“देश की à¤à¤•à¤¤à¤¾ व अखणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ के लिठसमान धारà¥à¤®à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ राजनैतिक विचारधारा का होना आवशà¥à¤¯à¤•â€
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Manmohan Kumar AryaDate
07-Feb-2019Category
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Vikas KumarUpload Date
07-Feb-2019Download PDF
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ऋगà¥à¤µà¥‡à¤¦ 10/191 में संगठन सूकà¥à¤¤ के चार मंतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में कहा गया है कि हमारे मन, हृदय, दिल, विचार, à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚, सोच, चिनà¥à¤¤à¤¨, संकलà¥à¤ª आदि सब à¤à¤• समान हों। à¤à¤¸à¤¾ होने पर ही हम à¤à¤•à¤¤à¤¾ व अखणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ के सूतà¥à¤° में बनà¥à¤§ सकते हैं। यह à¤à¤• सामानà¥à¤¯ बात है कि यदि मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विचारधारायें होंगी तो उनमें à¤à¤•à¤¤à¤¾ नहीं हो सकती। पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ यह है कि कà¥à¤¯à¤¾ मत, विचार, संकलà¥à¤ªà¥‹à¤‚, मन व चितà¥à¤¤ आदि का à¤à¤• समान होना समà¥à¤à¤µ है? इसका उतà¥à¤¤à¤° वेद ही देते हैं कि कठिन अवशà¥à¤¯ है परनà¥à¤¤à¥ असमà¥à¤à¤µ नहीं। विवाह के à¤à¤• मनà¥à¤¤à¥à¤° में à¤à¤—वान ने कहा है कि ‘समापो हृदयानि नौ’ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ हमारे हृदय वा दिल जल की à¤à¤¾à¤‚ति मिलें हà¥à¤ हों। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° दो नदियों के जल को मिला देने पर वह à¤à¤• हो जाते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤¨à¤ƒ पृथक नहीं किया जा सकता, à¤à¤¸à¥‡ ही हमारे दिल, विचार व à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ परसà¥à¤ªà¤° à¤à¤• समान होवें। à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨-à¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विचारों व विचारधाराओं के होने के पीछे कारण कà¥à¤¯à¤¾ है?
इस पर विचार करने पर जà¥à¤žà¤¾à¤¤ होता है कि किनà¥à¤¹à¥€à¤‚ दो मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ का धारà¥à¤®à¤¿à¤•, सामाजिक, राजनैतिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤• समान नहीं होता। इसका मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण उनका ईशà¥à¤µà¤° तथा अपनी आतà¥à¤®à¤¾ विषयक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ à¤à¤• समान न होना होता है। जिनकी शिकà¥à¤·à¤¾ व संसà¥à¤•à¤¾à¤° à¤à¤• जैसे होंगे उनके विचार à¤à¥€ à¤à¤• जैसे हो सकते हैं। यदि सà¤à¥€ वेद पà¥à¥‡ और वेदानà¥à¤¸à¤¾à¤° ईशà¥à¤µà¤° व जीवातà¥à¤®à¤¾ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प, उसके कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ व वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करें तो उनमें इस विषय में समानता हो सकती है जैसी कि ऋषियों व वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में होती है।
ऋषि दयाननà¥à¤¦ ने वेद को सतà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की कसौटी वा सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ माना है। इसको कसौटी मानने से पूरà¥à¤µ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वेद की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को तरà¥à¤• व यà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की कसौटी पर कसा और जो बातें यथारà¥à¤¥ व सतà¥à¤¯ सिदà¥à¤§ हà¥à¤ˆ उसी को उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया और उसका ही पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° देश-देशानà¥à¤¤à¤° में अपने वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया। संसार वा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ में ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤• है तो उसका सà¥à¤µà¤°à¥‚प à¤à¥€ à¤à¤• ही होगा। आतà¥à¤®à¤¾ सब à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की हैं तो उनका सà¥à¤µà¤°à¥‚प, जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ à¤à¥€ à¤à¤• जैसा व समान ही होगा।
आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ है कि आज के आधà¥à¤¨à¤¿à¤• वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— में मत-मतानà¥à¤¤à¤°à¥‹à¤‚ के आचारà¥à¤¯ व उनके अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥€ ईशà¥à¤µà¤° व जीवातà¥à¤®à¤¾ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प, गà¥à¤£, करà¥à¤® व सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ आदि पर à¤à¤• मत नहीं हो पा रहे हैं और अनेक इस विषय में छल-कपट का वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° करते हà¥à¤ दीखते हैं। ऋषि दयाननà¥à¤¦ ने वेदों व विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ वैदिक साहितà¥à¤¯ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर उसके आधार पर ईशà¥à¤µà¤° व जीवातà¥à¤®à¤¾ सहित सà¤à¥€ विषयों पर सतà¥à¤¯ व यथारà¥à¤¥ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ दिये हैं। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ में जिन हसà¥à¤¤à¤²à¤¿à¤–ित महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का उपयोग किया था, व जिन उचà¥à¤š कोटि के विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ किया था, अà¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ से हमें वह सब गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ व महातà¥à¤®à¤¾ उपलबà¥à¤§ नहीं हैं। ऋषि दयाननà¥à¤¦ के वेद व वेदानà¥à¤•à¤¾à¤² निजी सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को अति संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ रूप में जानना हो तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ उनके लघॠगà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ आरà¥à¤¯à¥‹à¤¦à¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¤°à¤¤à¥à¤¨à¤®à¤¾à¤²à¤¾ और सà¥à¤µà¤®à¤¨à¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¨à¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ से जाना जा सकता है।
