इस बचà¥à¤šà¥‡ का गà¥à¤¨à¤¾à¤¹ कà¥à¤¯à¤¾ था?
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Rajeev ChoudharyDate
12-Sep-2017Category
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12-Sep-2017Download PDF
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रेयान इंटरनेशनल सà¥à¤•à¥‚ल में 7 साल के बचà¥à¤šà¥‡ के साथ यौन शोषण के बाद हतà¥à¤¯à¤¾ करने वाले सà¥à¤•à¥‚ल बस कंडकà¥à¤Ÿà¤° अशोक ने अपना गà¥à¤¨à¤¾à¤¹ कबूल करते हà¥à¤ कहा कि मेरी बà¥( à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ हो गयी थी इस कारण मैंने इस कृतà¥à¤¯ को अंजाम दिया। इसके अगले दिन दिलà¥à¤²à¥€ के गांधीनगर इलाके के रघà¥à¤µà¤°à¤ªà¥à¤°à¤¾ में à¤à¤• निजी सà¥à¤•à¥‚ल में सिकà¥à¤¯à¥‹à¤°à¤¿à¤Ÿà¥€ गारà¥à¤¡ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• 8 साल की बचà¥à¤šà¥€ को रेप का शिकार बनाना इन घटनाओं के तमाम बिनà¥à¤¦à¥à¤“ं पर सवाल उठाता है कि हमारा समाज कहाठजा रहा है?
बस कंडकà¥à¤Ÿà¤° अशोक यौन शोषण में नाकामयाब हà¥à¤† उसने पà¥à¤°à¤¦à¥à¤¯à¥à¤®à¥à¤¨ का गला रेत दिया, दूसरे सà¥à¤•à¥‚ल में गारà¥à¤¡ कामयाब हà¥à¤† उसने à¤à¤• बचà¥à¤šà¥€ का जीवन तबाह कर दिया। पिछले वरà¥à¤· के आखिर में महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के नेरà¥à¤² इलाके में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ डळड सà¥à¤•à¥‚ल में à¤à¤• बचà¥à¤šà¥€ के साथ उसका अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• ही जबरदसà¥à¤¤à¥€ करता रहा। आखिर हमारे समाज में बाल यौन शोषण के मामले इस रफà¥à¤¤à¤¾à¤° से कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बॠरहे है? जैसे-जैसे हमारा समाज अधिक शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ और पà¥à¤°à¤—तिशील होता जा रहा है वैसे-वैसे ही समाज में बाल यौन शोषण, उसके बाद हतà¥à¤¯à¤¾ के आंकडे़ सरपट à¤à¤¾à¤—ते दिखाई दे रहे हैं। आखिर कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हर रोज लोगों की बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ हो रही है इसका कारण जानना नितांत जरूरी है।
पिछले वरà¥à¤· ही à¤à¤• शरà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤• खबर आई थी कि à¤à¤• à¤à¤¾à¤ˆ ने अपनी बहन का रेप इसलिठकर दिया, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसने इंटरनेट पर कà¥à¤› देखा लेकिन उसे समठनहीं आया। उस चीज को आजमाने के लिठउसने à¤à¤¸à¤¾ किया। दरअसल हमारे देश का चाहे पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट मीडिया हो या इलैकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤•, सà¤à¥€ जगह उतà¥à¤¤à¥‡à¤œà¤• व उगà¥à¤° सामगà¥à¤°à¥€ की कोई कमी नहीं है। विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ चाहे किसी à¤à¥€ वसà¥à¤¤à¥ का हो, लेकिन उस में नारी की कामà¥à¤• अदाà¤à¤‚ व उसके अधिक से अधिक शरीर को दिखाने पर जोर रहता है। फà¥à¤Ÿà¤ªà¤¾à¤¥ पर अशà¥à¤²à¥€à¤² साहितà¥à¤¯ व बà¥à¤²à¥‚ फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ की सीडी, डीवीडी आसानी से उपलबà¥à¤§ हो जाती हैं। बाकी कसर मोबाइल व फà¥à¤°à¥€ इंटरनैट ने पूरी कर दी है। जहां पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¦à¤¿à¤¨ हजारों लोग अशà¥à¤²à¥€à¤² सामगà¥à¤°à¥€ का अवलोकन करते हैं। नकारातà¥à¤®à¤• विचार हमेशा मन में जड़ें जलà¥à¤¦à¥€ जमाते है। कई बार यह नकारातà¥à¤®à¤•à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— को ठेलने लगती है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ की निरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¿à¤¤ सरकारें केवल आरà¥à¤¥à¤¿à¤• बदलाव लाना चाहती हैं। सà¥à¤µà¤¤à¤‚तà¥à¤°à¤¤à¤¾ के बाद हमारे देश में विदेशी पूंजी के साथ ही वहां की विकृत संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¥€ आ धमकी है, जिसके चलते हमारी दमित इचà¥à¤›à¤¾à¤à¤‚ सामने आने लगी हैं तथा हमारे मनोविकार à¤à¥€ बà¥à¤¤à¥‡ चले जा रहे हैं। हम अपने परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤—त नैतिक मूलà¥à¤¯à¥‹à¤‚ व समरà¥à¤¦à¥à¤§ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को लेकर बहà¥à¤¤ ही आतà¥à¤®à¤®à¥à¤—à¥à¤§ हैं, जबकि हमारी सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• परमà¥à¤ªà¤°à¤¾à¤à¤‚ अब केवल सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• समारोहों और साहितà¥à¤¯ तक ही सीमित रह गई हैं, जोकि आज के इंटरनैट के यà¥à¤— में बहà¥à¤¤ पिछड़ी मानी जाती हैं। जिस कारण आज का यà¥à¤µà¤• गलत आचरण करने से à¤à¥€ नहीं हिचकता।
