Vishal Prantiya Arya Mahasammelan

18 Sep 2016
India
आरय परतिनिधि सभा हिमाचल परदेश

आर्य प्रतिनिधि सभा हि. प्रदेश का प्रान्तीय आर्य महासम्मेलन दिनांक 17-18 सितम्बर, 2016 को सुन्दरनगर में बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया। इसमें हिमाचल प्रदेश के सभी आर्य समाजों से भारी संख्या में आर्य जनों का समूह उमड़ कर आया। इस अवसर  à¤ªà¤° लगभग 100 आर्यवीरों का आर्य वीर दल प्रशिक्षण शिविर भी रखा गया जिसमें आर्य विद्यालय कण्डाघाट कुल्लू एवं जोगिन्द्र नगर के छात्रों ने भाग लिया। दिनांक 17 सितम्बर को राष्ट्र  à¤šà¥‡à¤¤à¤¨à¤¾ सम्मेलन आयोजित किया गया

जिसके मुख्य अतिथि श्री ठाकुर सोहन लाल जी, मुख्य संसदीय सचिव पंचायती राज हिप्र. थे। उन्होनें चार लाख रुपये की राशि आर्य समाज सुन्दरनगर को प्रदान की। रात्रि के समय राष्ट्र रक्षा सम्मेलन आचार्य आर्य नरेश जी की अध्यक्षता में रखा गया। दिनांक 18 सितम्बर को आर्य सम्मेलन के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल महामहिम आचार्य देवव्रत जी थे। सम्मेलन में उपस्थित विशाल जन समूह को श्री इन्द्रजीत देव जी,  à¤¶à¥à¤°à¥€ विनय आर्य जी,  à¤¡à¥‰ राजेन्द्र विधालंकार जी एवं आचार्य देवव्रत जी के अतिरिक्त श्रीमती रानी आर्या, श्रीमती सुमन सूद, श्रीमती हेमा आर्या ने भी सम्बोधित किया।

दिनांक 17 सितम्बर को एक विशाल शोभा यात्रा सुन्दरनगर के मुख्य स्थानों  à¤¸à¥‡ निकाली गई जिसमें डी.ए.वी. सुन्दरनगर, नेर चैक एवं हमीरपुर के छात्रों/अध्यापकों ने भी भाग लिया। यद्यपि शोभा यात्रा के दौरान भारी वर्षा आ गई तथापि आर्य जनों का उत्साह दर्शनीय रहा। वर्षा में भीगते हुए आर्य जन महर्षि दयानन्द की जय, आर्य समाज अमर रहे के नारे लगाते हुए चलते रहे और हजारों की संख्या में से एक छोटे बच्चे ने भी भागना उचित न समझा। आर्य जनों की यह धीरता सभी के लिये अनुकरणीय रही। सम्मेलन में डी.ए.वी. विद्यालय सुन्दरनगर एवं कण्डाघाट के बच्चों की प्रस्तुतियां अत्यन्त सराहनीय रही। यज्ञ के ब्र. आचार्य आर्य नरेश जी रहे तथा पूरे सम्मेलन के सभी कार्यक्रम के संयोजक श्री रामफल सिंह आर्य महामन्त्री रहे।

इस सम्मेलन को सफल बनाने के लिये विभिन्न प्रबन्धक समितियों का गठन किया गया था, जिनकी प्रधानता सर्वश्री शमशेर सिंह आर्य, शयामदेव उप्पल, श्रवण कुमार आर्य संचालक आर्य वीर दल पवन आर्य आदि ने की तथा इनका पुरुषार्थ वास्तव में स्तुत्य रहा। यह सम्मेलन एक अमिट छाप हिमाचल वासियों के हृदय पर अंकित कर गया जिसकी स्मृतियां देर तक उनके मन में रहेगी। पण्डाल की भव्यता एवं भोजन व्यवस्था देखते ही बनती थी। बिना लहसुन प्याज एवं लाल मिर्च के शुद्ध सात्विक भोजन ने सभी को आनन्दित किया।

इस अवसर पर आर्य समाजों के अधिकरियों/कार्यकर्ताओं को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

- रामफल सिंह आर्य,

महामन्त्री आर्य प्रतिनिधि सभा,

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