सà¤à¥€ मत-मतानà¥à¤¤à¤° के लोग ईशà¥à¤µà¤° की उपासना को करना सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते हैं, सà¤à¥€ करते à¤à¥€ हैं परनà¥à¤¤à¥ सबकी उपासना पदà¥à¤§à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥‡à¤¦ व अनà¥à¤¤à¤° है। ईशà¥à¤µà¤° की उपासना का अरà¥à¤¥ ईशà¥à¤µà¤° को जानकर उसके गà¥à¤£à¥‹à¤‚, करà¥à¤®à¥‹à¤‚ व सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ कर उससे पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करना है। ईशà¥à¤µà¤° के गà¥à¤£ अपरिवरà¥à¤¤à¤¨à¥€à¤¯ हैं। ऋषि दयाननà¥à¤¦ ने ईशà¥à¤µà¤° के सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– गà¥à¤£à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ à¤à¥€ वेद व वैदिक साहितà¥à¤¯ के आधार पर कर दिया है परनà¥à¤¤à¥ लोग न तो इसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते हैं और न ही इसका खणà¥à¤¡à¤¨ करने की योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ रखते हैं।
यदि कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ किसी बात को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° व असà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° दोनों ही न करे, à¤à¤¸à¥‡ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ व जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ नहीं कहा जा सकता है। उसे à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ व अजà¥à¤žà¤¾à¤¨ से यà¥à¤•à¥à¤¤ ही कहा जा सकता है। हमारी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में ईशà¥à¤µà¤° विषयक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से मत-मतानà¥à¤¤à¤° के लोग à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ हैं और उनके अपने मतो से निजी हित जà¥à¥œà¥‡ होने के कारण वह सतà¥à¤¯ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करने का साहस नहीं कर पाते। यह बात धारà¥à¤®à¤¿à¤• जगत में देखी जाती है कि लोग किसी विषय में à¤à¤• मत होने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ ही नहीं करते। सब अपनी सतà¥à¤¯ व असतà¥à¤¯ बात को à¤à¥€ सतà¥à¤¯ मानते हैं और दूसरे मत की सतà¥à¤¯ बातों का तिरसà¥à¤•à¤¾à¤° करते हैं व उसे जानने समà¤à¤¨à¥‡ की कोशिश ही नहीं करते। इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से हमारे सà¤à¥€ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• साधà¥à¤µà¤¾à¤¦ के पातà¥à¤° हैं जो किसी वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किसी पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ में कमी बताकर उसका सà¥à¤§à¤¾à¤° व संशोधन करते हैं और उसे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ व आकड़ों से सिदà¥à¤§ करते हैं तो उसकी बात को सारा वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• जगत सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लेता है। हम समà¤à¤¤à¥‡ हैं कि यही दृषà¥à¤Ÿà¤¿, à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ हमारे धारà¥à¤®à¤¿à¤• व राजनैतिक विचारधारा के लोगों में à¤à¥€ होनी चाहिये। राजनैतिक दल देश के हित के लिये कारà¥à¤¯ करने के लिये गठित किये जाते हैं परनà¥à¤¤à¥ यदि उनमें सतà¥à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ की होड़ लग जाये और यदि वह जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व अजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤µà¤¶ उससे अपने अनैतिक उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¥‹à¤‚ की पूरà¥à¤¤à¤¿ में लग जायें तो यह उचित नहीं माना जा सकता।
समय समय पर राजनीतिक नेताओं व शीरà¥à¤· पदों के लोगों के à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के कारà¥à¤¯ सामने आते रहते हैं। à¤à¤¸à¤¾ होना देश व समाज के लिये घातक होता है। आज के समय में धारà¥à¤®à¤¿à¤• व राजनैतिक कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤“ं का पतन होता देखा जाता है। पिछले वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में देश में बड़े बड़े घोटालां व à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के मामले सामने आये परनà¥à¤¤à¥ इससे देश ने कोई सबक नहीं सीखा। आज à¤à¥€ à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° समापà¥à¤¤ नहीं हà¥à¤† है। हमारे देश के लोग जो विदेशों में काम करते हैं, वह देश में इसी कारण आना नहीं चाहते कि वहां à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° रहित सà¥à¤šà¤šà¥à¤› वातावरण है और यहां नहीं है। हमारे देश में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° के अनेक मामले समाने आते हैं परनà¥à¤¤à¥ किसी से धन की वसूली नहीं होती। येन केन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‡à¤£ मामला उलà¤à¤¾ रहता है और वह