पà¥à¤°à¤¦à¥à¤¯à¥à¤®à¤¨ के हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ को कड़ी सजा मिले, सà¥à¤•à¥‚ल के खिलाफ à¤à¥€ कड़ी कारवाही हो, लेकिन साथ में चरà¥à¤šà¤¾ इस बात पर à¤à¥€ हो कि फिर à¤à¤¸à¥‡ काम न हों जिससे सà¤à¥à¤¯ समाज को बार-बार शरà¥à¤®à¤¶à¤¾à¤° न होना पड़ें। आज पà¥à¤°à¤¦à¥à¤¯à¥à¤®à¥à¤¨ का हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¾ बस कंडकà¥à¤Ÿà¤° सलाखों के पीछे है यमà¥à¤¨à¤¾à¤ªà¤¾à¤° सà¥à¤•à¥‚ल में बचà¥à¤šà¥€ से दà¥à¤·à¥à¤•à¤°à¥à¤® करने वाला गारà¥à¤¡ à¤à¥€ पकड़ा गया। समाज का à¤à¤• हिसà¥à¤¸à¤¾ समठरहा होगा चलो अब कà¥à¤› नहीं होगा तो यह सिरà¥à¤« à¤à¥‚ल है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि कल कोई दूसरा किसी मासूम का जीवन वासना की तृपà¥à¤¤à¤¿ के लिठलील रहा होगा। दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में यौन शोषण के शिकार हà¥à¤ बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की सबसे बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में है लेकिन फिर à¤à¥€ यहां इस बारे में बात करने में हिचक दिखती है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बाल यौन शोषण à¤à¤• महामारी की तरह बन चà¥à¤•à¤¾ है। इस समसà¥à¤¯à¤¾ को गोपनीयता और इनà¥à¤•à¤¾à¤° की संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ ने ढं़क रखा है और इस सब में सरकारी उदासीनता à¤à¥€ खारिज नहीं की जा सकती है।
अà¤à¥€ सितमà¥à¤¬à¤° माह के पहले हफà¥à¤¤à¥‡ में बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के साथ यौन उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ के à¤à¤• कथित मामले में दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ नागरिक को पॉसà¥à¤•à¥‹ à¤à¤•à¥à¤Ÿ के तहत गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° किया है। नेतà¥à¤°à¤¹à¥€à¤¨ तीन नाबालिगों का यौन उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ करने का आरोपी बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ नागरिक दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ के आर के पà¥à¤°à¤® में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नेशनल à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ ऑफ बà¥à¤²à¤¾à¤‡à¤‚ड ;à¤à¤¨à¤à¤¬à¥€à¤¦à¥à¤§ में रहने वाले बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का यौन उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨ कर रहा था। वरà¥à¤· 2012 में à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को यौन हिंसा से बचाने वाला कानून ;पॉसà¥à¤•à¥‹à¤¦à¥à¤§ बनाया गया ताकि बाल यौन शोषण के मामलों से निपटा जा सके लेकिन इसके तहत पहला मामला दरà¥à¤œ होने में दो साल लग गà¤à¥¤ वरà¥à¤· 2014 में नठकानून के तहत 8904 मामले दरà¥à¤œ किठगठलेकिन उसके अलावा इसी साल नेशनल कà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤® रिकॉरà¥à¤¡à¥à¤¸ बà¥à¤¯à¥‚रो ने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के बलातà¥à¤•à¤¾à¤° के 13,766 मामले, बचà¥à¤šà¥€ पर उसका शीलà¤à¤‚ग करने के इरादे से हमला करने के 11,335 मामले, यौन शोषण के 4,593 मामले बचà¥à¤šà¥€ को निरà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤à¥à¤° करने के इरादे से हमला या शकà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— के 711 मामले घूरने के 88 और पीछा करने के 1,091 मामले दरà¥à¤œ किठगà¤à¥¤
आखिर आज सà¥à¤•à¥‚ल कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बताने से कतरा रहा है कि सà¥à¤•à¥‚ल में जिन लोगों को नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया गया है उन पर कà¤à¥€ कोई खास धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया गया? उनकी सामाजिक और सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि पर à¤à¥€ नजर डाली है कि वे किस माहौल से आठहैं, इस पहलू को à¤à¥€ दरकिनार नहीं किया जा सकता है। अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ यह हमारी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤• सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ बचपन दें। यह सब रà¥à¤•à¤¨à¤¾ ही चाहिà¤à¥¤ गलत है या सही, इस पर जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दें और गलत को कà¤à¥€ न सहें। अब जरूरी है कि आवाज उठाओ, चà¥à¤ª न रहो और अपने हक के लिठलड़ जाओ, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमें खà¥à¤¦ ही अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के बारे में सोचना होगा। अगर हम इस बात को मानकर बैठजाà¤à¤‚ कि यह आखिरी पà¥à¤°à¤¦à¥à¤¯à¥à¤®à¥à¤¨ था तो यह हमारी सबसे बड़ी à¤à¥‚ल होगी। कà¥à¤› दिन बाद इसी तरह कोई और à¤à¤• खून सनी घटना हमारे सामने मà¥à¤‚ह खोले खड़ी होगी और पूछ रही होगी आखिर इस बचà¥à¤šà¥‡ का कसूर कà¥à¤¯à¤¾ था?
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