विसरà¥à¤œà¤¨ गणेश जी का नहीं अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का हो
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Vinay AryaDate
16-Sep-2019Category
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RajeevUpload Date
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हर वरà¥à¤· की à¤à¤¾à¤‚ति इस वरà¥à¤· à¤à¥€ देशà¤à¤° में गणेश उतà¥à¤¸à¤µ को पूरे हरà¥à¤· और उलà¥à¤²à¤¾à¤¸ के साथ मनाया गया। लेकिन 11 दिन तक चले गणेश उतà¥à¤¸à¤µ का जैसे ही समापन दिवस आया तो सà¥à¤¬à¤¹-सà¥à¤¬à¤¹ टीवी पर पंडित बैठे थे जो बता रहे थे कि गणेश विसरà¥à¤œà¤¨ का शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ व विधि पंचक,राहà¥à¤•à¤¾à¤² व à¤à¤¦à¥à¤°à¤¾ समय में बिदाई कैसे करें। कोई बता रहा था कि सà¥à¤¬à¤¹ जलà¥à¤¦à¥€ उठकर नहाà¤à¤‚ और मिटà¥à¤Ÿà¥€ से बनी à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤—णेश की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ की पूजा का करें माला चà¥à¤¾à¤¯à¥‡ और विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करें। कोई गणेशजी को चंदन, अकà¥à¤·à¤¤, मोली, अबीर, गà¥à¤²à¤¾à¤², सिंदूर, इतà¥à¤°, जनेऊ आदि चà¥à¤¾à¤•à¤° विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ दे रहे थे।
इसी शà¥à¤ मà¥à¤¹à¥‚रà¥à¤¤ के चकà¥à¤•à¤° में इस दौरान दिलà¥à¤²à¥€, मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° और उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में गणेश उतà¥à¤¸à¤µ के दौरान लोगों की मौत हà¥à¤ˆ है। अलग-अलग जगहों पर हà¥à¤ हादसे में तकरीबन 40 लोगो की जान चली गई। यह सà¤à¥€ हादसे गणेश विसरà¥à¤œà¤¨ के दौरान हà¥à¤à¥¤ राजधानी दिलà¥à¤²à¥€ में ही चार छातà¥à¤° जिनमें लड़के और दो लड़कियों की पानी में डूबने से मौत हो गई। इसके अलावा à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² में गणेश विसरà¥à¤œà¤¨ के दौरान नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। गणेश विसरà¥à¤œà¤¨ के दौरान जो लोग डूबे हैं उसमे अधिकतर लोगों की उमà¥à¤° 20 वरà¥à¤· के आसपास थी। वे सब के सब नौजवान थे जिनकी आखो में आने वाली जिंदगी को लेकर तरह तरह के सपने थे कि बड़ा होकर ये करूंगा, वो करूंगा, ये बनूंगा, वो बनूंगा लेकिन अब उन सà¤à¥€ का दाह संसà¥à¤•à¤¾à¤° हो गया है और पीछे रह गठहैं तो रोते बिलखते मां बाप और परिजन जो किसà¥à¤®à¤¤ और उस घड़ी को कोस रहे हैं कि कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपने घर के लाडले चिरागों को गणेश विसरà¥à¤œà¤¨ में जाने दिया।
हालाà¤à¤•à¤¿ देश में à¤à¤¸à¥‡ हादसे होना कोई नई घटना नहीं है। पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· विसरà¥à¤œà¤¨ के दौरान डूबने के हादसे होते रहे है लेकिन कोई à¤à¥€ इन हादसों से सबक लेने की कोशिश नहीं करता। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में चाहे कोई à¤à¥€ इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨ हो, यह मानने को तैयार नहीं है कि वह अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ है। जैसे कोई अपशबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ से दà¥à¤–ी या गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ हो जाता है वैसे ही ही किसी को अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥€ कहने से à¤à¥€ वह गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ हो जाता है। जबकि यह सà¤à¥€ मानने को तैयार हैं कि अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ à¤à¤µà¤‚ धारà¥à¤®à¤¿à¤• पाखणà¥à¤¡ हमारी तरकà¥à¤•à¥€ में बहà¥à¤¤ बड़ी बाधा हैं और इसके कारण पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· न जाने कितने लोग अपनी जान गà¤à¤µà¤¾ रहे है।
ताजा à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² में हà¥à¤ इस हादसे पर कई लोगों ने सवाल खड़े किये है कि मूरà¥à¤¤à¤¿ विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करने गये ये लोग इस उमà¥à¤®à¥€à¤¦ के साथ गठथे कि बपà¥à¤ªà¤¾ मोरिया उनकी मà¥à¤°à¤¾à¤¦ पूरी करेगा कà¥à¤¯à¤¾ इन नौनिहालों की मà¥à¤°à¤¾à¤¦ मरने की थी अगर नहीं तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बपà¥à¤ªà¤¾ मोरिया ने बचाया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं? सवाल जायज है और à¤à¤¸à¥‡ अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ पर à¤à¤¸à¥‡ सवाल खड़े करके ही अनेकों मिशनरी à¤à¤¾à¤°à¤¤ के पिछड़े इलाकों ने सफल होती रही है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोगों को मूरà¥à¤¤à¤¿ और पाखंड थमा देने वालों कà¤à¥€ ये नहीं बताया कि गणों के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गणपति कोई खिलौना या मनोरंजन की चीज नहीं कि दस गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ दिन उसके सामने नाज गाना किया और फिर उसे किसी नदी नाले में बहा दिया जाये।
