कà¥à¤¯à¤¾ धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देती है सरकारी पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सामगà¥à¤°à¥€ ?
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Rajeev ChoudharyDate
04-May-2018Category
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04-Jun-2018Download PDF
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दिकà¥à¤•à¤¤ तब नहीं होती जब सरकार किसी गरीब की मदद के लिठकारà¥à¤¯ करती है बलà¥à¤•à¤¿ दिकà¥à¤•à¤¤ तब पैदा होती है जब सरकार जनता से उनका धरà¥à¤®-मजहब पूछ-पूछकर मदद का कारà¥à¤¯ करती है। बरसों पहले इसे राजनितिक हथकंडा कहा जाता था लेकिन अब इसे राजनितिक चलन मान लिया गया है। दरअसल गरीब तो गरीब होता है यदि उसमें कोई धरà¥à¤®-मजहब, मत-समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ का à¤à¥‡à¤¦ कर उसकी सहायता करता है तो यहां उसकी मानसिकता पर सवाल जरूर खड़ा होता है। à¤à¤¸à¤¾ ही à¤à¤• सवाल हाल ही में राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पारà¥à¤Ÿà¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· ठाकà¥à¤° विकà¥à¤°à¤® सिंह ने मोदी सरकार की पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सामगà¥à¤°à¥€ पर उठाया है। वह कहते हैं कि आईटीओ के पास से लेकर दिलà¥à¤²à¥€ के हर जगह à¤à¥‡à¤¸à¥€ सूचना के बोरà¥à¤¡ लगे हà¥à¤¯à¥‡ हैं। इन बोरà¥à¤¡à¥‹ में दिखाया गया है कि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® आबादी की हैसियत बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिà¤, मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ यà¥à¤µà¤•à¥‹à¤‚ को रोजगार देने के लिठमोदी सरकार कितनी कटिबदà¥à¤§ है, मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® कामगारों को बà¥à¤¯à¤¾à¤œ मà¥à¤•à¥à¤¤ करà¥à¤œ दिया जा रहा है, आई.à¤.à¤à¤¸. की तैयारी करने वाले मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¤•-à¤à¤• लाख रूपये दिये जा रहे हैं, वह à¤à¥€ अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ सà¥à¤µà¤°à¥‚प। इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° यदि आप मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® हैं तो आई.à¤.à¤à¤¸. की तैयारी के नाम पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार से à¤à¤• लाख रूपये हड़प सकते हैं।
राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पारà¥à¤Ÿà¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° इस विजà¥à¤žà¤¾à¤ªà¤¨ से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ होकर कà¥à¤› सà¥à¤•à¥‚ल-कॉलेजों के लड़के-लड़कियां अपना धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ कर रहे हैं। उनसे पूछने पर उनका तरà¥à¤• था कि हमें धरà¥à¤®à¤ªà¤°à¤¿à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¨ कर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® या अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• बनने से वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°, कारोबार के लिठमà¥à¤«à¥à¤¤ में बिना बà¥à¤¯à¤¾à¤œ के लोन मिल जाà¤à¤—ा अथवा आई.à¤.à¤à¤¸. की पà¥à¤¾à¤ˆ करते हैं तो 1 लाख रूपठका अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ मोदी सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मà¥à¤«à¥à¤¤ मिलेगा। हिनà¥à¤¦à¥‚ बने रहने से तो हमें बस सरकार की गालियां, पà¥à¤²à¤¿à¤¸ की लाठियां व नौकरियों के लिठधकà¥à¤•à¥‡ खाने के सिवाठकà¥à¤› नहीं मिलना है।
असल में गरीबी को अनदेखी कर मजहबी रूप से सहायता का ये कथित विकास कारà¥à¤¯ कोई नया नहीं है। बलà¥à¤•à¤¿ अलग-अलग सरकारों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ये कारà¥à¤¯ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• रूप से होता आया है। साल 2013 उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में जब सपा सरकार थी उस समय à¤à¥€ यह à¤à¤•à¤¤à¤°à¤«à¤¾ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ देखने को मिला था। तब खà¥à¤¦ को समाजवादी कहने वाली अखिलेश सरकार ने यह साफ कर दिया था कि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों की तरह निरà¥à¤§à¤¨ हिनà¥à¤¦à¥‚ लड़कियों को अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ देने की कोई योजना उनके पास नहीं हैं। जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हो कि समाजवादी सरकार में ‘‘हमारी बेटी उसका कल’’ योजना के तहत मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों को तीस हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ के तहत दिया जा रहा था जबकि मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों की तरह निरà¥à¤§à¤¨ हिनà¥à¤¦à¥‚ या अनà¥à¤¯ वरà¥à¤— की लड़कियों को अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ देने की कोई योजना उनके खाते में नहीं थी।
