मजहब को बदनाम किसने किया..?
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Vinay AryaDate
16-Jun-2020Category
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कई महीनों पहले पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ इमरान खान ने à¤à¤• शबà¥à¤¦ इजाद किया था इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤ आज कल इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ नाम का इस शबà¥à¤¦ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बखूबी हो रहा है। कई मंà¤à¥‡ पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से लेकर कथित सामाजिक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ और कà¥à¤› नेता इस शबà¥à¤¦ के सहारे अपनी अपनी राजनीती चमका रहे है।
अचà¥à¤›à¤¾ ये इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ कहा किसे जा रहा है जैसे अपà¥à¤°à¥ˆà¤² माह में लॉकडाउन के दौरान मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² और उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के बरेली में जब पà¥à¤²à¤¿à¤¸ तबà¥à¤²à¤¿à¤—ियों के बारे में जानकारी करने पहà¥à¤‚ची तो अचानक मजहब विशेष से जà¥à¥œà¥‡ कà¥à¤› लोगों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उन पर हमला कर दिया गया। उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के मà¥à¤°à¤¾à¤¦à¤¾à¤¬à¤¾à¤¦ में कोरोना जांच करने गई मेडिकल टीम पर हमला हà¥à¤† है। यह घटना जिले के नागफनी थाने के हाजी नेब की मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ इलाके में हà¥à¤ˆ है। बिहार के औरंगाबाद में à¤à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯ विà¤à¤¾à¤— की टीम पर मजहब विशेष से जà¥à¥œà¥‡ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£à¥‹à¤‚ ने हमला किया। डॉकà¥à¤Ÿà¤° और सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को पीटा गया। वाहन में à¤à¥€ तोड़फोड़ की गई। इससे पहले मेरठमें मसà¥à¤œà¤¿à¤¦ के इमाम समेत 4 लोगों ने अधिकारियों की टीम पर हमला कर दिया था। गाजियाबाद में महिला मेडिकल सà¥à¤Ÿà¤¾à¤« से अशà¥à¤²à¥€à¤²à¤¤à¤¾ की गयी। और à¤à¥€ à¤à¤¸à¥‡ अनेकों मामले हà¥à¤ जो मजहबी तकरीर करके किये गये। जिनका मजहब विशेष के धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥à¤“ं की तरफ से कोई विरोध नहीं किया गया न इन हमलावरों पर फतवें जारी हà¥à¤à¥¤
लेकिन जब इनके खिलाफ मीडिया के कà¥à¤› पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° खड़े हà¥à¤ और सोशल मीडिया पर डॉकà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸ और पà¥à¤²à¤¿à¤¸ का धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ कर रहे लोगों ने à¤à¥€ आपतà¥à¤¤à¤¿ जताई तो इसे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ कहा गया कि ये कहा कि लोग हमारे मजहब को बदनाम कर रहे है।
तबà¥à¤²à¤¿à¤—ियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मचाया गये इस हिंसक उतà¥à¤ªà¤¾à¤¤ के खिलाफ न तो ओवेसी बंधू, न इस पर आरफा खानम की आवाज उठी न वो असंखà¥à¤¯ धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥ इसके खिलाफ मजà¥à¤œà¤®à¤¤ करने आये जो à¤à¤• मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़की गीता के मातà¥à¤° शà¥à¤²à¥‹à¤• गाने पर फतवें तक जारी देते है। और न ही वो मौलाना बोले जो शाम को मीडिया के सà¥à¤Ÿà¥‚डियो में बैठकर गंगा जमà¥à¤¨à¥€ तहजीब का पाठपà¥à¤¾ जाते है। फिर आखिर मजहब को बदनाम कौन कर रहा है? कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® या अनà¥à¤¯ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨? आखिर कà¥à¤¯à¤¾ कारण है कि हिंसा उपदà¥à¤°à¤µ और उतà¥à¤ªà¤¾à¤¤ करने से मजहब बदनाम नहीं होता लेकिन इस सबका विरोध करो तो बदनाम हो जाता है?
