195th Mahrshi Dayanand Birth Anniversary

195th Mahrshi Dayanand Birth Anniversary was organized by Mahrshi Dayanand Gau Samvardhan Kendra.

दिल्ली की समस्त आर्यसमाजों एवं आर्य संस्थाओं के सहयोग से दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा एवं आर्य समाज पंखा रोड सी ब्लाक जनकपुरी के संयुक्त तत्त्वावधान में पश्चिम दिल्ली क्षेत्र में आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरवस्ती जी के 195वें जन्मोत्सव पर भव्य भजन संध्या एवं प्रेरक मार्गदर्शन कार्यक्रम  28 फरवरी का दशहरा ग्राउंड, सी-4जी पार्क, जनकपुरी में सायं 3 से 7 बजे तक आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ आचार्य डॉ.प्रणव देव आर्य जी के ब्रह्मत्व में यज्ञ के साथ हुआ जिसमें यजमान के रूप में सर्वश्री राहुल शर्मा, ओमपाल सिंह, राजकमल जैन व प्रकाश आर्य जी सपत्नीक उपस्थित हुए। समारोह की अध्यक्षता सभा प्रधान श्री धर्मपाल जी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, पदम्भूषण महाशय धर्मपाल जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व महापौर श्री पृथ्वीराज साहनी, पूर्व निगम पार्षद श्रीमती रजनी ममतानी व पार्षद श्रीमती वीणा शर्मा उपस्थित थीं।

मुख्य अतिथि श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा जी का सम्मान करते हुए सभा महामन्त्री श्री विनय आर्य जी ने उनके द्वारा भारतीय संसद में प्रस्तुत किए गए शाकाहार बिल जोकि उन द्वारा प्राइवेट बिल के रूप में प्रस्तुत किया गया, का परिचय दिया तथा इसके समर्थन में आर्यसमाज की ओर से हस्ताक्षर अभियान चलाकर एक लाख हस्ताक्षर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी को सौंपने का प्रस्ताव रखा, जिससे श्री वर्मा ने विस्तारित करते हुए कहा कि एक लाख तो मैं ही करा दूंगा आप कम से कम 10 लाख हस्ताक्षरों का लक्ष्य रखें।

उन्होंने महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के 200वें जन्मजयन्ती समारोह को को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार की ओर से विशेष बजट के साथ आयोजित करने के आर्यसमाज के प्रस्ताव का अनुमोदन किया तथा आयोजन समिति में सम्मिलित करने का भी निवेदन किया।

उन्होनें आगे कहा मैं कोई राजनेता नहीं आर्यसमाज का सेवक हूं, सेवा एवं संस्कार मेरे खून में है। आप जब चाहे, जैसा चाहें मुझे आदेश दे सकते हैं।

उन्होंने संसद में प्रस्तुत होने वाले दूसरे प्राइवेट बिल के बारे में बताया कि उन्होंने राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ सभी गाएं और इसका पालन सभी को करना चाहिए।

इस अवसर पर भजनोपदेशक श्री अंकित उपाध्याय जी एवं टीम तथा अमृतसर से पधारे श्री दिनेश पथिक जी ने महर्षि दयानन्द जी एवं देश के वीर सैनिकों का स्मरण करते हुए भक्ति एवं देशभक्ति गीतों से समां बांध दिया।

इस अवसर पर पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र के वरिष्ठ आर्य कार्यकर्ताओं एवं सहयोगियों का सर्वश्री सोमदत्त महाजन, वेद प्रकाश ओबरॉय, भूषणलाल पारासर, सरदार सतपाल सिंह, एच.एल. मल्होत्रा, सुश्री मेधा आर्या को शॉल, माला, पीतवस्त्र एवं सम्मान पत्र भेंट करके सम्मानित किया गया। इसके साथ ही आर्यसमाज के प्रधान श्री शिव कुमार मदान, मन्त्री श्री रमेशचन्द्र आर्य एवं कोषाध्यक्ष श्री भूपसिंह सैनी का भी सम्मान किया गया। स्वादिष्ट भोजन के साथ पश्चिमी दिल्ली का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

