à¤à¤¾à¤°à¤¤ से सबक ले यूरोप
Author
Rajeev ChoudharyDate
02-May-2016Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
1690Total Comments
0Uploader
amitUpload Date
04-May-2016Download PDF
-0 MBTop Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- साईं बाबा से जीशान बाबा तक कà¥à¤¯à¤¾ है पूरा माजरा?
- शरियत कानून आधा-अधूरा लागू कयों
- जयोतिषी à¤à¤¾à¤°à¤¤
- तिबà¥à¤¬à¤¤ अब विशà¥à¤µ का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ बनना चाहिà¤
सोमवार 14 सितमà¥à¤¬à¤° 2015 के आरà¥à¤¯ सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ के 44 वें अंक में हमने यूरोपीय देशों को चेतावनी देते हà¥à¤ जो लेख दिया था| ठीक उसी तरह बेलà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤® के उपपà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ यान जंबन ने अपनी चिंता जाहिर की है| उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा है यूरोप में बà¥à¤°à¥à¤¸à¥‡à¤²à¥à¤¸ हमले के बाद इसà¥à¤²à¤¾à¤® के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ लोगों की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बदली है और इसà¥à¤²à¤¾à¤® को लेकर नफरत à¤à¤°à¥‡ बयानों में à¤à¥€ तेजी आई है| जंबन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° यूरोप में जबरदसà¥à¤¤ धारà¥à¤®à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बिगड़ने वाला है| इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में आज जरूरत है कि हमें मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ को आतंकवादियों के पाले में जाने से रोकना होगा| कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ बà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤²à¥à¤¸ हमले के बाद मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ के लोग डांस कर रहे थे जबकि इस हमले में 32 लोग मारे गये थे| जंबन ने यदि à¤à¤¸à¤¾ है, तो आने वाले कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹ में समसà¥à¤¤ यूरोप के सामने समसà¥à¤¯à¤¾ खड़ी हो सकती है| यूरोप, जो पहले ही आरà¥à¤¥à¤¿à¤• संकट से गà¥à¤œà¤° रहा है यदि वहां धीरे धीरे धारà¥à¤®à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ à¤à¥€ बिगड़ा तो यूरोप की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दयनीय होकर सीरिया, यमन, तà¥à¤°à¥à¤•à¥€ जैसी होने में देर नहीं लगेगी|
यह कहना गलत नहीं होगा कि यूरोप को à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¤¾à¤°à¤¤ जैसे देशों से कà¥à¤› सीख लेनी चाहिà¤| à¤à¤¾à¤°à¤¤ ने à¤à¥€ बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶ गठन के बाद लाखों की संखà¥à¤¯à¤¾ में बांगà¥à¤²à¤¾à¤¦à¥‡à¤¶à¥€ शरणारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• रूप से शरण दी थी, जो पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में आकर बस गये थे| जिसके बाद पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में तेजी से धारà¥à¤®à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ बिगड़कर सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ लोगों के अनà¥à¤¦à¤° शरणारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ गà¥à¤¸à¥à¤¸à¤¾ जनà¥à¤® लेने लगा जिसके कारण पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खासकर असम में आतंकवाद पनपकर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के अनà¥à¤¦à¤° पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ दिखाने लगा है| शायद आने वाले कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹ के बाद यूरोपीय देशों में à¤à¥€ कà¥à¤› à¤à¤¸à¤¾ ही हाल देखने को मिले| आशंका से मà¥à¤‚ह मोड़ने के बजाय यह बात तय है कि अगले दस वरà¥à¤· तय कर देंगे कि यूरोप और पà¥à¤°à¥‡ विशà¥à¤µ के हालात à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में कैसे होंगे? जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हो सीरियाई संकट के समय खà¥à¤¦ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® देशों के दà¥à¤µà¤¾à¤° बनà¥à¤¦ होने के बाद सीरियाई, इराक से शरणारà¥à¤¥à¥€ यूरोप के देशों जाकर बसे थे| उनमें सबसे अधिक 90 हजार जरà¥à¤®à¤¨à¥€ 60 हजार से ऊपर सà¥à¤µà¥€à¤¡à¤¨ गये थे| सितमà¥à¤¬à¤° 2015 तक हर रोज 8 हजार शरणारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यूरोपीय देशों में पलायन किया था| इस सबके बाद जेहन में जो पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ उपजते है वो ये है, कि यदि इसà¥à¤²à¤¾à¤® की विचारधारा उपयà¥à¤•à¥à¤¤ है, तो इन लोगों के सामने इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• लोगों ने ही यह हालात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ खड़े किये? दूसरा जब इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• मौलाना इसà¥à¤²à¤¾à¤® की विचारधारा को सबसे शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ बताते है तो फिर वो इसà¥à¤²à¤¾à¤® की आलोचना से तिलमिला कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ जाते है? कà¥à¤¯à¤¾ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ à¤à¤¯ है कि इस मजहब के जनà¥à¤® से ही केवल हिंसा, धमकी, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¬à¤‚ध à¤à¥‡à¤² रहे लोग इससे दूर ना हो जाये? तो फिर à¤à¤¸à¥€ कमजोर विचारधारा में बंधे रहने से कà¥à¤¯à¤¾ लाठहै| इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• आतंक की वजह से जिन इसà¥à¤²à¤¾à¤® के मानने वालों का घर, बार छिना हो, वो आज दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हो तो फिर यह लोग इस विचारधारा में जकड़े कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है? या फिर यूरोप में इसà¥à¤²à¤¾à¤® का फैलाव करने की यह सà¥à¤¨à¤¯à¥‹à¤œà¤¿à¤¤ साजिश का हिसà¥à¤¸à¤¾ है?
इंगà¥à¤²à¥‡à¤‚ड के समाचार पतà¥à¤° संडे à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने पिछले दिनों इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ का हवाला देकर खबर छापी थी कि इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ ने करीब 4000 हजार आतंकियों को यूरोपीय देशों में à¤à¥‡à¤œà¤¨à¥‡ का दावा किया है, खबर के बाद लिखा था “थोडा इंतजार करो|” जिसके बाद जरà¥à¤®à¤¨à¥€ में चरà¥à¤š और सà¥à¤•à¥‚लों में तोड़-फोड़ की घटना, दान-पातà¥à¤° और लेपटोप लà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ की घटना से लेकर नये साल का आगमन कर रही 100 के करीब सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ यà¥à¤µà¤¤à¥€ रेप का शिकार हà¥à¤ˆ थी| इन घटनाओं में जो लोग गिरफà¥à¤¤à¤¾à¤° हà¥à¤ थे उनमे से à¤à¤• ने यू-टà¥à¤¯à¥‚ब पर अपना वीडियो जारी कर शरणारà¥à¤¥à¥€ शिविर में रह लोगों से इस मà¥à¤¹à¤¿à¤® में जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का आगà¥à¤°à¤¹ किया था| हालाà¤à¤•à¤¿ किसी घटना को लेकर पसंद या नापसंद करने की किसी à¤à¥€ देश की अपनी इचà¥à¤›à¤¾ पर निरà¥à¤à¤° करता है| किसे सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करे और किसे असà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° इस फैसले पर à¤à¥€ अंतिम अधिकार उनका होता है| लेकिन मानवता के नाते हम लोग अà¤à¥€ à¤à¥€ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में शांति, पà¥à¤°à¥‡à¤® और à¤à¤¾à¤ˆà¤šà¤¾à¤°à¤¾ कायम रखने की बात करते है| हमारा मकसद किसी मजहब को बदनाम करना नहीं है| किनà¥à¤¤à¥ दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में रहने के नाते कà¥à¤› पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ पूछने का अधिकार तो रखते है| कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® मौलाना जब तक आतंक के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपनी जà¥à¤¬à¤¾à¤¨ नहीं खोलेंगे, तब तक आतंक का दानव दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में तबाही जारी रखेगा| आज आतंक की काली छाया धीरे-धीरे यूरोप को निगलने चली है, इसके बाद अमेरिका और अमेरिका के बाद शायद यह छाया दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ से मानवता का उजाला हमेशा के लिठनषà¥à¤Ÿ ना कर दे सोचों जो लोग आज अपनों के सीने में खंजर à¤à¥‹à¤‚क रहे है वो कल गैर के लिठकितने खतरनाक होंगे?
ALL COMMENTS (0)