ये मजहब नहीं दादगिरी है
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Rajeev ChoudharyDate
08-Jul-2019Category
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इस खबर को दो तरीके पॠसकते है à¤à¤• तो इस तरह कि पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ के चावड़ी बाजार कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में à¤à¤• सà¥à¤•à¥‚टर खड़ा करने को लेकर हà¥à¤ à¤à¤—ड़े ने सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• रंग ले लिया। विवाद खड़ा होने के बाद यहां असामाजिक ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• धरà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤² में तोड़फोड़ की गई। दूसरा इस तरह कि आस मोहमà¥à¤®à¤¦ नाम का यà¥à¤µà¤• à¤à¤• इमारत के बाहर अपना सà¥à¤•à¥‚टर खड़ा कर रहा था। इसे लेकर वहां रहने वाले संजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने आपतà¥à¤¤à¤¿ जतायी उस समय आस मोहमà¥à¤®à¤¦ वहां से चला गया। लेकिन बाद में उसके साथ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की à¤à¥€à¥œ आई और दà¥à¤°à¥à¤—ा, शिव और राम दरबार समेत अनà¥à¤¯ हिनà¥à¤¦à¥‚ देवी-देवताओं की à¤à¤¾à¤‚कियों वाले 100 साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ मंदिर में तोड़-फोड़ की जिस तरह वीडियो फà¥à¤Ÿà¥‡à¤œ में दंगाई इसà¥à¤²à¤¾à¤® समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ नारे लगा रहे थे उसे देखकर यही लग रहा था जैसे à¤à¥€à¥œ किसी बड़ी हिंसा के लिठसडक पर उतरी हो! हालाà¤à¤•à¤¿ थोड़े दिन पहले ही दिलà¥à¤²à¥€ के जगतपà¥à¤°à¥€ इलाके में à¤à¥‚ठी अफवाह के बाद नमाजियों ने डीटीसी की बसों में जिस तरह तोड़-फोड़ की थी वह नजारा à¤à¥€ पूरे देश ने देखा था।
पिछले कà¥à¤› समय से पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल के मालदा, धà¥à¤²à¤¾à¤—à¥, बशीरहाट और अब दिलà¥à¤²à¥€ कà¥à¤¯à¤¾ देश का मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® यही चाहता है कि हर चीज सड़क पर निबटाई जाये? à¤à¤• तरफ रोजाना ये बयान आना की देश का अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® डरा हà¥à¤† है दूसरी तरफ इस तरह की हिंसा की खबर आना कà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ इस तरह के बयानों के आड़ में अपना दबदबा बनाठरखना चाहता है? चांदनी चौक में मंदिर में तोड़फोड़ इसलिठहà¥à¤ˆ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आस मोहमà¥à¤®à¤¦ को संजीव गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ ने अपनी ईमारत के नीचे सà¥à¤•à¥‚टर खड़ा नहीं करने दिया। यदि आस मोहमà¥à¤®à¤¦ को कोई इरफान या हबीब अपनी ईमारत के नीचे सà¥à¤•à¥‚टर खड़ा करने से रोक देता तो कà¥à¤¯à¤¾ फिर ये à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¤°à¤•à¤® à¤à¥€à¥œ किसी मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ में तोड़फोड़ करने जाती?
पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ का उतà¥à¤¤à¤° साफ है कि मà¥à¤—लकाल से लेकर अà¤à¥€ तक धारà¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ को निशाना बनाने में उपदà¥à¤°à¤µà¥€ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ की à¤à¥€à¥œ ही हमलावर रही है। मà¥à¤—लकाल में जो हà¥à¤† उसपर आज दà¥à¤ƒà¤– मनाना समय गवाना है किनà¥à¤¤à¥ आज जिस तरह विशà¥à¤µ के सबसे बड़े लोकतनà¥à¤¤à¥à¤° की राजधानी में नारा à¤à¤• तकबीर लगाकर मंदिर तोड़ दिया गया तो सोचो सैंकड़ों साल पहले कà¥à¤¯à¤¾ उधम मचाया होगा। दिलà¥à¤²à¥€ की घटना गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ और नफरत बयाठकर रही थी इस घटना के गंगा जमà¥à¤¨à¥€ तहजीब का पाठपà¥à¤¾à¤¨à¥‡ वाले दिखाई नहीं दे रहे है। समसà¥à¤¤ कथित सेकà¥à¤²à¤° तबका खामोश है। यदि किसी कारण मामला इसके विपरीत होता तो इसकी गूंज समसà¥à¤¤ विशà¥à¤µ के अखबारों में सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ देती।
इस घटना के बाद साल 2016 की बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ की वह घटना जेहन में ताजा हो उठी जब बागà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ में फेसबà¥à¤• पर à¤à¤• आपतà¥à¤¤à¤¿à¤œà¤¨à¤• पोसà¥à¤Ÿ किठजाने के बाद बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ के बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¤¬à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ जिले के नासिरनगर में उपदà¥à¤°à¤µà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने हिंदू समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के 20 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ घरों को आग लगा दी थी और 15 मंदिरों को निशाना बनाकर लूटपाट और