पूर्वी दिल्ली में महर्षि दयानंद गौ संवर्धन केंद्र गाजीपुर दिल्ली के प्रांगण में 1 मार्च, 2019 को महर्षि दयानंद सरस्वती जी का 195 वां जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर दिल्ली की समस्त आर्य समाजों से वहां के अधिकारी, कार्यकर्ता, सदस्यों सहित आर्य शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थी और अध्यापक आदि हजारों की संख्या में आर्य जन सम्मलित हुए। कार्यÿम का शुभारंभ आचार्य नरेंद्र मैत्रेय जी के ब्र२त्व में यज्ञ से हुआ। यज्ञ में यजमान बनने वालों में गौभक्त जयनारायण अग्रवाल के साथ अनेक अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया। यज्ञोपरान्त श्री दिनेश पथिक जी ने अपने सारगर्भित भजनां में महर्षि दयानंद के उपकारां और राष्ट्र भक्ति के संदेशों की प्रेरणा देते हुए सबको भावविभोर कर दिया।

महर्षि दयानंद सरस्वती कीं संपूर्ण शिक्षाएं और उनके जीवन के आदर्श राष्ट्र निर्माण एवं मानव समाज को सुदिशा प्रदान करने वाले हैं। एक तरफ महर्षि ने भारत की आजादी के लिए वैचारिक क्रांति का सूत्रपात करके अविस्मरणीय योगदान दिया, नारी शिक्षा, विधवा विवाह, यज्ञ, योग, स्वाध् याय और वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार किया, वहीं दूसरी और उन्होंने जातिवाद, छूआ-छूत, ढोंग-पाखंड, जादू-टोने, बाल विवाह, सती प्रथा आदि कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने का अभियान चलाया। महर्षि के दिखाए रास्ते पर ही आर्य समाज आगे बढ़ रहा है। आज के कार्यक्रम में आर्य समाज के मूर्धन्य संन्यासी, आचार्य विद्वानों और आर्य नेताओं ने अपने उदगार प्रस्तुत करते हुए महर्षि दयानंद के जन्मोत्सव की सभी देशवासियों को बधाई दी और महर्षि के संदेशों से मानव समाज को अवगत कराया।

इस अवसर पर कैबिनेट राज्य मंत्री डा. सत्यपाल सिंह ने कहा- महर्षि दयानंद ने विश्व को नई दिशा प्रदान की है, गौसेवा की शिक्षा महर्षि की प्रमुख शिक्षाओं में से एक है।

हरियाण के पूर्व कृषिमंत्री बच्चन सिंह आर्य ने कहा- महर्षि की शिक्षाओं पर चलकर ही आर्य समाज मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रणी है।

दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामन्त्री विनय आर्य ने कहा-महर्षि दयानंद जी गौसेवा के प्रबल समर्थक थे, उन्होंने रेवाडी में सर्वप्रथम गौशाला स्थापित की तथा आर्यो को वैदिक संस्कृति की रक्षा की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर पदमभूषण महाशय धर्मपाल जी, गौभक्त शिरोमणि जयनारायण अग्रवाल जी, पृथ्वीपाल जी, सुबोध कुमार जी, पुष्पेन्द्र जी, विनय आर्य जी का शाल व स्मृति चिन्ह देकर सार्वजनिक अभिनंदन किया गया। आर्यनेता धर्मपाल आर्य जी, सुरेंद्र रैली जी, महीपाल आर्य जी, और अशोक गुप्ता जी ने महर्षि दयानंद जी की शिक्षाओं को जन जन तक पहुंचाने की प्रेरणा प्रदान की। महर्षि दयानंद जी की जयंती पर पाकिस्तान द्वारा  विंग कमांडर अभिनंदन  वर्तमान को छोड़े जाने पर आर्य समाज की संस्थाओं द्वारा स्वागत किया।