हो तो कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही रहा है शाहीन बाग में देश विरोधी बयान आयें सब नरमपंथी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® खामोश रहे, वहां से हिंसा के लिठउकसाया गया जैसा कि मामले पà¥à¤²à¤¿à¤¸ ने à¤à¥€ कहा है नरमपंथी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® खामोश रहे, नतीजा दिलà¥à¤²à¥€ में हिंसा दंगा लेकिन नरमपंथी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® यहाठà¤à¥€ खामोश रहे अगर कà¥à¤› ने जबान खोली तो बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• वरà¥à¤— पर आरोप लगाये। किनà¥à¤¤à¥ जैसे ही इस हिंसा में कई कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थियों की à¤à¥‚मिका संदिगà¥à¤§ पाई गयी उनकी गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हà¥à¤ˆ तो नरमपंथियों की और से कहा गया कि इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ हमारे मजहब को बदनाम किया जा रहा है।
मजहबी खेल समà¤à¤¿à¤¯à¥‡ जब तक कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी अलगाव हिंसा या असामाजिक अनैतिक कृतà¥à¤¯ करते रहेंगे नरमपंथी धडा जैसे सेकà¥à¤²à¤° कहा जाता है वह खामोश बना रहेगा। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये लोग जानते है कि पहला धडा मजहब के लिठकाम कर रहा है, लेकिन जैसे ही अनà¥à¤¯ वरà¥à¤— इसका विरोध करता है तो तब कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी पीछे हट जाते है और कमान नरमपंथियों के हाथ में थमा दी जाती है। नरमपंथियों की जमात मीडिया सोशल मीडिया पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट मीडिया व संचार माधà¥à¤¯à¤®à¥‹à¤‚ से शोर मचा देते है कि देखिये साहब हिनà¥à¤¦à¥à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤¨ में किस तरह अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• वरà¥à¤— को टारगेट किया जा रहा है। अचानक मजहबी अà¤à¤¿à¤¨à¥‡à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¤¾à¤°à¤¤ में डर लगने लगता है, देश के उचà¥à¤š पदों पर बैठे नरमपंथी कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थ की ढाल बन जाते है।
वैसे राजनीती में इसे चेक à¤à¤‚ड बेलेंस का खेल कहा जाता है कि à¤à¤• चेक करें अगर शोर न हो तो करता रहे है किनà¥à¤¤à¥ अगर किसी कारण शोर मचे तो दूसरा उसे बेलेंस बना ले। बस यही तो हो रहा है इसी सिमà¥à¤ªà¤² से सूतà¥à¤° से पिछले सतà¥à¤¤à¤° साल से इस देश की राजनीती का गणित हल किया जा रहा है।
आप खà¥à¤¦ देखिये दिलà¥à¤²à¥€ के खà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¾ इलाके में à¤à¤• लड़का अंकित सकà¥à¤¸à¥‡à¤¨à¤¾ दà¥à¤¸à¤°à¥‡ मजहब की लड़की से शादी करना चाहता था लेकिन मजहबी मानसिकता से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ कई लोग उसकी दिन दहाड़े गला रेतकर हतà¥à¤¯à¤¾ कर देते है। कोई नरमपंथी इसकी मजमà¥à¤®à¤¤ नहीं करता न ओवेसी सामने आता और न मजहबी धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥à¥¤ लेकिन जैसे ही बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• वरà¥à¤— उगà¥à¤° होता है निंदा करता है तो नरमपंथियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कमान समà¥à¤¹à¤¾à¤²à¥€ जाती है और कहा जाता है कि à¤à¤• घटना से आप समूचे मजहब को बदनाम कर रहे है?
