वरत (पाखंड खंडन)

वरत(पाखंड खंडन)

पं० लेखराम

आर�यसमाज के परिचित मण�डल मे तो कोई भी �सा व�यक�ति न होगा जो धर�मवीर पं० लेखराम आर�यपथिक के नाम और काम को न जानता हो , किन�त� आर�य समाज से बाहर भी करोडों मन�ष�य पं० लेखराम के नाम से परिचित हैं |

वेद

वेद ईशवरीय जञान है.

आर�य समाज के नियम

आर�य समाज के 10 सिद�धांतों

वरत

वरत

वसंत पंचमी पर�व पद�धति

महर�षि दयानंद कृत \"पर�व पद�धति\" के अन�सार

वसंत पंचमी

माघ श�क�ल 5

यजञ समिधा

हवन कारय में परयकत वसतं

आरय समाज के परारंभिक नियम

आरय समाज के परारंभिक 28 नियम

आरय समाज

आरय समाज