं की आसà¥à¤¥à¤¾ से खिलवाड़ नहीं कर रहा था?
6. पटà¥à¤Ÿà¤¾à¤à¤¿ जी की जिस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ लेखक दे रहे है सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® तो वह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• अब अपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¯ है। दूसरे उस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में इस घटना के सनà¥à¤¦à¤°à¥à¤ में लिखा है कि इस तथà¥à¤¯ का कोई लिखित पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ आज तक नहीं मिला है। केवल लखनऊ में रहना वाले किसी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को किसी दूसरे वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ ने इसका मौखिक वरà¥à¤£à¤¨ देने के बाद। इस का पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ देने का वचन दिया था। परनà¥à¤¤à¥ उसकी असमय मृतà¥à¤¯à¥ से उसका पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ न हो सका। इस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के मौखिक वरà¥à¤£à¤¨ को पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ बताना इतिहास का मजाक बनाने के समान ही है। कूल मिला कर यह औरंगजेब को निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤· घोषित करने का à¤à¤• असफल पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ के अतिरिकà¥à¤¤ ओर कà¥à¤› नहीं है।
सतà¥à¤¯ तो इतिहास है और इतिहास का आंकलन अगर औरंगजेब के फरमानों से ही किया जाये तो निषà¥à¤ªà¤•à¤¤à¤¾ उसे ही कहेंगे। फà¥à¤°à¥‡à¤‚च इतिहासकार फà¥à¤°à¥ˆà¤‚कोइस गौटियर (Francois Gautier) ने औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ फारसी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में जारी किये गठफरमानों को पूरे विशà¥à¤µ के समकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर सà¤à¥€ छदम इतिहासकारों के मà¥à¤¹à¤ पर ताला लगा दिया। जिसमे हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को इसà¥à¤²à¤¾à¤® में दीकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करने और हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिरों को तोड़ने की सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ आजà¥à¤žà¤¾ थी। धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दीजिये औरंगजेब ने “आलमगीर” बनने की चाहत में अपनी सगे à¤à¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ की गरà¥à¤¦à¤¨ पर छà¥à¤°à¤¾ चलाने से लेकर अपने बूà¥à¥‡ बाप को जेल में डालकर पà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¾ मारा था। तो उससे हिनà¥à¤¦à¥‚ पà¥à¤°à¤œà¤¾ की सलामती की इचà¥à¤›à¤¾ रखना बेईमानी होगी।
औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिरों को तोड़ने के लिठजारी किये गठफरमानों का कचà¥à¤šà¤¾ चिटà¥à¤ ा
1. 13 अकà¥à¤¤à¥‚बर,1666- औरंगजेब ने मथà¥à¤°à¤¾ के केशव राय मंदिर से नकà¥à¤•à¤¾à¤¶à¥€à¤¦à¤¾à¤° जालियों को जोकि उसके बड़े à¤à¤¾à¤ˆ दारा शिकोह दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥‡à¤‚ट की गयी थी को तोड़ने का हà¥à¤•à¥à¤® यह कहते हà¥à¤ दिया कि किसी à¤à¥€ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ के लिठà¤à¤• मंदिर की तरफ देखने तक की मनाही है। और दारा शिको ने जो किया वह à¤à¤• मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ के लिठनाजायज है।
2. 12 सितमà¥à¤¬à¤° 1667- औरंगजेब के आदेश पर दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ कालकाजी मंदिर को तोड़ दिया गया।
3. 9 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1669 को मिरà¥à¤œà¤¾ राजा जय सिंह अमà¥à¤¬à¥‡à¤° की मौत के बाद औरंगजेब के हà¥à¤•à¥à¤® से उसके पूरे राजà¥à¤¯ में जितने à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिर थे, उनको तोड़ने का हà¥à¤•à¥à¤® दे दिया गया और किसी à¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की हिनà¥à¤¦à¥‚ पूजा पर पाबनà¥à¤¦à¥€ लगा दी गयी। जिसके बाद केशव देव राय के मंदिर को तोड़ दिया गया और उसके सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ बना दी गयी। मंदिर की मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को तोड़ कर आगरा लेकर जाया गया और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ की सीढियों में गाड़ दिया गया और मथà¥à¤°à¤¾ का नाम बदल कर इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ कर दिया गया। इसके बाद औरंगजेब ने गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में सोमनाथ मंदिर का à¤à¥€ विधà¥à¤µà¤‚श कर दिया।
4. 5 दिसमà¥à¤¬à¤° 1671 औरंगजेब के शरीया को लागॠकरने के फरमान से गोवरà¥à¤§à¤¨ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€ नाथ जी की मूरà¥à¤¤à¤¿ को पंडित लोग मेवाड़ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के सिहाद गाà¤à¤µ ले गà¤à¥¤ जहाठके राणा जी ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ दिया की औरंगजेब की इस मूरà¥à¤¤à¤¿ तक पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ से पहले à¤à¤• लाख वीर राजपूत योदà¥à¤§à¤¾à¤“ं को मरना पड़ेगा।