लोगों ने बात मान ली इसके बाद लेकिन इसके कà¥à¤› दिन बाद दिलà¥à¤²à¥€ के मोती नगर इलाके में धà¥à¤°à¥à¤µ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी हतà¥à¤¯à¤¾ कर दी जाती है। कारण धà¥à¤°à¥à¤µ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी की बेटी को रोजाना कà¥à¤› कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी छेड़ते थे जैसे ही à¤à¤• दिन धà¥à¤°à¥à¤µ तà¥à¤¯à¤¾à¤—ी ने इसका विरोध किया तो उसका काम तमाम तब à¤à¤• à¤à¥€ नरमपंथियों की जमात से सामने नहीं आता। न ओवेसी का बयान आता न इनके कथित धरà¥à¤® गà¥à¤°à¥à¤“ं का। लेकिन जैसे ही इसके खिलाफ आकà¥à¤°à¥‹à¤¸ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ होता तो अचानक नरमपंथियों की जमात टूट पड़ती है कि à¤à¤• मामले से सारे मजहब को बदनाम किया जा रहा है।
आखिर मजहब को बदनाम कर कौन रहा है हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ या विरोध करने वाले? ये सवाल कोई इनसे नहीं पूछता, दिलà¥à¤²à¥€ के ही मानसरोवर पारà¥à¤• में आदिल नाम लड़का रिया गौतम की हतà¥à¤¯à¤¾ दिन दहाड़े हतà¥à¤¯à¤¾ कर देता है, सब नरमपंथी मौन रहते है। लेकिन जैसे ही बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• वरà¥à¤— इसका विरोध करता है तो इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥‹à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ हो जाता है मजहब को बदनाम करने साजिश बताया जाता है।
हमेशा कहा जाता है इसà¥à¤²à¤¾à¤® à¤à¤• शांति का मजहब है। चलो मान लिया, शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोगों की संखà¥à¤¯à¤¾ असà¥à¤¸à¥€ फीसदी से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है। चलो मान लिया। लेकिन इन लोगों ने आज तक कà¥à¤¯à¤¾ किया? कà¤à¥€ किसी हतà¥à¤¯à¤¾, हिंसा या दंगे का विरोध किया, कà¤à¥€ किसी कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी के खिलाफ फतवा दिया हो? शायद नहीं! फिर मजहब को बदनाम कौन कर रहा है?
बलà¥à¤•à¤¿ विशà¥à¤µ कि पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित जाà¤à¤š à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों का निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· है कà¥à¤² मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® जनसंखà¥à¤¯à¤¾ का 15 से 20 फीसदी ही कटà¥à¤Ÿà¤°à¤µà¤¾à¤¦à¥€ है। यानी 18 से 20 करोड़ जिहादीयों के ऊपर ही पशà¥à¤šà¤¿à¤®à¥€ सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ के विनाश का अà¤à¤§à¤¾ जà¥à¤¨à¥‚न सवार है। शायद यह संखà¥à¤¯à¤¾ अमेरिकी जनसखà¥à¤¯à¤¾ के बराबर हो। लेकिन इसकी चिंता विशà¥à¤µ को कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हो? आप मानव इतिहास का कोई à¤à¥€ पनà¥à¤¨à¤¾ उठाकर देख लो यह सच है कि अधिकांश जरà¥à¤®à¤¨ शांति पà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग थे फिर à¤à¥€ हिंसक नाजियों के कारण 6 करोड़ मासूम लोग मारे गये। नाजियों के यातना शिविरों में 1.4 करोड़ लोग मारे गये जिनमें 60 लाख यहूदी थे. तब अधिकतर शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पाये? कà¥à¤› नहीं।
उसी तरह अधिकांश रà¥à¤¸à¥€ शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ थे, लेकिन कटà¥à¤Ÿà¤° वामपंथियो दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 2 करोड़ मासूम लोग मार डाले गये। तब अधिकतर शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पायें? कà¥à¤› नहीं।
