“विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‚पी संसà¥à¤•à¤¾à¤° से मानव जीवन संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤, सारà¥à¤¥à¤• व सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ बन जाता हैः
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Manmohan Kumar AryaDate
05-Sep-2017Category
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“विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‚पी संसà¥à¤•à¤¾à¤° से मानव जीवन संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¸à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤• व सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ बन जाता हैः
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“विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‚पी संसà¥à¤•à¤¾à¤° से मानव जीवन संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤, सारà¥à¤¥à¤• व सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ बन जाता हैः
यह वैदिक विधान है कि जब बालक या बालिका को गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿ कराया जाता है तो घर पर या गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में उसका उपनयन व वेदारमà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ किया जाता है। जिसका उपनयन व वेदारमà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° होता है उसे यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¥€à¤¤ धारण कराया जाता है। इससे वह बालक दà¥à¤µà¤¿à¤œ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ à¤à¤¾à¤µà¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£, कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ व वैशà¥à¤¯ बन जाता है। शूदà¥à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ व संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¿à¤¹à¥€à¤¨ अथवा पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤ƒ अशिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को कहते हैं परनà¥à¤¤à¥ उसकी गणना आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में ही होती है। वह समाज में रहकर उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ लोगों को उनके कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में सहयोग करते हैं और इसके बदले में इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ व जीवनयापन हेतॠउपयà¥à¤•à¥à¤¤ धनराशि पारिशà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• के रूप में मिलती है। किसी से किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° व किसी सà¥à¤¤à¤° से कोई à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µ नहीं होता। महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ यà¥à¤¦à¥à¤§ के समय à¤à¤µà¤‚ बाद में वरà¥à¤£à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का वैदिक रूप कà¥à¤› विकृत हो गया था जिस कारण से समाज में जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो हà¥à¤† जो आज à¤à¥€ जारी है। इस जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद के कारण हमारे आरà¥à¤¯ वा हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज को बहà¥à¤¤ हानि उठानी पड़ी है। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° से आज जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद के संसà¥à¤•à¤¾à¤° कà¥à¤› कमजोर तो हà¥à¤ हैं परनà¥à¤¤à¥ इस जातीय महारोग का नाश नहीं हà¥à¤† है। हम जब विचार करते हैं तो हमें लगता है कि यह हमारे पà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ व पौराणिक पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के कारण विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है। यदि वह इसका जमकर विरोध करें तो उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ इसका वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° बनà¥à¤¦ कर दें। हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज के पà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ व पणà¥à¤¡à¤¿à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ हमारी समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ हैं परनà¥à¤¤à¥ जातीय हित व सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के लिठहमें यह लिखना पड़ा है। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ का à¤à¥€ यही मत है, à¤à¤¸à¤¾ हम समà¤à¤¤à¥‡ हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ जी ने जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद संबंधी वरà¥à¤£ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ को मरण वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ कहकर समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ हमने हृदय का दà¥à¤ƒà¤– उजागर किया है परनà¥à¤¤à¥ हमारा समाज गहरी नींद में सोया हà¥à¤† है। वह अपने विरोधियों व शतà¥à¤°à¥à¤“ं को फलने फूलने का अवसर दे रहा है। यदि हिनà¥à¤¦à¥‚ समाज जनà¥à¤®à¤¨à¤¾ जातिवाद समापà¥à¤¤ कर संगठित हो जाये तो संसार का कोई समाज व जाति बल व शकà¥à¤¤à¤¿ में हिनà¥à¤¦à¥‚-आरà¥à¤¯ जाति का मà¥à¤•à¤¾à¤¬à¤²à¤¾ नहीं कर सकती है, à¤à¤¸à¤¾ हम अनà¥à¤à¤µ करते हैं।