इसी के देखा-देखी उसी दौरान करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤• के ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ सिदà¥à¤¦à¤°à¤®à¥ˆà¤¯à¤¾ ने मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लिठकई योजनाओं की घोषणा की थी जिनमें मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों के विवाह में 50,000 रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ का अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ देने की ‘‘शादी à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯’’ जैसी योजना इनà¥à¤¹à¥€à¤‚ में से à¤à¤• थी। बात सिरà¥à¤« शादी तक ही सीमित नहीं थी बलà¥à¤•à¤¿ राजनीति का तà¥à¤·à¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ देखिये कि नौवीं और 10वीं ककà¥à¤·à¤¾ में पà¥à¤¾à¤ˆ करने वाली मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को 10 हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ की राशि पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने के साथ 11वीं और 12वीं ककà¥à¤·à¤¾ में पà¥à¤¾à¤ˆ करने वाली मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों को 12 हजार रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ की छातà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ सरकार दे रही थी।
à¤à¤• तरफ कहा जाता है बेटियां तो सबकी सांà¤à¥€ होती हैं। चाहे उसमें गरीब दलित या कथित उचà¥à¤š वरà¥à¤— की बेटी हो या फिर किसी गरीब मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® वरà¥à¤— की। लेकिन उसी दौरान राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में अशोक गहलोत ने चà¥à¤¨à¤¾à¤µ नजदीक देखते हà¥à¤ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लडकियों को सà¥à¤•à¥‚टी देने का वादा कर दिया था। यही नहीं 2017 में सतà¥à¤¤à¤¾ में आने के बाद अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के नाम पर यूपी में मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ ने ‘‘सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ मंडप’’ नाम से योजना शà¥à¤°à¥‚ की जिसमें मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ में लड़के वालों की तरफ से लड़की वालों को दी जाने वाली मेहर की रकम उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वहन करने की घोषणा की थी।
अब इस कड़ी में केंदà¥à¤° की नरेंदà¥à¤° मोदी सरकार अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ के नाम पर मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¤¾à¤‚ को दिल खोलकर बैंकों से लोन दिला कर आरà¥à¤¥à¤¿à¤• तौर पर मजबूती देने की तैयारी में है। इसके लिठजिलों में खास हिदायत दी जा रही है। रमजान के महीने में मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ में डिसà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡ लगाकर नमाजियों को जिले के अधिकारी इसकी जानकारी दे रहे हैं। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ को लोन हासिल करने के लिठमैसेज à¤à¥€ à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ तैयार किया गया है। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® महिलाओं को ई-रिकà¥à¤¶à¤¾ के लिठआसानी से लोन देने की à¤à¥€ योजना à¤à¥€ इसी राजनीति का हिसà¥à¤¸à¤¾ है।
लोगों का मानना है कि उपचà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में लगातार हार, बलातà¥à¤•à¤¾à¤° की बà¥à¤¤à¥€ घटनाओं और दलितों पर हमलों की खबरों के बीच मोदी सरकार की छवि को खासा धबà¥à¤¬à¤¾ लगा है। इस सबसे मोदी सरकार अपने कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के आखिरी साल में à¤à¤¸à¤¾ दिखाना चाहती है कि उसने अपने शासन में सिरà¥à¤« गायों की रकà¥à¤·à¤¾ नहीं की, बलà¥à¤•à¤¿ उसे अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ चिंता है।
केंदà¥à¤° सरकार ने मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों को 51 हजार रूपये शादी का शगà¥à¤¨ देने का फैसला किया है। देश में मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों को उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ के मकसद से पà¥à¤°à¥‹à¤¤à¥à¤¸à¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करने के लिठकेंदà¥à¤° सरकार उन मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कियों को 51,000 रà¥à¤ªà¤ की राशि बतौर ‘शादी शगà¥à¤¨’ देगी जो सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• की पà¥à¤¾à¤ˆ पूरी करेंगी। इसके अलावा यह à¤à¥€ फैसला किया गया कि अब नौंवी और 10वीं ककà¥à¤·à¤¾ में पà¥à¤¾à¤ˆ करने वाली मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को 10 हजार रà¥à¤ªà¤ की राशि पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जाà¤à¤—ी। दरअसल, केंदà¥à¤° सरकार 2019 में फतह हासिल करने के लिठहर संà¤à¤µ कोशिश कर रही है। वह अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤•à¥‹à¤‚ को साधने में à¤à¥€ कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। लेकिन वह इसमें à¤à¥‚ल रही है कि इस तरह उनका ‘सबका साथ सबके विकास’ का नारा धूमिल हो रहा है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि गरीबी धरà¥à¤®-मजहब को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखकर किसी के घर नहीं घà¥à¤¸à¤¤à¥€, लोकतंतà¥à¤° के असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ और विकास के लिठयह जरूरी है कि लड़ाई गरीबी, अशिकà¥à¤·à¤¾, बीमारी और पिछड़ेपन के आधार पर लड़ी जाये न कि धारà¥à¤®à¤¿à¤• आधार पर। देश की गरीबी और कंगाली का समाधान धारà¥à¤®à¤¿à¤• रूप से करने के बजाय सामाजिक रूप से किया जाये। सरकार को इस पर गंà¤à¥€à¤°à¤¤à¤¾ से विचार करना चाहिà¤à¥¤
-राजीव चौधरी
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