à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦ से खतरा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ ?
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Rajeev ChoudharyDate
11-May-2018Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
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11-Jun-2018Download PDF
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साल 2018 अà¤à¥€ ठीक से आधा à¤à¥€ नहीं बीता कि जून माह के शà¥à¤°à¥‚आती दिनों तक ही विशà¥à¤µ à¤à¤° में आतंकवादियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ करीब 576 हमले किये गये जिनमें तकरीबन 2,977 मौतों के आंकड़े उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡ हैं। हमेशा की तरह इन सब में समान रूप से यही पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जा रहा है, कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता। चाहे बगदाद का हमला हो, कंधार का हो। हमला कशà¥à¤®à¥€à¤° में हà¥à¤† हो या अमेरिका, यूरोप के किसी à¤à¥€ देश में। जबकि इनमें 95 फीसदी हमलावर इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ, तालिबान, बोको हरम, अल शाहबाब, जैश-à¤-मोहमà¥à¤®à¤¦ या फिर लशà¥à¤•à¤° जैसे आतंकी संगठनों जà¥à¥œà¥‡ रहे हैं।
किनà¥à¤¤à¥ इसी दौरान अमरीकी रियलिटी टीवी शो ‘‘कà¥à¤µà¤¾à¤‚टिको’’ में अचानक डायलॉग होता है कि ‘‘ये पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ नहीं है। इसके गले में रà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· की माला है। ये किसी पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ के गले में नहीं हो सकती। ये à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ है जो पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ को फंसाने की कोशिश कर रहा है।’’ ये डायलॉग कोई और नहीं बलà¥à¤•à¤¿ खà¥à¤¦ à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ होकर पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का चोपड़ा इस शो में बोल रही है। बताया जा रहा है कि पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का धीरे-धीरे अमेरिका में अपने पंख पसार रही है और अमेरिका के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ के टेलीविजन डà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾ à¤à¤¬à¥€à¤¸à¥€ के ‘कà¥à¤µà¤¾à¤‚टिको’ का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनी है।
ये पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का का कोई राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¦à¥à¤°à¥‹à¤¹ नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का इस डॉयलॉग की मालिक नहीं है। डॉयलॉग का मालिक तो कोई और ही रहा होगा पर पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का को सोचना चाहिठथा कि देश-विदेशों बसे लाखों लोगों को वहां समà¥à¤®à¤¾à¤¨ की नज़र से देखा जाता है। इस कारण ये बेहद दिल दà¥à¤–ाने वाला है कि इन सबसे कैसे उन लोगों की छवि को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ पहà¥à¤‚चेगा। जो à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ ये टीवी डà¥à¤°à¤¾à¤®à¤¾ देख रहे होंगे उन पर इसका कà¥à¤¯à¤¾ असर पड़ा होगा। अपने वà¥à¤¯à¤‚जनों से लेकर योग और धारà¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के बल पर अपनी उदारवादी जीवन शैली से आगे बà¥à¤¨à¥‡ वाले à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ लोगों को अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ दरà¥à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ के सामने जरूर इस डॉयलॉग से धकà¥à¤•à¤¾ सा लगा होगा।
कल किसी को à¤à¥€ कà¥à¤µà¤¾à¤‚टिको शो के बारे में कà¥à¤› à¤à¥€ याद नहीं रहेगा पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦ पर दिया गया ये डॉयलॉग शायद ही कोई à¤à¥‚ले। à¤à¤• तो पहले से ही अमेरिका और आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ पर नशà¥à¤²à¥€à¤¯ हमले बà¥à¥‡ हैं जिस पर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ विदेश मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ कई बार अपनी चिंता जाहिर कर चà¥à¤•à¤¾ है। ऊपर से à¤à¤¸à¥€ चीजें वहां के जनसमà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के सामने परोसना अगले हमलों की दावत देने जैसा है।
असल में अमेरिकी टेलीविजन शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾à¤ˆ लोगों की पहचान अधिकांश इसी तरह जारी रखती है किनà¥à¤¤à¥ जब उनके यहाठकोई हिंसक वारदात होती है तो अपनी पहचान बदल लेते हैं। पिछले वरà¥à¤· अकà¥à¤Ÿà¥‚बर में अमेरिका के लास वेगास में संगीत समारोह में हà¥à¤ हमले में 58 लोगों की जान लेने और 500 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोगों को घायल करने वाले हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ सà¥à¤Ÿà¥€à¤«à¤¨ पैडक को लोन वà¥à¤²à¥à¤«, जà¥à¤†à¤°à¥€ जैसे नामों से पà¥à¤•à¤¾à¤°à¤¾ गया। अगर पैडक अनà¥à¤¯ धरà¥à¤® से होता तो उनके लिठतà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ आतंकवादी शबà¥à¤¦ नहीं लिख दिया जाता? मसलन कोई गोरा और ईसाई à¤à¤¸à¤¾ हमला करे, तो उसे अचानक मानसिक रूप से बीमार बता दिया जाता है।