वैदिक धरà¥à¤® à¤à¤µà¤‚ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾ व उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ का आधार वैदिक गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² हैं। महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ काल से पूरà¥à¤µ व बाद तक à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की शिकà¥à¤·à¤¾ दीकà¥à¤·à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ पर आधारित थी। इतिहास पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ महापà¥à¤°à¥à¤· शà¥à¤°à¥€ राम, शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£, à¤à¥€à¤·à¥à¤® पितामह, लकà¥à¤·à¥à¤®à¤£, à¤à¤°à¤¤, चाणकà¥à¤¯ आदि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ की ही देन थे। हमारा विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ है कि गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² व वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ में मनà¥à¤·à¥à¤¯ के जिस उचà¥à¤š कोटि के चरितà¥à¤° का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होता है वह व वैसा इतर शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ में नहीं होता और न कà¤à¥€ हो सकता है। धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ जिसमें नैतिक शिकà¥à¤·à¤¾ के सà¥à¤°à¥‹à¤¤ वेदों का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ व पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° करने की सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ न हो, उस पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ में अपवाद सà¥à¤µà¤°à¥‚प ही अचà¥à¤›à¥‡ चरितà¥à¤° के लोग उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो सकते हैं। आज देंखे तो देश चरितà¥à¤° की समसà¥à¤¯à¤¾ से जूठरहा है। सकà¥à¤·à¤® à¤à¤µà¤‚ योगà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी जी व उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में योगà¥à¤¯à¤¤à¤® मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ योगी जी के होते हà¥à¤ à¤à¥€ देश à¤à¤° में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° किसी न किसी रूप में जारी है जो कà¤à¥€ कà¤à¥€ अनाचार, कदाचार व बलातà¥à¤•à¤¾à¤° के रूप में à¤à¥€ हमारे समà¥à¤®à¥à¤– उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हो जाता है। इसका समाधान वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ पर आधारित गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ ही है जो यदि वेदरà¥à¤·à¤¿ गà¥à¤°à¥‚वर ऋषि दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ व उदà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ पर चले तो देश के लोग उचà¥à¤š चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ तथा à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° व कदाचार से मà¥à¤•à¥à¤¤ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ किये जा सकते हैं। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ चरितà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¨ नागरिक उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ किये जाते हैं जो ईशà¥à¤µà¤°-देश à¤à¤•à¥à¤¤ और मातृ-पितृ-आचारà¥à¤¯ à¤à¤•à¥à¤¤ होते हैं। वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ पर आधारित गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² आज à¤à¥€ देश à¤à¤° में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ à¤à¤µà¤‚ इसके विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ आदि अनेक ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप में चलाये जा रहे हैं जहां से हमें संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤, वेदों à¤à¤µà¤‚ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ मिलते लगातार मिल रहे हैं।
आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ में परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ है कि शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤£à¥€ परà¥à¤µ व उसके कà¥à¤› दिन बाद नये बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को उसमें पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿ कराया जाता है और इस अवसर पर ऋषि दयाननà¥à¤¦ पà¥à¤°à¥‹à¤•à¥à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° विधि निरà¥à¤¦à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ उपनयन à¤à¤µà¤‚ वेदारमà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होता है। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पौंघा à¤à¥€ इस परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ का निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करता है। इसी के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° आज यहां 28 नये बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶à¤¾à¤°à¥à¤¥ उपनयन à¤à¤µà¤‚ वेदारमà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° आरà¥à¤¯à¤œà¤—त के सà¥à¤ªà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ à¤à¤µà¤‚ ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ में समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ आज पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ विधि विधान के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यजà¥à¤ž à¤à¤µà¤‚ सà¤à¥€ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ की गईं। संसà¥à¤•à¤¾à¤° के अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त नव-बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पितृ उपदेश मनमोहन आरà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कराया गया जिसे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¿à¤§à¤¿ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पॠकर सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¤¾ और सà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं ने उसे सà¥à¤¨à¤¾à¥¤ आचारà¥à¤¯ धनंजय जी ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को नितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ परमातà¥à¤®à¤¾ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करनी चाहिये कि वह सदा सतà¥à¤¯ ही बोलेंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि यह संसार ईशà¥à¤µà¤° का बनाया हà¥à¤† है। ईशà¥à¤µà¤° ही इस संसार का करà¥à¤¤à¤¾, धरà¥à¤¤à¤¾ और संहरà¥à¤¤à¤¾ है। हमारा यह पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨ होना चाहिये कि हम इसी जीवन में जनà¥à¤® व मृतà¥à¤¯à¥ के बनà¥à¤§à¤¨à¥‹à¤‚ से मà¥à¤•à¥à¤¤ हो जायें। हम सबको यह जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होना चाहिये कि ईशà¥à¤µà¤° की कृपा से ही हमारा जीवन आननà¥à¤¦ से यà¥à¤•à¥à¤¤ वा पूरà¥à¤£ हो सकता है। आचारà¥à¤¯ धनंजय जी ने बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को कहा कि इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ परमातà¥à¤®à¤¾ से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ करनी चाहियें। आचारà¥à¤¯ जी ने आगे बताया कि वेदों में परमातà¥à¤®à¤¾ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ की गईं हैं कि हमारा जीवन उदà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§, तेजसà¥à¤µà¥€ व ऊरà¥à¤§à¥à¤µà¤—ामी हो।
सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी के सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ और उनके मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ में संसà¥à¤•à¤¾à¤° यजà¥à¤ž का संचालन हà¥à¤†à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संसà¥à¤•à¤¾à¤° के आरमà¥à¤ में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ अपने आचारà¥à¤¯ से पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करता है कि मैं आपका बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ बन कर विदà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करना चाहता हूं। मà¥à¤à¥‡ आप यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¥€à¤¤ देकर वा उपनयन संसà¥à¤•à¤¾à¤° कराकर अपना कà¥à¤²à¤µà¤¾à¤¸à¥€ शिषà¥à¤¯ बनाने की कृपा करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में लगà¤à¤— 18 वरà¥à¤· तक आचारà¥à¤¯ से विदà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करते हैं। आचारà¥à¤¯ जी बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ में संलगà¥à¤¨ रहते हैं। हमारे गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के आचारà¥à¤¯ जी वरà¥à¤· में à¤à¤• बार दूर दूर गांवों में जाकर अनà¥à¤¨ संगà¥à¤°à¤¹ करते हैं। आपके पास गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के लिठआवशà¥à¤¯à¤• पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ के लिठआते हैं। आप इनको सहयोग करते हैं। इससे गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² का साल à¤à¤° का काम चलता है। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ की à¤à¤• विशेषता यह à¤à¥€ है कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ वृतà¥à¤¤à¤¿ करें और उस अनà¥à¤¨ का ही आचारà¥à¤¯ व बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ मिलकर à¤à¤•à¥à¤·à¤£ करें। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आचारà¥à¤¯ को उदार होना चाहिये। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ जो अनà¥à¤¨ लेकर आता है, आचारà¥à¤¯ उसमें से थोड़ा सा अनà¥à¤¨ ले। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा आचारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ बूà¥à¤¾ होता है। उसकी आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ कम होती है। बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ को à¤à¤° पेट à¤à¥‹à¤œà¤¨ मिलना चाहिये। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आप बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दिल खोलकर à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ दिया करें। इसके बाद वेदारमà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¤¾ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ पूरà¥à¤£ कराई गई। इसके बाद संसà¥à¤•à¤¾à¤° समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ नये बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में चार बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने इस अवसर पर à¤à¤• à¤à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया जिसकी पहली पंकà¥à¤¤à¤¿ थी ‘सचà¥à¤šà¥€ वैदिक मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ हैं सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥¤’
