“अनूठे ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के à¤à¤• मूक पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯, बरेलीâ€
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Manmohan Kumar AryaDate
05-Sep-2017Category
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“अनूठे ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के à¤à¤• मूक पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯à¤¬à¤°à¥‡à¤²à¥€â€
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“अनूठे ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के à¤à¤• मूक पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯, बरेलीâ€
आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ à¤à¤• संगठन है जो वैदिक धरà¥à¤® और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का विशà¥à¤µ में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° व पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° करता है। पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯ साधन ऋषि दयाननà¥à¤¦ कृत सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ और उसके पूरक उनके व कà¥à¤› शीरà¥à¤· विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ हैं। इन गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•, लेखक व इनके पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° में सहायक सà¤à¥€ बनà¥à¤§à¥ à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से वैदिक धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• ही हैं परनà¥à¤¤à¥ किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ कारणों से उपदेशकों को ही पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤• माना जाता है। यह à¤à¥€ वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤•à¤¤à¤¾ है कि हमारे अधिकांश उपदेशक धन व यातà¥à¤°à¤¾ à¤à¤¤à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के लिठयह कारà¥à¤¯ करते हैं। उनका जीवन वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤•à¥à¤² व अनà¥à¤°à¥‚प है à¤à¥€ या नहीं, जà¥à¤žà¤¾à¤¤ नहीं होता। ऋषि व अनà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ को लेखक व पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ के बाद पाठकों तक पहà¥à¤‚चाना आसान काम नहीं है। जो à¤à¥€ यह काम करता है वह वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ धरà¥à¤® पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° की उचà¥à¤š व महान à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को अपने हृदय में संयोठहà¥à¤ होता है। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के जिन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ ने अतीत में वैदिक साहितà¥à¤¯ को पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° का पà¥à¤°à¤®à¥à¤– साधन जानकर इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ के कारà¥à¤¯ को आरमà¥à¤ किया व जारी रखा, अब à¤à¥€ उनके उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ कर रहे हैं, वह सà¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤œà¤—त के धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ के पातà¥à¤° हैं। आज आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में जो à¤à¥€ सनà¥à¤¤à¥‹à¤·à¤œà¤¨à¤• सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दिखाई देती हैं, उसमें इन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ योगदान है।
किसी à¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ हो जाने के बाद उसे पाठक तक पहà¥à¤‚चाने के लिठउसे किसी खà¥à¤¦à¤°à¤¾ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• विकà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤¾ तक पहà¥à¤‚चाना होता है। अनà¥à¤à¤µ की बात है कि आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अनेक महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• विकà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤¾à¤“ं के यहां वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक पड़े रहते हैं, उनके कà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤¾ गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• ढूंढने पर à¤à¥€ नहीं मिलते। हम à¤à¥€ किसी नये उपयोगी व महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ होने पर उसकी अनेक पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ मंगाने के लिठततà¥à¤ªà¤° होते हैं परनà¥à¤¤à¥ जब मंगा लेते हैं तो हमें अपने मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ को उसे सशà¥à¤²à¥à¤• देते हà¥à¤ संकोच होता है। कई मितà¥à¤° तो हमारी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ समà¤à¤¤à¥‡ ही नहीं है। à¤à¤¸à¥‡ समय व परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के साहितà¥à¤¯ को नये पाठकों तक पहà¥à¤‚चाना बहà¥à¤¤ कठिन व जटिल कारà¥à¤¯ लगता है। यह कारà¥à¤¯ हमारे à¤à¤• ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤ शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯, बरेली बखूबी कर रहे हैं। इस समय आपकी आयॠ77 वरà¥à¤· है। देश में जहां à¤à¥€ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला लगता है आप सà¤à¥€ विषयों की सैकड़ों की संखà¥à¤¯à¤¾ में सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, अनà¥à¤¯ ऋषिकृत गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ व आरà¥à¤¯à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का साहितà¥à¤¯ लेकर पहà¥à¤‚च जाते हैं। आजकल देहरादून में 9 दिवसीय राजà¥à¤¯ सà¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला चल रहा है। आप दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, नई दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– यà¥à¤µà¤¾ साहसी व निरà¥à¤à¥€à¤• विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ डा. विवेक आरà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ व सहयोग से इस मेले में आये हैं और यहां à¤à¤µà¥à¤¯ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगाया है। अगर यह सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² न लगता तो आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के लिठयह सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ अपमानजनक होती। यह हमारी निजी राय है। यह à¤à¤¸à¤¾ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² है कि जिसकी हम कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ à¤à¥€ नहीं कर सकते। ऋषि के पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ सà¤à¥€ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ सहित अनà¥à¤¯ आरà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का देश à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿, वैदिक व आरà¥à¤¯ विचारधारा का साहितà¥à¤¯ à¤à¥€ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² पर उपलबà¥à¤§ है। सारा सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² साहितà¥à¤¯ से à¤à¤°à¤¾ है और अनेक पैकेट तो अà¤à¥€ खà¥à¤²à¥‡ à¤à¥€ नहीं हैं। वह इतने अधिक साहितà¥à¤¯ को कैसे पैक करके टांसरà¥à¤ªà¥‹à¤Ÿ कराते हैं, फिर मेले व पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¥€ सà¥à¤¥à¤² पर पहà¥à¤‚चाते हैं और यहां से बचा हà¥à¤† साहितà¥à¤¯ कैसे ले जायेंगे, यह सोच कर ही हमें घबराहट सी होने लगती है। à¤à¥‹à¤œà¤¨ व शारीरिक विशà¥à¤°à¤¾à¤® का à¤à¥€ यह धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं रखते।
आज दयाननà¥à¤¦ महिला पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ कालेज की कनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ देहरादून पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में आईं। वह आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² के सामने से गà¥à¤œà¤° रहीं थीं। आपने कà¥à¤› कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ और उनके समूह से पूछा कि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ कà¥à¤¯à¤¾ है? वह बोलीं ‘कà¥à¤°à¤¾à¤¨’, उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने फिर पूछा ईसाईयों का धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ कà¥à¤¯à¤¾ है? वह बोली ‘बाइबिल’। इसके बाद उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने उनसे पूछा कि हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं का धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ कौन सा है तो अधिकांश लड़कियां मौन हो गईं। à¤à¤• ने कहा कि रामायण या महाà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥¤ इसका समाधान शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी ने करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बताया कि हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं का धरà¥à¤® गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ ‘वेद’ है। उन बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को वेद दिखाये à¤à¥€ गये और उनका महतà¥à¤µ à¤à¥€ बताया गया। सबने सà¥à¤µà¤¾à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¿ में सिर हिलाये। राजेनà¥à¤¦à¥à¤° जी ने उन सà¤à¥€ कनà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को वैदिक धरà¥à¤® शिकà¥à¤·à¤¾ का à¤à¤• टà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿ निःशà¥à¤²à¥à¤• à¤à¥‡à¤‚ट किया। à¤à¤¸à¥‡ अनेक उदाहरण हम समय समय पर मेले में देख रहे हैं। कोई सामने से जा रहा हो तो उसे बà¥à¤²à¤¾à¤•à¤° वह सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• उसके आगे कर कहते हैं कि मातà¥à¤° बीस रूपये में ले जाईये। सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ के महतà¥à¤µ पर कà¥à¤› और बोलते हैं और गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤• बीस रूपये आसानी से देकर जाता है। यह सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ है। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ थोक में 30 रूपये का मिलता है। देहरादून लाने का à¤à¤¾à¥œà¤¾ लगा है। ले जायेंगे तो à¤à¥€ à¤à¤¾à¥œà¤¾ लगेगा। 30$ मूलà¥à¤¯ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• वह 20 में देते हैं और कईयों को बिना मूलà¥à¤¯ ही à¤à¥‡à¤‚ट कर देते हैं। यह दृशà¥à¤¯ देखकर हमें आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के बड़े बड़े विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के सतà¥à¤¸à¤‚ग से à¤à¥€ अधिक आहà¥à¤²à¤¾à¤¦ व रोमांच का अनà¥à¤à¤µ होता है। आज 31 अगसà¥à¤¤, 2017 को हमारे साथ वयोवृदà¥à¤§ वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ कवि डा. ऋतà¥à¤°à¤¾à¤œ शरà¥à¤®à¤¾ जी à¤à¥€ थे। वह à¤à¥€ इतने उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ हà¥à¤ कि वह à¤à¥€ लोगों को रोक रोक कर सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ लेने का अनà¥à¤—à¥à¤°à¤¹ करने लगे और लोगों ने लिये à¤à¥€à¥¤
शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी का जनà¥à¤® मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ के कांठकसà¥à¤¬à¥‡ में 7 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 1941 को हà¥à¤† था। आपके माता-पिता आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œà¥€ थे। पिता आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ कांठ, मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ में जीवनपरà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पद पर रहे। आपकी माताजी का नाम शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ रामदà¥à¤²à¤¾à¤°à¥€ जी और पिता का नाम शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡à¤²à¤¾à¤² था। वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ पिता वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° किया करते थे। दो à¤à¤¾à¤ˆ और दो बहिनों में आयà¥à¤•à¥à¤°à¤® के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आपका तीसरा सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। à¤à¤• à¤à¤¾à¤ˆ व बहिन का देहानà¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¤¾ है। आपकी चार सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ हैं जिनमें दो पà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ और दो पà¥à¤¤à¥à¤° हैं। सà¤à¥€ सनà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ विवाहित à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हैं। आपकी दो धेवतियों के विवाह à¤à¥€ हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। आपके बालà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ कांठमें मासà¥à¤Ÿà¤° फकीर चनà¥à¤¦ जी संरकà¥à¤·à¤• के रूप में थे जो आपके पिता के मितà¥à¤° थे। आप डीà¤à¤¸à¤à¤® इणà¥à¤Ÿà¤° कालेज में अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• थे। आपके à¤à¤• दामाद आरा, बिहार में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ बैंक में मैनेजर थे। राजेनà¥à¤¦à¥à¤° जी इणà¥à¤Ÿà¤° पास कर चà¥à¤•à¥‡ थे। पिता ने फकीर चनà¥à¤¦ जी से बात की तो आपने अपने दामाद से बात कर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आरा जाने के लिये कहा। आप आरा पहà¥à¤‚चे और शà¥à¤°à¥€ फकीर चनà¥à¤¦ जी के दामाद से मिले। उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वहां कैशियर के पद पर नियà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ मिल गई। इस समय आपकी वय 18 वरà¥à¤· थी। सनॠ1959 से à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ बैंक में कारà¥à¤¯ करते हà¥à¤ आपके लगà¤à¤— 13-14 सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ हà¥à¤ और सनॠ2001 में बरेली की इनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¤¾-नगर शाखा के शाखा पà¥à¤°à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤• के पद से सेवानिवृतà¥à¤¤ हà¥à¤à¥¤ आरा में आप आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ से जà¥à¥œà¥‡ रहे और यहां आप सहायक मंतà¥à¤°à¥€ के रूप में कारà¥à¤¯ करते हà¥à¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ का कारà¥à¤¯ देखते थे। सेवाकाल के दिनों में सनॠ1982 में बरेली में आपने मकान बनवाया था। इन दिनों आप बरेली में ही सेवारत थे। अतः अब आपका निवास कांठ, मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ न रहकर बरेली हो गया। अब à¤à¥€ आप बरेली में ही रहते है
जिन दिनों आप आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ, आरा के सदसà¥à¤¯ व अधिकारी थे, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ थे। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ आरा के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ à¤à¥€ सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ की साधारण सà¤à¤¾ के सदसà¥à¤¯ होते थे। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ विषयक कà¥à¤› विवाद हà¥à¤† तो सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी वहां जांच के लिठगये। राजेनà¥à¤¦à¥à¤° जी को सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š सà¤à¤¾ के à¤à¤• संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ का जांच के लिठवहां जाना अचà¥à¤›à¤¾ नहीं लगा। शायद आपको लगा कि यह कारà¥à¤¯ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ की मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ के अनà¥à¤•à¥‚ल व अनà¥à¤°à¥‚प नहीं है। आपने इस विषयक पतà¥à¤° सà¤à¤¾ को लिखा। शà¥à¤°à¥€ फकीर चनà¥à¤¦ जी को इसकी जानकारी हà¥à¤ˆà¥¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आपका यह वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° अचà¥à¤›à¤¾ नहीं लगा और उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने इसकी शिकायत आपके पिता जी से की। हम समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि यà¥à¤µà¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में à¤à¤¸à¥€ ही सोच व वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° होता है। यह सामानà¥à¤¯ बात थी जो यहीं पर समापà¥à¤¤ हो गई।
