देश संविधान से चलेगा या कà¥à¤°à¤†à¤¨ से
Author
Rajeev ChoudharyDate
05-Feb-2020Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
411Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
05-Feb-2020Top Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- साईं बाबा से जीशान बाबा तक कà¥à¤¯à¤¾ है पूरा माजरा?
- शरियत कानून आधा-अधूरा लागू कयों
- तिबà¥à¤¬à¤¤ अब विशà¥à¤µ का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ बनना चाहिà¤
- कà¥à¤¯à¤¾ आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में बोलती है..?
ये सब हमारे ऊपर निरà¥à¤à¤° करता है कि हम इतिहास को कैसे याद रखें या उसे किस तरह दूसरों को याद रखने में मदद करें। लोग कहते हैं कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में आजकल सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ तेज़ी से बॠरही है। देश की आपसी समरसता गडà¥à¤¢à¥‡ में जा रही है। लोकतंतà¥à¤° को खतरा है और संविधान तà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤¿à¤®à¤¾à¤® तà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤¿à¤®à¤¾à¤® कर रहा है।
जब तक नà¥à¤¯à¥‚ज़ चैनल वाले और नेता इस बात को दिन में कई बार नहीं रटा लेते, उनका खाना हजम नहीं होता है। यानी दिन में तीन बार तो जैसे यह बताना अनिवारà¥à¤¯ है।
हाल ही में सैफ अली खान ने इस बात को सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° किया है कि फिलà¥à¤® तानाजी में इतिहास की गलत वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ की गई है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि किसी à¤à¥€ फिलà¥à¤® की वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• सफलता में इतिहास की गलत वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ को उपकरण के तौर पर इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया जा रहा है।
मैं वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त तौर पर सैफ की बात से सहमत हूं लेकिन अब मà¥à¤à¥‡ उनकी बात से à¤à¥€ सहमत होना पड़ रहा है, जो लोग फिलà¥à¤® पदà¥à¤®à¤¾à¤µà¤¤ को लेकर या पानीपत को लेकर बवाल कर रहे थे। उनकी à¤à¥€ दलील यही थी कि उपरोकà¥à¤¤ फिलà¥à¤®à¥‹à¤‚ में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर दिखाया है। बस अंतर यह है कि जब उनकी बात किसी ने नहीं सà¥à¤¨à¥€ तो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यह बात कहने के लिठहिंसा का सहारा लेना पड़ा और सैफ ने यह बात बड़े आराम से कहकर खतà¥à¤® कर दी।
अगर आप सैफ की बात से सहमत हैं, तो उनकी बात को à¤à¥€ नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिठवरना यह à¤à¥€ à¤à¤• किसà¥à¤® की सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ होगी। हां अब सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ से याद आया। जब à¤à¤• सवाल उनसे यह पूछा गया कि कà¥à¤¯à¤¾ इंडसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ के à¤à¥€à¤¤à¤° à¤à¥€ धà¥à¤°à¥à¤µà¥€à¤•à¤°à¤£ और सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ बà¥à¥€ है? तो इस पर सैफ ने कहा कि हां, à¤à¤¸à¤¾ है।