इसके बाद सà¤à¤¾à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ आचारà¥à¤¯ धनंजय जी ने आज देश व विशà¥à¤µ के परिदृशà¥à¤¯ को समà¥à¤®à¥à¤– रखते हà¥à¤ विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये। आचारà¥à¤¯ जी ने कहा कि विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ने इतनी उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ कर ली है कि आज हम विमान में बैठकर 16 घंटे में अमेरिका से à¤à¤¾à¤°à¤¤ पहà¥à¤‚च जाते हैं। आज हमारा देश व विशà¥à¤µ के अनेक देश नैनो सैटेलाइट छोड़ रहे हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का मानवरहित यान मंगल गà¥à¤°à¤¹ तक जा पहà¥à¤‚चा है। इतनी पà¥à¤°à¤—ति होने पर à¤à¥€ आज दिलà¥à¤²à¥€ में बलातà¥à¤•à¤¾à¤° की घटनायें सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को मिलती हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दà¥à¤ƒà¤– à¤à¤°à¥‡ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहा कि आज à¤à¤£à¥à¤¡à¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ कर घर आती बचà¥à¤šà¥€ तक से बलातà¥à¤•à¤¾à¤° कर दिया जाता है। इसका कारण हमारी शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का दोषपूरà¥à¤£ होना है। लारà¥à¤¡ मैकाले की शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ समय की मांग को पूरा नहीं कर पा रही है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का नवीनीकरण करना आवशà¥à¤¯à¤• हो गया है। आचारà¥à¤¯ जी ने सरकार के नारे ‘बेटी पà¥à¤¾à¤“ं बेटी बचाओं’ का à¤à¥€ उलà¥à¤²à¥‡à¤– किया और कहा कि बेटियों के à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‚षों के समान सोलह संसà¥à¤•à¤¾à¤° होने चाहियें। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देश, काल और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पौराणिक मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं में à¤à¥€ संशोधन और परिवरà¥à¤¤à¤¨ होने चाहियें जैसा कि वेदों के आलोक में सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ जी ने किया था।
देहरादून में सà¥à¤µà¤¤à¤¨à¥à¤¤à¥à¤° रूप से पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ वेदपà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° कारà¥à¤¯ करने वाले ऋषि à¤à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ पं. वेदवसॠशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने à¤à¥€ सà¤à¤¾ को समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ आचारà¥à¤¯ धनंजय जी के कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सà¤à¥€ अपने जीवन में सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को उतारें। सदà¥à¤—à¥à¤£à¥‹à¤‚ का नाम ही संसà¥à¤•à¤¾à¤° है। मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का नाम वेद अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥€ है। मनà¥à¤·à¥à¤¯ जनà¥à¤® जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठहोता है। आप अपने जीवन को पà¥à¤£à¥à¤¯à¤®à¤¯ जीवन बनायें। आप वेद व ऋषि और आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ होने से à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤¶à¤¾à¤²à¥€ हैं। आचारà¥à¤¯ वेदवसॠजी ने कहा कि आप वेद विदà¥à¤¯à¤¾ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें और अपने जीवन में सदà¥à¤—à¥à¤£à¥‹à¤‚ को धारण करें। शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ जी ने सबकी जीवन की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की कामना इस अवसर पर की। आचारà¥à¤¯ धनंजय जी ने वेदानà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ शबà¥à¤¦ की महिमा à¤à¥€ सà¤à¥€ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं को बताई।
संसà¥à¤•à¤¾à¤° यजà¥à¤ž में उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सरल ने अपने समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ ने मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठसंसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤µà¤¿à¤§à¤¿ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• लिखी है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संसà¥à¤•à¤¾à¤° यजà¥à¤ž में जो कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ की जाती हैं व जो वचन बोले जाते हैं उनका संसà¥à¤•à¤¾à¤° व पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ छोटे व बड़े सà¤à¥€ लोगों पर पड़ता है। जड़ पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ से बने मोबाइल फोन का उदाहरण देकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि जब इसमें आवाज और चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखा जा सकता है तो आतà¥à¤®à¤¾ व परमातà¥à¤®à¤¾ तो चेतन सतà¥à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ हैं। संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ का जीवातà¥à¤®à¤¾ पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ अवशà¥à¤¯ पड़ता है। सरल जी ने कहा कि शतपथ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के तीन गà¥à¤°à¥‚ माता, पिता व आचारà¥à¤¯ होते हैं जो बचà¥à¤šà¥‡ के जीवन को शिकà¥à¤·à¤¾ व विदà¥à¤¯à¤¾ देकर उसका निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करते हैं। सरल जी ने हिनà¥à¤¦à¥‚ माता-पिताओं की चरà¥à¤šà¤¾ कर दà¥à¤ƒà¤– à¤à¤°à¥‡ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहा कि कोई अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ का विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ बनाना नहीं चाहता जबकि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को मदरसे में à¤à¥‡à¤œ कर अरबी à¤à¤¾à¤·à¤¾ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• कà¥à¤°à¤†à¤¨ पà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥‡ हैं व सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ पà¥à¤¤à¥‡ हैं। विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ वकà¥à¤¤à¤¾ ने अवकाश के दो महीनों में अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ पà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‡ का सà¥à¤à¤¾à¤µ दिया। शà¥à¤°à¥€ सतà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤² सरल जी ने यह à¤à¥€ कहा कि हिनà¥à¤¦à¥‚ कà¤à¥€ अपने जीने के साधन नहीं करता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा की टीवी बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के दिमाग को खराब कर रहे हैं। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पर आजकल के माता-पिताओं का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ में संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¹à¥€à¤¨à¤¤à¤¾ के उदाहरण à¤à¥€ दिये। शà¥à¤°à¥€ सरल ने हिनà¥à¤¦à¥€ वरà¥à¤£à¤®à¤¾à¤²à¤¾ के अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ की महतà¥à¤¤à¤¾ पर à¤à¥€ उदाहरणों सहित पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डाला। आतंकवाद की चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ अनà¥à¤¤ में विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ वकà¥à¤¤à¤¾ ने कहा कि अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² पà¥à¤¨à¥‡ à¤à¥‡à¤œà¤¿à¤¯à¥‡à¥¤ वहां बचà¥à¤šà¥‡ राम, कृषà¥à¤£ और दयाननà¥à¤¦ बनकर निकलेंगे।
वायà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ में कारà¥à¤¯à¤°à¤¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के पूरà¥à¤µ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ दीपेनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° वा दीपक का à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¨ खेलों में निशानेबाजी में राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° पर चयन होने के उपलकà¥à¤·à¥à¤¯ में पूरà¥à¤µà¤–ेल मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ नारायण सिंह राणा जी की ओर से उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शाल ओà¥à¤¾à¤•à¤° समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया। ततà¥à¤ªà¤¶à¥à¤šà¤¾à¤¤ शà¥à¤°à¥€ नारायण सिंह राणा जी का समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ अपने समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देश की पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ गौरवमयी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का वरà¥à¤£à¤¨ किया। देश पर मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के आकà¥à¤°à¤®à¤£à¥‹à¤‚ व à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लोगों को गà¥à¤²à¤¾à¤® बनायें जाने की à¤à¥€ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चरà¥à¤šà¤¾ की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनके शासन काल में हिनà¥à¤¦à¥‚ धरà¥à¤® को नषà¥à¤Ÿ करने के अनेकानेक अमानवीय कारà¥à¤¯ किये गये। मनà¥à¤¦à¤¿à¤°à¥‹à¤‚ को तोड़ा गया तथा देश को लूटा गया। राणाजी ने ईसà¥à¤Ÿ इणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ कमà¥à¤ªà¤¨à¥€ व अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ राजà¥à¤¯ की चरà¥à¤šà¤¾ सहित उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ देश को गà¥à¤²à¤¾à¤® बनाने का वरà¥à¤£à¤¨ किया। राणा जी ने कहा कि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर तलवार का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया और अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥‹à¤‚ ने बनà¥à¤¦à¥‚क का या गोली का। मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की तरह उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं का धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¤£ किया। 