5. 25 मई 1679 को जोधपà¥à¤° से लूटकर लाई गयी मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बारे में औरंगजेब ने हà¥à¤•à¥à¤® दिया कि सोने-चाà¤à¤¦à¥€-हीरे से सजà¥à¤œà¤¿à¤¤ मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जिलालखाना में सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ कर दिया जाये और बाकि मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को जामा मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ की सीढियों में गाड़ दिया जाये।
6. 23 दिसमà¥à¤¬à¤° 1679 औरंगजेब के हà¥à¤•à¥à¤® से उदयपà¥à¤° के महाराणा à¤à¥€à¤² के किनारे बनाये गठमंदिरों को तोड़ा गया। महाराणा के महल के सामने बने जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ के मंदिर को मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी à¤à¤° वीर राजपूत सिपाहियों ने अपनी बहादà¥à¤°à¥€ से बचा लिया।
7. 22 फरवरी 1980 को औरंगजेब ने चितà¥à¤¤à¥‹à¤¡à¤¼ पर आकà¥à¤°à¤®à¤£ कर महाराणा कà¥à¤®à¥à¤à¤¾ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¤¬à¤¨à¤¾à¤à¤ गठ63 मंदिरों को तोड़ डाला।
8. 1 जून 1681 औरंगजेब ने पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤¦ पूरी का जगनà¥à¤¨à¤¾à¤¥ मंदिर को तोड़ने का हà¥à¤•à¥à¤® दिया।
9. 13 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 1681 को बà¥à¤°à¤¹à¤¾à¤¨à¤ªà¥à¤° में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ मंदिर को मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ बनाने का हà¥à¤•à¥à¤® औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिया गया।
10. 13 सितमà¥à¤¬à¤° 1682 को मथà¥à¤°à¤¾ के ननà¥à¤¦ माधव मंदिर को तोड़ने का हà¥à¤•à¥à¤® औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिया गया। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° अनेक फरमान औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥‚ मंदिरों को तोड़ने के लिठजारी किये गà¤à¥¤
हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° करना
2 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1679 को औरंगजेब दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर जजिया कर लगाया गया जिसका हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं ने दिलà¥à¤²à¥€ में बड़े पैमाने पर शांतिपूरà¥à¤µà¤• विरोध किया परनà¥à¤¤à¥ उसे बेरहमी से कà¥à¤šà¤² दिया गया। इसके साथ-साथ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को करों में छूट दे दी गयी जिससे हिनà¥à¤¦à¥‚ अपनी निरà¥à¤§à¤¨à¤¤à¤¾ और कर न चूका पाने की दशा में इसà¥à¤²à¤¾à¤® गà¥à¤°à¤¹à¤£ कर ले। 16 अपà¥à¤°à¥ˆà¤² 1667 को औरंगजेब ने दिवाली के अवसर पर आतिशबाजी चलाने से और तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° बनाने से मना कर दिया गया। इसके बाद सà¤à¥€ सरकारी नौकरियों से हिनà¥à¤¦à¥‚ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को निकाल कर उनके सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤°à¤¤à¥€ का फरमान à¤à¥€ जारी कर दिया गया। हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को शीतला माता, पीर पà¥à¤°à¤à¥ आदि के मेलों में इकठà¥à¤ ा न होने का हà¥à¤•à¥à¤® दिया गया। हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं को पालकी, हाथी, घोड़े की सवारी की मनाई कर दी गयी। कोई हिनà¥à¤¦à¥‚ अगर इसà¥à¤²à¤¾à¤® गà¥à¤°à¤¹à¤£ करता तो उसे कानूनगो बनाया जाता और हिनà¥à¤¦à¥‚ पà¥à¤°à¥à¤· को इसà¥à¤²à¤¾à¤® गà¥à¤°à¤¹à¤£ करनेपर 4 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ और हिनà¥à¤¦à¥‚ सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को 2 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ बनने के लिठदिठजाते थे। à¤à¤¸à¥‡ न जाने कितने अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° औरंगजेब ने हिनà¥à¤¦à¥‚ जनता पर किये और आज उसी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जबरन मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® बनाये गठलोगों के वंशज उसका गà¥à¤£ गान करते नहीं थकते हैं।
à¤à¤• मà¥à¤¹à¤¾à¤µà¤°à¤¾ है कि à¤à¤• जूठको छà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥‡ के लिठहज़ार जूठबोलने पड़ते हैं। औरंगज़ेब को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¿à¤¯ घोषित करने वालों ने तो उसके अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° और मतानà¥à¤§à¤¤à¤¾ को छà¥à¤ªà¤¾à¤¨à¥‡ के लिठइतने कमजोर साकà¥à¤·à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये जो à¤à¤• ही परीकà¥à¤·à¤¾ में ताश के पतà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के समान उड़ गà¤à¥¤ यह à¤à¤¾à¤°à¤¤ के मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के समकà¥à¤· यकà¥à¤· पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ है कि उनके लिठआदरà¥à¤¶ कौन है?
औरंगज़ेब जैसा अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥€ अथवा उसके अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤° करने वाले वीर शिवाजी महाराज।
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