वैदिक गणेश पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• में शà¥à¤°à¥€ मदन रहेजा ने बहà¥à¤¤ ही अचà¥à¤›à¥‡ ढंग से गणपति की उपासन को बताते हà¥à¤ लिखा है कि गणपति हमारे पूजनीय इषà¥à¤Ÿ देवता है उनका आदर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करना सीखें। सही पूजा अरà¥à¤šà¤¨à¤¾ करना सीखें उनके वैदिक, वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• आदà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प को समà¤à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करें। गणपति कोई हाथी सूंड वाला नहीं है। वेदों में गणपति शबà¥à¤¦ अनेकों बार आया है जिसका अरà¥à¤¥ है गणों का सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ इस बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ में जितनी à¤à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤à¤‚ विधमान है जिनकी गणना हो सकें उन सबके सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ को गणपति अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ परम पिता परमातà¥à¤®à¤¾ कहा गया है।
कोई à¤à¥€ शà¥à¤ कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करने से पहले गणपति की पूजा करनी चाहिठये बात सही है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि गणपति परमपिता परमातà¥à¤®à¤¾ को कहा गया है। इस कारण हमें ईशà¥à¤µà¤° को याद जरà¥à¤° करना चाहिठलेकिन इसका यह मतलब नहीं कि आप à¤à¤• मूरà¥à¤¤à¤¿ रखकर दस दिन ढोल नगाड़े बजाये फिलà¥à¤®à¥€ गीतों की धà¥à¤¨ पर नृतà¥à¤¯ करें और गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹à¤µà¥‡à¤‚ दिन उस मूरà¥à¤¤à¤¿ को विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ करें।
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• हैं हम किसी तसà¥à¤µà¥€à¤° शिलà¥à¤ª कला के विरोधी नहीं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ हमारी धरोहर है किनà¥à¤¤à¥ यदि उनसे किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ फैले तो समसà¥à¤¯à¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होती है। धारà¥à¤®à¤¿à¤• अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ तो फैलता ही साथ में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ को à¤à¥€ हानि होती है जैसे आज à¤à¥€ किसी न किसी तरह से लोग नदी में मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को फेंकना सब से पà¥à¤£à¥à¤¯ का काम मानते हैं। हालाà¤à¤•à¤¿ अब कई जगह पà¥à¤² के करीब कूड़ादान à¤à¥€ रखा जाने लगा है पर इसमें मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ कोई नहीं डालता। लोगों को इस बात का डर बैठाया गया है कि कूड़ेदान में मूरà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ डालने से उन का अहित होगा। आसà¥à¤¥à¤¾ की आड में हम अपनी नदियों को पà¥à¤°à¤¦à¥‚षित कर आते है।
कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ नहीं हो सकता है कि हमारी आसà¥à¤¥à¤¾ à¤à¥€ जीवित रहे और साथ में पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को à¤à¥€ हानि ना हो। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में नदी को मां का दरà¥à¤œà¤¾ दिया गया है लेकिन अफसोस तो इस बात का है कि हम जिसे मां कहकर समà¥à¤®à¤¾à¤¨ देते हैं उसे हमने इस कदर गंदा कर दिया गया है कि उसके पानी को पीने की आचमन करने की बात तो कोसो दूर गयी। सामने जो हालात दिख रहे हैं उससे à¤à¤¸à¤¾ लग रहा है कि नदियों में गंदगी हमारे लिठà¤à¤• बड़ी मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤ बनकर हमारे आसपास मंडराने लगी है। जिसके लिठसबसे आगे नदियों के घाट पर बने पूजा सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ के पà¥à¤œà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ छोटे बडे असंखà¥à¤¯ मंदिरों के महंत, महामंडलेशà¥à¤µà¤°,पंडितों को पहल करनी होगी। धरà¥à¤® को रोजगार की बजाय आचरण का विषय मानकर बताना होगा कि जल है तो कल है जब तक ये नदियाठहै तब तक हम जीवित है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हम à¤à¤¸à¤¾ कारà¥à¤¯ करें कि हमें अपने हà¥à¤°à¤¦à¤¯ से कà¤à¥€ गणपति अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤ उस ईशà¥à¤µà¤° की कà¤à¥€ विदाई न करनी पड़ें। इससे हमारे जल सà¥à¤°à¥‹à¤¤ à¤à¥€ निरà¥à¤®à¤² रहेंगे और विसरà¥à¤œà¤¨ के नाम पर हो रही असमय मौतें à¤à¥€ रà¥à¤• जाà¤à¤—ी। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ न हम à¤à¤• जागरूकता का अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलायें कि अगले अगले वरà¥à¤· हम गणेश जी का नहीं इस नाम पर फैल रहे अंधविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ का विसरà¥à¤œà¤¨ करें।
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