134th Rishi Balidan Samaroh
134th Rishi Balidan Samaroh organize by Paropkarini Sabha
29 Aug 2017
India
Paropkarini Sabha
परोपकारिणी सà¤à¤¾ अजमेर के ततà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¾à¤¨ में 25 से 29 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2017 के बीच महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ के 134वें बलिदान दिवस समारोह के अवसर पर à¤à¤µà¥à¤¯ ऋषि मेले का आयोजन किया गया। मेले का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ पारायण यजà¥à¤ž से हà¥à¤† यजà¥à¤ž बà¥à¤°à¤¹à¥à¤® आचारà¥à¤¯ सतà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ वेदवागीश थे। महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ आरà¥à¤· गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² ऋषि उदà¥à¤¯à¤¾à¤¨ के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने वेद पाठकिया। यजà¥à¤ž में परोपकारिणी सà¤à¤¾ के पदाधिकारी à¤à¤µà¤‚ सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¥‡ सपरिवार à¤à¤¾à¤— लिया। यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ ऋषि मेले का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ सरसà¥à¤µà¤¤à¥€ à¤à¤µà¤¨ के पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण में सà¤à¤¾ के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ डॉ. सà¥à¤°à¥‡à¤¨à¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤° दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ से हà¥à¤†à¥¤ देश में समाज सà¥à¤§à¤¾à¤°, दशा और दिशा, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में आरà¥à¤¯ समाज की à¤à¥‚मिका, धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ और मत-मतानà¥à¤¤à¤°, राषà¥à¤Ÿà¥à¤° निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में यà¥à¤µà¤¾à¤“ं की à¤à¥‚मिका, 21वीं सदी और महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦, आचारà¥à¤¯ धरà¥à¤®à¤µà¥€à¤° वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°, शिकà¥à¤·à¤¾ का महतà¥à¤¤à¥à¤µ और चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ à¤à¤µà¤‚ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिकता विषयों पर समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ आयोजित किये गये। 30वीं अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ वेद गोषà¥à¤ ी 2017 का विषय वेदों में शिकà¥à¤·à¤¾ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ रहा।
सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ क पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ चनà¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ ने गोषà¥à¤ ी का उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया। आचारà¥à¤¯à¤¾ सूरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤µà¥€ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· रहीं। इस गोषà¥à¤ ी में कà¥à¤² 34 विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया à¤à¤µà¤‚ पतà¥à¤°à¤µà¤¾à¤šà¤¨ किया। दिलà¥à¤²à¥€ आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ महामंतà¥à¤°à¥€ ने कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® की सराहना करते हà¥à¤ कहा कि ‘आरà¥à¤¯ समाज के उनà¥à¤¨à¤¯à¤¨ à¤à¤µà¤‚ विकास के लिठविशेष कर यà¥à¤µà¤¾ पीà¥à¥€ को जागà¥à¤°à¤¤ करने के लिठइस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के मेलों का आयोजन बहà¥à¤¤ जरूरी होता जा रहा है।’मेले में विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया तथा वेदपाठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता à¤à¥€ आयोजित की गई। इस बार अजमेर à¤à¤µà¤‚ राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से लगà¤à¤— 1125 तथा अनà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से 1166 लोग उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हà¥à¤à¥¤ आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚, संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, आरà¥à¤¯à¤µà¥€à¤°à¥‹à¤‚, कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾à¤“ं, करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ 400 के लगà¤à¤— रही। - मनà¥à¤¤à¥à¤°à¥€