आरà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° व पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° का कारà¥à¤¯ आपने बरेली में घटी à¤à¤• घटना की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से किया। किसी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ चाहिये था। वह आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ आया परनà¥à¤¤à¥ वहां सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ उपलबà¥à¤§ नहीं था। इस घटना ने आपको सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर उसे लोगों तक पहà¥à¤‚चाने की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दी और आपने आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ से सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ मंगाकर सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° व विकà¥à¤°à¤¯ करना आरमà¥à¤ कर दिया। विगत लगà¤à¤— 17 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से आपका यह कारà¥à¤¯ उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ कर रहा है। पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° व वितरण करते हà¥à¤ आपने सनॠ2011 के लखनऊ के 10 दिवसीय à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेले में वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त सà¥à¤¤à¤° पर अपना à¤à¤• सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगाया था। इस मेले में आपने 50 हजार रूपयों का आरà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ बेचा। 10 दिनों में खà¥à¤¦à¤°à¤¾ रूप से इतना साहितà¥à¤¯ वितरण करना à¤à¤• सनà¥à¤¤à¥‹à¤· à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ की बात थी और यह à¤à¤• बड़ी उपलबà¥à¤§à¤¿ कही जा सकती है। इस कारà¥à¤¯ में आपको आरà¥à¤¯à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥ शà¥à¤°à¥€ रमेश चनà¥à¤¦à¥à¤° तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी, सेवानिवृत सहायक आयà¥à¤•à¥à¤¤, आवास विकास परिषद, लखनऊ से à¤à¤°à¤ªà¥‚र सहयोग मिला। सनॠ2015 में आप डा. विवेक आरà¥à¤¯ जी के माधà¥à¤¯à¤® से दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, नई दिलà¥à¤²à¥€ से जà¥à¥œ गये। दिलà¥à¤²à¥€ के पà¥à¤°à¤—ति मैदान में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वरà¥à¤· जनवरी के महीने में विशà¥à¤µ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेला लगता है। यहां आपने डा. विवेक आरà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ और सहयोग से पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ का सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगाया था। इसके बाद से आप वहां निरनà¥à¤¤à¤° सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगाते हैं।
दो वरà¥à¤· पहले सनॠ2015 में आपने अनेक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• मेलों में आरà¥à¤¯ साहितà¥à¤¯ के सà¥à¤Ÿà¤¾à¤² लगाये। यह मेले कलकतà¥à¤¤à¤¾, जयपà¥à¤°, लखनऊ (3 बार), गोरखपà¥à¤°, कानपà¥à¤° और सहारनपà¥à¤° आदि में लगे और इन सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर आपने लगà¤à¤— 10 लाख से कà¥à¤› अधिक मूलà¥à¤¯ का साहितà¥à¤¯ à¤à¤• वरà¥à¤· की अवधि में पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤, वितरित अथवा विकà¥à¤°à¤¯ किया। आप जिन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¤à¤ƒ साहितà¥à¤¯ खरीदते हैं वह हैं विजयकà¥à¤®à¤¾à¤° गोविनà¥à¤¦à¤°à¤¾à¤® हासाननà¥à¤¦, दिलà¥à¤²à¥€, शà¥à¤°à¥€ घूड़मल पà¥à¤°à¤¹à¤²à¤¾à¤¦à¤•à¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯ धरà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤¥ नà¥à¤¯à¤¾à¤¸, हिणà¥à¤¡à¥‹à¤¨ सिटी, आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ विधानसरणी, कोलकतà¥à¤¤à¤¾, राजपाल à¤à¤‚ड संस, दिलà¥à¤²à¥€, रामलाल कपूर नà¥à¤¯à¤¾à¤¸, रेवली, वैदिक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ अजमेर, आचारà¥à¤¯ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ नैषà¥à¤ िक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨, रोहतक, आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€, सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€, मोतीलाल बनारसी दास दिलà¥à¤²à¥€ आदि। à¤à¤• महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ बात यह à¤à¥€ है कि आपने अब तक राजपाल à¤à¤£à¥à¤¡ संस, दिलà¥à¤²à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ पं. दामोदर सातवलेकर कृत ‘संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ शिकà¥à¤·à¤•’ की 500 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बेची वा पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ की हैं। यह à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि आप साहितà¥à¤¯ खरीद व बिकà¥à¤°à¥€ में हानि व लाठका आंकलन नहीं करते। आपको नहीं पता कि आपने साहितà¥à¤¯ कà¥à¤°à¤¯ में कितना लगाया और उससे कà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ हमने à¤à¥€ जो पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ ली वह आप हमें सà¥à¤µà¤¯à¤‚ के लागत मूलà¥à¤¯ पर ही दे रहे थे। हमारे मना करने पर à¤à¥€ आप माने नहीं। यह à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है कि आपने पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को कà¥à¤°à¤¯ करने व उनका à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤° करने पर लाखों रूपये का निवेश कर रखा है। इसका आपने कà¤à¥€ कोई रिकारà¥à¤¡ नहीं रखा।
