85th Annual Fesival and 39th Chaturved Brhmparayan Yagya

85th Annual Fesival and 39th Chaturveda Brhmparayan Yagya was organized by Shrimad Dayanand Vedarsh Mahavidyalya Gurukul Gautamnagar.

गुरुकुल गौतमनगर दिल्ली का 85वां वार्षिकोत्सव एवं 39वां चतुर्वेद पारायण यज्ञ सोत्साह सम्पन्न हुआ | वेद पारायण यज्ञ के ब्रह्मा वैदिक विद्वान डॉ. महावीर अग्रवाल थे | चतुर्वेद पारायण यज्ञ की पूर्णाहुति, सहित अनेक विद्वानों के प्रवचन हुए एवं उनका सम्मान भी किया गया |

स्वामी धर्मेश्वरानन्द सरस्वती जी ने कहा कि यज्ञ करने से हमारा परिवार, देश व समाज उन्नति को प्राप्त होगा | गुरुकुलों को दान देने की प्रेरणा कि और कहा कि इससे आपको पुण्य प्राप्त होगा | स्वामी प्रणवानन्द जी ने देश भर में 9 गुरुकुल संचालित कर रहे है | यह उनके पूर्वजन्मों का संस्कार है |

डा. महेश विद्यालंकार जी ने कहा कि जिस स्थान पर अच्छे विद्वानों का आना-जाना हो तथा जहां जाने पर अच्छे वैदिक विद्वान मिलते हों वह स्थान तीर्थ बन जाता है | गुरुकुलों की रक्षा करना हम सब आर्यो का पुनीत कर्तव्य है |

दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान श्री धर्मपाल आर्य ने कहा कि ऋषि दयानन्द ने 16 आहुतियों के देवयज्ञ को महायज्ञ कहा है | पर्यावरण की रक्षा व वायुमंडल की शुद्धि का एकमात्र समाधान व निदान अग्निहोत्र यज्ञ ही है |

उत्सव में डॉ. रघुवीर वेदालंकार, ठाकुर विक्रम सिंह, श्री वीरपाल, डॉ. धर्मेन्द्र शास्त्री, डॉ. आनन्द कुमार एवं डॉ. अशोक कुमार, एमिटी यूनिवर्सिटी आदि के उद्बोधन भी हुए |

 

85th Annual Fesival and 34th Chaturved Brhmparayan Yagya

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