दिल्ली की समस्त आर्यसमाजों एवं आर्य संस्थाओं के सहयोग से दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा एवं आर्य समाज पंखा रोड सी ब्लाक जनकपुरी के संयुक्त तत्त्वावधान में पश्चिम दिल्ली क्षेत्र में आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानन्द सरवस्ती जी के 195वें जन्मोत्सव पर भव्य भजन संध्या एवं प्रेरक मार्गदर्शन कार्यक्रम  28 फरवरी का दशहरा ग्राउंड, सी-4जी पार्क, जनकपुरी में सायं 3 से 7 बजे तक आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ आचार्य डॉ.प्रणव देव आर्य जी के ब्रह्मत्व में यज्ञ के साथ हुआ जिसमें यजमान के रूप में सर्वश्री राहुल शर्मा, ओमपाल सिंह, राजकमल जैन व प्रकाश आर्य जी सपत्नीक उपस्थित हुए। समारोह की अध्यक्षता सभा प्रधान श्री धर्मपाल जी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में पश्चिम दिल्ली क्षेत्र से सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा, पदम्भूषण महाशय धर्मपाल जी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व महापौर श्री पृथ्वीराज साहनी, पूर्व निगम पार्षद श्रीमती रजनी ममतानी व पार्षद श्रीमती वीणा शर्मा उपस्थित थीं।

मुख्य अतिथि श्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा जी का सम्मान करते हुए सभा महामन्त्री श्री विनय आर्य जी ने उनके द्वारा भारतीय संसद में प्रस्तुत किए गए शाकाहार बिल जोकि उन द्वारा प्राइवेट बिल के रूप में प्रस्तुत किया गया, का परिचय दिया तथा इसके समर्थन में आर्यसमाज की ओर से हस्ताक्षर अभियान चलाकर एक लाख हस्ताक्षर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी जी को सौंपने का प्रस्ताव रखा, जिससे श्री वर्मा ने विस्तारित करते हुए कहा कि एक लाख तो मैं ही करा दूंगा आप कम से कम 10 लाख हस्ताक्षरों का लक्ष्य रखें।

उन्होंने महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के 200वें जन्मजयन्ती समारोह को को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत सरकार की ओर से विशेष बजट के साथ आयोजित करने के आर्यसमाज के प्रस्ताव का अनुमोदन किया तथा आयोजन समिति में सम्मिलित करने का भी निवेदन किया।

उन्होनें आगे कहा मैं कोई राजनेता नहीं आर्यसमाज का सेवक हूं, सेवा एवं संस्कार मेरे खून में है। आप जब चाहे, जैसा चाहें मुझे आदेश दे सकते हैं।

उन्होंने संसद में प्रस्तुत होने वाले दूसरे प्राइवेट बिल के बारे में बताया कि उन्होंने राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ सभी गाएं और इसका पालन सभी को करना चाहिए।

इस अवसर पर भजनोपदेशक श्री अंकित उपाध्याय जी एवं टीम तथा अमृतसर से पधारे श्री दिनेश पथिक जी ने महर्षि दयानन्द जी एवं देश के वीर सैनिकों का स्मरण करते हुए भक्ति एवं देशभक्ति गीतों से समां बांध दिया।

इस अवसर पर पश्चिमी दिल्ली क्षेत्र के वरिष्ठ आर्य कार्यकर्ताओं एवं सहयोगियों का सर्वश्री सोमदत्त महाजन, वेद प्रकाश ओबरॉय, भूषणलाल पारासर, सरदार सतपाल सिंह, एच.एल. मल्होत्रा, सुश्री मेधा आर्या को शॉल, माला, पीतवस्त्र एवं सम्मान पत्र भेंट करके सम्मानित किया गया। इसके साथ ही आर्यसमाज के प्रधान श्री शिव कुमार मदान, मन्त्री श्री रमेशचन्द्र आर्य एवं कोषाध्यक्ष श्री भूपसिंह सैनी का भी सम्मान किया गया। स्वादिष्ट भोजन के साथ पश्चिमी दिल्ली का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