चीनियों को देख लीजिये अधिकतर चीनी शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग थे। लेकिन खूंखार वामपंथियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ करोड़ो लोग काट डाले गये तब अधिकतर शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पाये? कà¥à¤› नहीं।
जापान को देख लो अधिकांश जापानी लोग शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ थे, किनà¥à¤¤à¥ दूसरे विशà¥à¤µ यà¥à¤¦à¥à¤§ में जापानी फौज ने पूरà¥à¤µ à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ में 1.2 करोड़ लोग नà¥à¤•à¥€à¤²à¥€ संगीनों से काट दिठगये तब अधिकतर शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पाये? कà¥à¤› नहीं।
11 सितमà¥à¤¬à¤°, 2001 को अमेरिका में 23 लाख अरब मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® मौजूद थे जिनमें अधिकांश शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ थे लेकिन 19 जिहादियों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वरà¥à¤²à¥à¤¡ टà¥à¤°à¥‡à¤¡ सेंटर और पेंटागन पर हमला किया 3 हजार लोग मौत के घाट उतार दिठअमेरिका घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‹à¤‚ पर ला दिया तब 23 लाख शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पाये? कà¥à¤› नहीं।
इसी तरह देखें तो 9 सितमà¥à¤¬à¤° 2008 à¤à¤¾à¤°à¤¤ में करीब 15 करोड़ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® मौजूद थे, किनà¥à¤¤à¥ चार जिहादियों ने ताज होटल पर हमला कर 250 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोगों को मौत की नींद सà¥à¤²à¤¾ दिया तब 15 करोड़ शांतिपà¥à¤°à¤¿à¤¯ लोग कà¥à¤¯à¤¾ कर पायें?
सवाल अब फिर वही है कि इसà¥à¤²à¤¾à¤® को बदनाम किसने किया? आज दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में दस बड़े कटà¥à¤Ÿà¤°à¤ªà¤‚थी संगठन किसके है? इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ किसके लिठकाम कर रहा है, अलकायदा के सिपाही किसके लिठकाम कर रहे है? तालिबान और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ का तहरीक-à¤-तालिबान के लड़ाके किसके लिठहिंसा कर रहे है? बोको हराम अल नà¥à¤¸à¥à¤°à¤¾ फà¥à¤°à¤¨à¥à¤Ÿ हिजबà¥à¤²à¥à¤²à¤¾à¤¹ हमास लशà¥à¤•à¤° ठतैयà¥à¤¬à¥à¤¬à¤¾, जैश ठमोहमà¥à¤®à¤¦ हिजबà¥à¤² मà¥à¤œà¤¾à¤¹à¤¿à¤¦à¥€à¤¨ जैसे अनेकों छोटे बड़े संगठन आखिर किसके लिठहिंसा कर रहे है? जवाब होगा मजहब के लिठऔर जो लोग जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ नरमपंथी मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® कहा जाता है वो अगर इसका विरोध नहीं करते तो वह बोलिठवह किसके लिठकाम कर रहे है? जवाब साफ है मजहब के लिà¤? पिछले दिनों शाहीन बाग से à¤à¤• लड़की सफà¥à¤°à¤¾ जरगर लगातार à¤à¤¾à¤·à¤£ देती रही लोगों को उकसाती रही à¤à¤• à¤à¥€ नरमपंथी सामने नहीं आया लेकिन जैसे ही अब उसकी गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤°à¥€ हà¥à¤ˆ सà¤à¥€ à¤à¤• सà¥à¤° में सामने आये और बोले कि मजहब को बदनाम किया जा रहा है, à¤à¤¾à¤°à¤¤ में इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥à¤«à¥‹à¤¬à¤¿à¤¯à¤¾ बॠरहा है। लेकिन सवाल यही मजहब को बदनाम कर कौन रहा है हिंसा करने वाले उनका मौन साथ देने वाले या फिर इस सबका विरोध करने वाले अà¤à¥€ à¤à¥€ समठजाइये और संà¤à¤² जाइये।
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