तोड़फोड़ की थी। तब यह खबर इस तरीके से कहकर खारिज की थी कि बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ में अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• हिंदà¥à¤“ं की संपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर इस तरह के हमले कोई नई बात नहीं हैं, ये तो होता रहता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में à¤à¥€ राजनैतिक शà¥à¤¤à¥à¤°à¤®à¥à¤°à¥à¤—ी पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ वोट के लालच में à¤à¤¸à¥€ घटनाओं को दबाने की कोशिश करती है। ये अफसोस की बात है 2019 में à¤à¥€ आकर इसà¥à¤²à¤¾à¤® को औरंगजेब और गजनवी के चशà¥à¤®à¥‡ से ही देखा जा रहा है।
हर जगह बवाल की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ से लेकर अंजाम तक à¤à¤• जैसा है, तोड़फोड़ और हिंसा करने वाले और उसके शिकार à¤à¥€ सà¤à¥€ शहरों में à¤à¤• जैसे ही हैं। कहने का मतलब ये है कि इस तरह की हिंसा और आगजनी बिना सà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤, संगठित और नियंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ हà¥à¤ मà¥à¤®à¤•à¤¿à¤¨ नहीं है। इन घटनाओं के जरिठअनà¥à¤¯ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ में डर पैदा किया जा रहा है। मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® बाहà¥à¤² आबादी वाले कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से हिनà¥à¤¦à¥‚ समेत अनà¥à¤¯ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ के लोगों के पलायन की खबरें हर रोज आ रही है। यह नफरत का à¤à¤• राजनितिक कदम है, लेकिन इसे मिलने वाले धारà¥à¤®à¤¿à¤• समरà¥à¤¥à¤¨ के दायरे को बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ की कोशिश की जा रही है। अनà¥à¤¯ मतों ख़िलाफ नफरत को जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ समरà¥à¤¥à¤¨ पाने के लिठपà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठजा रहे हैं। à¤à¤¸à¥€ किसी सांपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• घटना को राजनितिक संरकà¥à¤·à¤£ मिल रहा है। यानि कोशिश है कि बिना कोई आतंकी घटना घटे ही आतंक पैदा कर दिया जाà¤à¥¤ दूसरे समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को इतना à¤à¥à¤•à¤¾à¤¯à¤¾ जाठकि बिलà¥à¤•à¥à¤² बेबस हो जाà¤à¥¤
पिछले कà¥à¤› समय पहले ताबिश सिदà¥à¤¦à¥€à¤•à¥€ ने ठीक लिखा था कि अगर आप मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨ हैं और आपको मेरी बात बà¥à¤°à¥€ लग रही है तो जान लीजिये कि आप पूरी तरह से अरबी दादागिरी की गिरफà¥à¤¤ में हैं। ये सब धरà¥à¤® नहीं है। ये राजनीति है और शà¥à¤¦à¥à¤§ राजनीति. अरबों का इसà¥à¤²à¤¾à¤®, धरà¥à¤® नहीं है। मसà¥à¤œà¤¿à¤¦à¥‹à¤‚ में दूसरे समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ को बदà¥à¤¦à¥à¤† देना मजहब नहीं है। मजहब का नाम लेकर सहारनपà¥à¤° में दूसरे समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡ लूट लेना उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ जला देना मजहब नहीं है। ये शà¥à¤¦à¥à¤§ राजनैतिक दादागिरी है और आपके धरà¥à¤® का ढांचा कà¥à¤› नहीं अब सिरà¥à¤« राजनीति है। बस गड़बड़ ये हà¥à¤ˆ कि आपकी इस दादागिरी को शà¥à¤°à¥‚ से लोगों ने अब तक सहा है। तो आपको ये अपने धरà¥à¤® का हिसà¥à¤¸à¤¾ लगने लगा है।
इराक और सीरिया में इसी मजहब का नाम लेकर दूसरे समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ की मासूम बेटियां उठा ली जाती है। बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ में इस मजहब का नाम लेकर सरेआम लेखकों को मार दिया जाता है। पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ में ईशनिंदा के नाम न जाने कितने लोगों को मार दिया गया है। और यहां चूंकि आपका बस नहीं चल रहा है तो आप दà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥‡à¤‚ जला के, मंदिर तोड़ के, दूसरे समà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ की बेटियों को पà¥à¤°à¥‡à¤® जाल में फंसा के काम चला ले रहे हैं? दिन पर दिन ये बीमारी बॠरही है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सारी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ने इसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° कर लिया। ये आकà¥à¤°à¤¾à¤®à¤• बने रहे और लोग इसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करते रहे। ये मजहब है कि सारी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ आपसे डरे? दादागिरी और मजहब में फरà¥à¤• समà¤à¤¿à¤¯à¥‡à¥¤ जलà¥à¤¦à¥€ समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ और सबà¥à¤° अब टूट रहा है।
राजीव चौधरी
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