90 वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ तक हिनà¥à¤¦à¥à¤“ं ने कà¥à¤°à¥à¤¬à¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ दीं। बलिदानों से देश आजाद हà¥à¤†à¥¤ मैकाले की शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का उलà¥à¤²à¥‡à¤– कर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बताया कि इसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ देश को मानसिक रूप से गà¥à¤²à¤¾à¤® बनाना था। इस शिकà¥à¤·à¤¾ का पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ बताते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दà¥à¤ƒà¤– à¤à¤°à¥‡ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में कहा कि आज विशà¥à¤µ विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ में 90 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बचà¥à¤šà¥‡ डà¥à¤°à¤—à¥à¤¸ ले रहे हैं। राणा जी ने कहा कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लगता है कि देश फिर गà¥à¤²à¤¾à¤® होने वाला है। आने वाले समय के लिठदेश सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ नहीं है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को निशानेबाजी का पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ लेना चाहिये और शसà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— व जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से ही हमारे शासà¥à¤¤à¥à¤° व धरà¥à¤® सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रह सकेंगे। राणा जी ने हिमाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² शà¥à¤°à¥€ देववà¥à¤°à¤¤ जी की चरà¥à¤šà¤¾ की और कहा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने राजà¤à¤µà¤¨ में मांस व शराब का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— बनà¥à¤¦ कर वहां गोशाला सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿à¤•à¤¾à¤°à¥€ कारà¥à¤¯ किया है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रामदेव जी की चरà¥à¤šà¤¾ कर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥€ योग व आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ की है। इन सà¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के महतà¥à¤µ को रेखांकित किया।
आयोजन में गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ शिवकà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में अनà¥à¤¦à¤¿à¤¤ आरà¥à¤¯à¤¾à¤à¤¿à¤µà¤¿à¤¨à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का विमोचन व लोकारà¥à¤ªà¤£ किया गया। यह पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ व विमरà¥à¤¶ सहित पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ है। इसकी à¤à¤• विशेषता यह à¤à¥€ है कि यह उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–णà¥à¤¡ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ है। पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• गà¥à¤°à¥‚कà¥à¤² के ‘आचारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¤¨à¥à¤¦ विशà¥à¤µà¤¨à¥€à¤¡-नà¥à¤¯à¤¾à¤¸’ की ओर से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ है। मूलà¥à¤¯ रू. 35 है तथा पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में कà¥à¤² 4+68=72 पृषà¥à¤ हैं। पà¥à¤°à¥‹à¤µà¤¾à¤•à¥ à¤à¤µà¤‚ आशीरà¥à¤µà¤šà¤¨ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ में ही लिखे गये हैं। आयोजन में गà¥à¤°à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° तोमर जी का पौंधा के मà¥à¤–à¥à¤¯ मारà¥à¤— तक लगà¤à¤— 1 किमी. लमà¥à¤¬à¥€ सीमेनà¥à¤Ÿ की सड़क बनाने के लिठशाल ओà¥à¤¾ कर अà¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ किया गया।
अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤£ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤£à¤µà¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ जी ने किया। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि माता-पिता केवल बालक का शरीर बनाते हैं। जनà¥à¤® से हम सब शूदà¥à¤° पैदा हà¥à¤ हैं। संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से हम दà¥à¤µà¤¿à¤œ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ दà¥à¤µà¤¿à¤œà¤¨à¥à¤®à¤¾, दो जनà¥à¤® वाले, बनते हैं। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आज यह नये बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में माता-पिता से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤ शरीर के साथ आये हैं। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ में आचारà¥à¤¯ संसà¥à¤•à¤¾à¤° देकर इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£, कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯ व वैशà¥à¤¯ आदि वरà¥à¤£ का बनाता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने चरक ऋषि की चरà¥à¤šà¤¾ कर उनका वचन बताते हà¥à¤ कहा कि उनके अनà¥à¤¸à¤¾à¤° संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से मनà¥à¤·à¥à¤¯ की शारीरिक कमियों की पूरà¥à¤¤à¤¿ हो जाती हैं। इसको सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ करने के लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¥‹à¤œà¤¨ की दाल में घृत आदि का छौंक लगाने का उदाहरण पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‚पी संसà¥à¤•à¤¾à¤° से मानव जीवन संसà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤, सारà¥à¤¥à¤• व सà¥à¤—नà¥à¤§à¤¿à¤¤ बन जाता है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी ने कहा कि आज गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿
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