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी बरेली के कà¥à¤¤à¥à¤¬à¤–ाना आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ से जà¥à¥œà¥‡ हैं। उस समाज व उसके अंगीà¤à¥‚त आरà¥à¤¯ अनाथालय की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ देखते हैं। आप बताते हैं कि वहां आप किसी पद पर नहीं हैं। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में जो उपदेशक व विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ आते हैं उनके आतिथà¥à¤¯, निवास व à¤à¥‹à¤œà¤¨ आदि की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का कारà¥à¤¯ à¤à¥€ आप ही देखते हैं। आपने अपने आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में सनॠ2016 के वारà¥à¤·à¤¿à¤• उतà¥à¤¸à¤µ में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केवलाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी, वानपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥ à¤à¤µà¤‚ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ आशà¥à¤°à¤®, जà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¾à¤ªà¥à¤° को आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया था। आपने उनके वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी कहीं à¤à¥€ जाते है ंतो दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤¾ नहीं लेते। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी का मà¥à¤–à¥à¤¯ निवास देहरादून है। हम à¤à¥€ à¤à¤• बार सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी से अपने à¤à¤• मितà¥à¤° के साथ मिले थे। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी कटà¥à¤Ÿà¤° ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ हैं। आप 4 घंटे सोने के अतिरिकà¥à¤¤ रात दिन ईशà¥à¤µà¤° चिनà¥à¤¤à¤¨ व धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में ही वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ करते हैं। हमारा अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केवलाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जैसा साधक आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में अपवादसà¥à¤µà¤°à¥‚प ही हो सकता है। हमारे जानकार मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है कि आप ईशà¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· वा साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•à¤¾à¤° कर चà¥à¤•à¥‡ हैं। हमने à¤à¥€ à¤à¤¸à¤¾ ही अनà¥à¤à¤µ किया। ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को इस महातà¥à¤®à¤¾ के à¤à¤• बार दरà¥à¤¶à¤¨ अवशà¥à¤¯ करने चाहिये जिससे वह à¤à¥€ लाà¤à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ हो सकें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केवलाननà¥à¤¦ जी जहां जाते हैं वहां उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ परिवारों में à¤à¥‹à¤œà¤¨ करते हैं जहां उस दिन यजà¥à¤ž हà¥à¤† हो अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ à¤à¥‹à¤œà¤¨ कराने से पूरà¥à¤µ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यजà¥à¤ž कराना होता है। शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केवलाननà¥à¤¦ जी विषयक हमारे सà¤à¥€ विचारों का समरà¥à¤¥à¤¨ किया।
शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° जी ने अनà¥à¤à¤µ की à¤à¤• बात यह बताई कि जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को परमातà¥à¤®à¤¾ ने जिस योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ का बनाया है वह उसके अनà¥à¤°à¥‚प ही कारà¥à¤¯ करता है व उसे करना à¤à¥€ चाहिये। आप कहते हैं कि मैं विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ नहीं हूं। मैं जो कर रहा हूं मैं उसी के योगà¥à¤¯ हूं। मà¥à¤à¥‡ इस बात का सनà¥à¤¤à¥‹à¤· है। वह बड़े अनà¥à¤¦à¤¾à¤œ व विनमà¥à¤°à¤¤à¤¾ से यह à¤à¥€ कहते हैं कि मेंरे हृदय में ऋषि के कारà¥à¤¯ के लिठदरà¥à¤¦ है। आपने 25 वरà¥à¤· पूरà¥à¤µ रामपà¥à¤° के विलासपà¥à¤° इलाके में à¤à¤• विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की नींव रखी थी। यह डीà¤à¤µà¥€ सà¥à¤•à¥‚ल है जो सà¥à¤šà¤¾à¤°à¥‚ रूप से चल रहा है। हम अनà¥à¤à¤µ करते हैं कि हमने शà¥à¤°à¥€ राजेनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी के विषय में जो कà¥à¤› लिखा है वह उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ का 25 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से à¤à¥€ कम à¤à¤¾à¤— है। अतिशà¥à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¿ कहीं नहीं की गई है। उनके बारे में बहà¥à¤¤ कà¥à¤› लिखा जा सकता है। वह वसà¥à¤¤à¥à¤¤à¤ƒ निषà¥à¤ ावान ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ है और 77 वरà¥à¤· की अवसà¥à¤¥à¤¾ में जितना तप कर रहे हैं वह पà¥à¤°à¤¶à¤‚सनीय à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¤à¥à¤¤à¥à¤¯ है। हम उनके सà¥à¤µà¤¸à¥à¤¥ जीवन व दीरà¥à¤˜à¤¾à¤¯à¥ की कामना करते हैं और उनके वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ को सादर नमन करते हैं।
---मनमोहन कà¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯
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