आरोपी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ पदों पर बना रहता है। यह à¤à¥€ सब जानते हैं कि राजनीति में किसी पद के लिये किसी शैकà¥à¤·à¤¿à¤• व चारितà¥à¤°à¤¿à¤• योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ की कोई आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ व सीमा तय नही ंहै। यह आंकलन ही नही किया जाता कि जिस वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ को जो पद दिया जा रहा है वह उस पद के योगà¥à¤¯ है à¤à¥€ या नहीं। पदों की बंदरबाट होती सब देखते हैं परनà¥à¤¤à¥ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ही à¤à¤¸à¥€ है कि शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ जनता इन दृशà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को देखने के अलावा कà¥à¤› कर नहीं सकती। यह सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ उनà¥à¤¨à¤¤ यूरोप आदि के देशों में नहीं है। इसी कारण वह तेजी से उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ कर रहे हैं।
सतà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ वेदों के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° देश में सबसे अचà¥à¤›à¤¾ समय तà¤à¥€ होगा जब सब लोग धारà¥à¤®à¤¿à¤• व राजनैतिक सà¤à¥€ विषयों में à¤à¤• विचारधारा में सहमति रखने वाले हांगे, सब शैकà¥à¤·à¤¿à¤• दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से योगà¥à¤¯ होंगे और चारितà¥à¤°à¤¿à¤• तथा नैतिक दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ व उतà¥à¤¤à¤® होंगे। महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ का कारà¥à¤¯ इसी सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ को उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करने का था। देशवासियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उनके कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में सहयोग न करने वा उससे लाठन उठाने के कारण वह कारà¥à¤¯ अà¤à¥€à¤·à¥à¤Ÿ परिणाम पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ न करा सका। à¤à¤¸à¤¾ होने पर à¤à¥€ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का करà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ हैं कि वह वेद की सतà¥à¤¯ मानà¥à¤¤à¤¯à¤¾à¤“ं का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° कर देशवासियों को वेद की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं से सहमत कर सबको à¤à¤• मत, à¤à¤• विचार व à¤à¤• समान हृदय वाला बनाने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें। यही देश को गौरव पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ कर सकता है। यह काम असमà¥à¤à¤µ सा है परनà¥à¤¤à¥ à¤à¤¸à¥‡ लोग होते हैं जो बड़ी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते हैं। उनमें मृतà¥à¤¯à¥ का डर नहीं होता।
देश को आजाद कराना आसान काम नहीं था। हमारे वीर यà¥à¤µà¤¾à¤“ं ने इस चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया था और साहस का परिचय देते हà¥à¤ अपना बलिदान दिया। ऋषि दयाननà¥à¤¦ ने जानते हà¥à¤ à¤à¥€ कि अंगà¥à¤°à¥‡à¤œ अपà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होंगे, जान à¤à¥€ जा सकती है फिर à¤à¥€ सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ में देश की आजादी अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¥€ राजà¥à¤¯ की महतà¥à¤¤à¤¾ को उदà¥à¤˜à¥‹à¤·à¤¿à¤¤ करने वाले शबà¥à¤¦ लिखे और इसके कà¥à¤› ही दिनों बाद वह à¤à¤• षडयनà¥à¤¤à¥à¤° का शिकार होकर मृतà¥à¤¯à¥ धाम पहà¥à¤‚च गये या पहà¥à¤‚चा दिये गये। वैदिक विचारधारा में सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ है कि वह संसार के लोगों को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ कर सकती है। उसके समà¥à¤¯à¤• रीति से पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। हमारे देश में शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ वाकà¥à¤¯ ‘सतà¥à¤¯à¤®à¥‡à¤µ जयते नानृतं’ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ सदैव सरà¥à¤µà¤¤à¥à¤° सतà¥à¤¯ की विजय होती है असतà¥à¤¯ की नहीं, की धà¥à¤µà¤¨à¤¿ सà¥à¤¨à¤¨à¥‡ को मिलती है। वैदिक सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ व मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ सतà¥à¤¯ होने के कारण इनकी जय निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ कही जा सकती है। इसके लिये अपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¥à¤·à¤¾à¤°à¥à¤¥ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है। मारà¥à¤— में अनेक अवरोध हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ हटाना होगा। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में सतà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा है, हम आशा करते हैं कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में धारà¥à¤®à¤¿à¤• व राजनीतिक जगत में à¤à¥€ सतà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा अवशà¥à¤¯ होगी। देश में à¤à¤• विचारधारा, à¤à¤• जैसी à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ व समान सà¥à¤–-दà¥à¤ƒà¤– के à¤à¤¾à¤µ का होना देश की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ व देशवासियों के सà¥à¤– के लिठआवशà¥à¤¯à¤• है। ईशà¥à¤µà¤° इस कारà¥à¤¯ को पूरा करने में देशवासियों को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ करें। ओ३मॠशमà¥à¥¤
-मनमोहन कà¥à¤®à¤¾à¤° आरà¥à¤¯
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