लेकिन इसके उलट हमारे यहाठ2007 में अजमेर दरगाह विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ में पिछले साल à¤à¤¾à¤µà¥‡à¤¶ पटेल और उसके साथी को आजीवन कारावास की सजा सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥‡ जाने के बाद अगले दिन हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ टाइमà¥à¤¸ की हैड लाइन समेत देश-विदेश के मीडिया ने लिखा था ‘‘अजमेर दरगाह विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ केस में दो हिनà¥à¤¦à¥‚ आतंकियों को आजीवन कारावास’’ शायद इस तरीके के मà¥à¤–à¥à¤¯ समाचार ही विदेशी मीडिया की अवधारणा को पà¥à¤·à¥à¤Ÿ करते हैं।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ साजिश के तहत इस अवधारणा को पोषित तथा पलà¥à¤²à¤µà¤¿à¤¤ किया जा रहा है आखिर à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤¯à¤¾ कारण आन पड़ा था जो à¤à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ को आतंकी दिखाना पड़ गया। दरअसल ये सब अचानक नहीं हà¥à¤†à¥¤ ना ही ये सब कथित गौरकà¥à¤·à¤¾ के नाम पर अखलाक या जà¥à¤¨à¥ˆà¤¦ और पहलॠखां की मौत के बाद शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤†à¥¤ इसे समà¤à¤¨à¥‡ के लिठहमें थोड़ा पीछे जाना पड़ेगा। जब साल 1999 में, à¤à¤• आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤ˆ मिशनरी गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤® सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¨à¥‡à¤‚स को कथित धरà¥à¤®à¤¾à¤‚तरण के शक में उड़ीसा में अपने दो यà¥à¤µà¤¾ बेटों के साथ à¤à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जिंदा जला दिया गया था तो इस दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¤• घटना के बाद से ही कà¥à¤›à¥‡à¤• पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ लेखकों ने हिनà¥à¤¦à¥‚ चरमपंथ जैसे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ को घड़ा था। इस घटना से à¤à¤¾à¤°à¤¤ विरोधी विचारधारा वाले लेखकों को संजीवनी सी मिल गयी थी। बस, फिर कà¥à¤¯à¤¾ था, बाकी लोग à¤à¥€ इस बहती गंगा में हाथ धोने और हिनà¥à¤¦à¥‚ आतंकवाद नाम की चिंगारी à¤à¥œà¤•à¤¾à¤¨à¥‡ में लग गये। आखिर कोई ये कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं सोचता कि यदि पहलू खां à¤à¤• मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ होने के नाते मारा गया था, तो कà¥à¤¯à¤¾ पिछले वरà¥à¤· अमरनाथ जाने वाले वे बदनसीब यातà¥à¤°à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ होने के नाते नहीं मारे गये थे?
à¤à¤¸à¤¾ नहीं है कि हिनà¥à¤¦à¥‚ चरमपंथ जैसे शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ को घड़ने में सिरà¥à¤« विदेशी मीडिया का ही हाथ रहा हो, नहीं! साल 2008 की बातचीत जिसमें राहà¥à¤² गांधी ने ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ अमेरिकी राजदूत टिमोथी रोमर से कथित तौर पर कहा था कि कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी हिनà¥à¤¦à¥‚ समूहों की अधिकता पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ आतंकवादी संगठन लशà¥à¤•à¤°-ठतैयबा की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठà¤à¤• बड़ा खतरा हो सकता है। पिछले वरà¥à¤· ही जब कशà¥à¤®à¥€à¤° से लशà¥à¤•à¤° ठतैयबा के à¤à¤• आतंकी संदीप शरà¥à¤®à¤¾ जो इसà¥à¤²à¤¾à¤® अपना चà¥à¤•à¤¾ था को जब तक पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° नहीं किया, तब तक इस आतंकवाद का कोई मजहब नहीं था। लेकिन इसके बाद अखबार के शीरà¥à¤·à¤• छपे वे पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ की निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ पर सवाल उठा रहे हैं। शीरà¥à¤·à¤• थे ‘‘à¤à¤²à¤ˆà¤Ÿà¥€ का हिनà¥à¤¦à¥‚ सदसà¥à¤¯ संदीप शरà¥à¤®à¤¾ पटियाला में रहता था’’ (टाइमà¥à¤¸ ऑफ इंडिया) यूपी से पकड़ा गया हिनà¥à¤¦à¥‚ आतंकवादी, à¤à¤¾à¤ˆ कहता है यदि सच है तो गोली मार दे उसे (हिंदà¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ टाइमà¥à¤¸)
मीडिया ने संदीप को लशà¥à¤•à¤° के पà¥à¤°à¤¥à¤® हिनà¥à¤¦à¥‚ आतंकवादी के तौर पर चितà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया था। कà¥à¤› à¤à¤¾à¥œà¥‡ के लोगों को घà¥à¤¸à¤ªà¥ˆà¤ कराकर सोशल मीडिया के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• मà¥à¤¹à¥€à¤® चलाई जा रही है। हमारे कà¥à¤› बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, नेता, कलाकार तथा तथाकथित सेकà¥à¤²à¤° पारà¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥€ इसमें समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ होकर आग में घी का काम कर रहे हैं। जबकि हम कोई सऊदी अरब, पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ या ईरान जैसे धारà¥à¤®à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤µà¤¾à¤¦à¥€ देश नहीं हैं। कà¥à¤› दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ घटनाà¤à¤ हà¥à¤ˆ हैं जो शरà¥à¤®à¤¨à¤¾à¤• थीं लेकिन इसका अरà¥à¤¥ ये नहीं है समूचे बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• वरà¥à¤— समेत à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¦ को विशà¥à¤µ के लिठखतरे के रूप में परोसकर शोर मचाà¤à¤‚!
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