पूर्वी दिल्ली में महर्षि दयानंद गौ संवर्धन केंद्र गाजीपुर दिल्ली के प्रांगण में 1 मार्च, 2019 को महर्षि दयानंद सरस्वती जी का 195 वां जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर दिल्ली की समस्त आर्य समाजों से वहां के अधिकारी, कार्यकर्ता, सदस्यों सहित आर्य शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थी और अध्यापक आदि हजारों की संख्या में आर्य जन सम्मलित हुए। कार्यÿम का शुभारंभ आचार्य नरेंद्र मैत्रेय जी के ब्र२त्व में यज्ञ से हुआ। यज्ञ में यजमान बनने वालों में गौभक्त जयनारायण अग्रवाल के साथ अनेक अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया। यज्ञोपरान्त श्री दिनेश पथिक जी ने अपने सारगर्भित भजनां में महर्षि दयानंद के उपकारां और राष्ट्र भक्ति के संदेशों की प्रेरणा देते हुए सबको भावविभोर कर दिया।

महर्षि दयानंद सरस्वती कीं संपूर्ण शिक्षाएं और उनके जीवन के आदर्श राष्ट्र निर्माण एवं मानव समाज को सुदिशा प्रदान करने वाले हैं। एक तरफ महर्षि ने भारत की आजादी के लिए वैचारिक क्रांति का सूत्रपात करके अविस्मरणीय योगदान दिया, नारी शिक्षा, विधवा विवाह, यज्ञ, योग, स्वाध् याय और वैदिक धर्म का प्रचार प्रसार किया, वहीं दूसरी और उन्होंने जातिवाद, छूआ-छूत, ढोंग-पाखंड, जादू-टोने, बाल विवाह, सती प्रथा आदि कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने का अभियान चलाया। महर्षि के दिखाए रास्ते पर ही आर्य समाज आगे बढ़ रहा है। आज के कार्यक्रम में आर्य समाज के मूर्धन्य संन्यासी, आचार्य विद्वानों और आर्य नेताओं ने अपने उदगार प्रस्तुत करते हुए महर्षि दयानंद के जन्मोत्सव की सभी देशवासियों को बधाई दी और महर्षि के संदेशों से मानव समाज को अवगत कराया।

इस अवसर पर कैबिनेट राज्य मंत्री डा. सत्यपाल सिंह ने कहा- महर्षि दयानंद ने विश्व को नई दिशा प्रदान की है, गौसेवा की शिक्षा महर्षि की प्रमुख शिक्षाओं में से एक है।

हरियाण के पूर्व कृषिमंत्री बच्चन सिंह आर्य ने कहा- महर्षि की शिक्षाओं पर चलकर ही आर्य समाज मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रणी है।

दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामन्त्री विनय आर्य ने कहा-महर्षि दयानंद जी गौसेवा के प्रबल समर्थक थे, उन्होंने रेवाडी में सर्वप्रथम गौशाला स्थापित की तथा आर्यो को वैदिक संस्कृति की रक्षा की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर पदमभूषण महाशय धर्मपाल जी, गौभक्त शिरोमणि जयनारायण अग्रवाल जी, पृथ्वीपाल जी, सुबोध कुमार जी, पुष्पेन्द्र जी, विनय आर्य जी का शाल व स्मृति चिन्ह देकर सार्वजनिक अभिनंदन किया गया। आर्यनेता धर्मपाल आर्य जी, सुरेंद्र रैली जी, महीपाल आर्य जी, और अशोक गुप्ता जी ने महर्षि दयानंद जी की शिक्षाओं को जन जन तक पहुंचाने की प्रेरणा प्रदान की। महर्षि दयानंद जी की जयंती पर पाकिस्तान द्वारा  विंग कमांडर अभिनंदन  वर्तमान को छोड़े जाने पर आर्य समाज की संस्थाओं द्वारा स्वागत किया।

 

Silverglen Mahayajna

195th Mahrshi Dayanand Birth Anniversary