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विà¤à¤¾à¤œà¤¨ के बाद मेरे परिवार के जो लोग à¤à¤¾à¤°à¤¤ छोड़कर चले गà¤, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लगा था कि बंटवारे के बाद à¤à¤¾à¤°à¤¤ सेकà¥à¤¯à¥‚लर नहीं रहेगा। दूसरी तरफ मेरे परिवार के कà¥à¤› लोगों ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ में ही रहने का फैसला इसलिठकिया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ लगा कि यह सेकà¥à¤¯à¥‚लर देश है और कोई दिकà¥à¤•à¤¤ नहीं होगी लेकिन अà¤à¥€ जिस दिशा में चीजें बॠरही हैं, उनसे लगता है कि शायद सेकà¥à¤¯à¥‚लर ना रहे।
यह बहà¥à¤¤ बà¥à¤¿à¤¯à¤¾ जवाब है लेकिन à¤à¤• à¤à¥‹à¤² इसमें à¤à¥€ दिखाई दिया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आज के à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हर कोई यही कह रहा है।
हाल ही में मैंने नागरिक संशोधन कानून पर मचे बवाल के बीच बीबीसी पर शाहीन बाग का à¤à¤• वीडियो देखा। उस वीडियो में à¤à¤• महिला बता रही है कि बस बहà¥à¤¤ हो गया। छ: साल हो गये सहते-सहते। कà¤à¥€ अखलाक हो जाता है तो कà¤à¥€ नजीब और कà¤à¥€ धारा 370 हो जाती है। अब नहीं सहेंगे।
सोचिये यह विरोध किसका है और सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• कौन है? डेनमारà¥à¤• में बने कारà¥à¤Ÿà¥‚न का बदला à¤à¤¾à¤°à¤¤ में लिया जाता है। धारा 370 और अखलाक की मौत का बदला, महिलानà¥à¤¸à¤¾à¤° शाहीन बाग में गà¥à¤¸à¥à¤¸à¥‡ के रूप में दिखाया जाता है। जेà¤à¤¨à¤¯à¥‚ में छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के आपसी टकराव पर जब गेटवे ऑफ इणà¥à¤¡à¤¿à¤¯à¤¾ पर पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ होता है, तब उसमें फà¥à¤°à¥€ कशà¥à¤®à¥€à¤° का पोसà¥à¤Ÿà¤° लहराया जाता है। जबकि अखलाक पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ शरà¥à¤®à¤¿à¤¨à¥à¤¦à¤¾ हà¥à¤† और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने गौरकà¥à¤·à¤•à¥‹ को गà¥à¤‚डे तक कहा।
विरोध में अनेकों हिनà¥à¤¦à¥‚ कलाकारों और कलमकारों ने अवॉरà¥à¤¡ तक वापस किà¤à¥¤ किनà¥à¤¤à¥ जब डॉ नारंग या कमलेश तिवारी की हतà¥à¤¯à¤¾ होती है तब कितने मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® कलाकारों ने शरà¥à¤®à¤¿à¤¦à¤—ी ज़ाहिर की या अवारà¥à¤¡ वापस किà¤?
सैफ अपने मज़हब पर अडिग रहा और बेटे का नाम तैमूर रख दिया। मैं धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ समà¤à¤¤à¤¾ अगर सैफ बाहर आते और कहते कि नहीं मैं à¤à¤¸à¤¾ कोई नाम नहीं रखूंगा जिस नाम के इनà¥à¤¸à¤¾à¤¨ ने अपनी मज़हबी सनक के कारण इस देश के लाखों लोगों का रकà¥à¤¤ बहाया हो? लेकिन नहीं, लाख विरोधों के बीच à¤à¥€ तैमूर नाम रखा गया। यह बिलकà¥à¤² à¤à¤¸à¤¾ है जैसे कोई इज़रायल में अपने बचà¥à¤šà¥‡ का नाम हिटलर रखे और कहें कि मैं यहूदियों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ हूं।
आप हो या कोई और अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾ या नेता सब अपने-अपने धरà¥à¤® मज़हब के पकà¥à¤•à¥‡ होकर आम जनमानस से धरà¥à¤® निरपेकà¥à¤·à¤¤à¤¾ की अपेकà¥à¤·à¤¾ करें तो शायद सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ ही देखने को नहीं मिलेगी। हां, आप जैसे लोग जब खà¥à¤²à¤•à¤° धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤· हो जायेंगे, तो शायद सामà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ की इस देश में गà¥à¤‚जाइश ना बचे।
सैफ साहब आपका बयान अचà¥à¤›à¤¾ है लेकिन अखबारों में छापने के लिठà¤à¤• विशेष बौधिक तबके को खà¥à¤¶ करने के लिठहै ताकि लोगों को लगे आप देश को लेकर चिंतित है लेकिन कà¥à¤¯à¤¾ आप इसका वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त जीवन में पालन करते हैं?
ALL COMMENTS (0)