20th Satyarth Prakash Mahotsav

06 Nov 2017
India
शरीमद दयाननद सतयारथ परकाश नयास

बीसवें सत्यार्थ प्रकाश महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे गृहमंत्री राजस्थान सरकार श्री गुलाब चन्द कटारिया ने कहा कि ‘वेद के ज्ञान से वैश्विक समस्याएं जैसे आतंकवाद, भ्रष्टाचार, अनाचार, मिटाकर मानवता का कार्य किया जा सकता है।’ अतिथि लोकायुक्त राजस्थान न्यायमूर्ति श्री एस. एस. कोठारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि ‘सत्यार्थ प्रकाश के ज्ञान को आचरण में उतारने की आवश्यकता है।’ राष्ट्र निर्माण पार्टी दिल्ली के अध्यक्ष ठाकुर विक्रम सिंह ने आह्वान किया कि सत्यार्थ प्रकाश के माध्यम से पाखण्डों का खण्डन किया जाये। श्रीमद् दयानन्द सत्यार्थ प्रकाश न्यास द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय महोत्सव के वेद सम्मेलन में श्री कटारिया ने मेवाड़ की गौरवमयी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं संस्कृति में महर्षि देव दयानन्द सरस्वती के उदयपुर में सत्यार्थ प्रकाश के प्रणयन के सम्पूर्ण करने को एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया। वेद मार्तण्ड डॉ. महावीर मीमांसक ने वेद की ईश्वरीय ज्ञान है, विषय पर प्रमाणिक व्याख्यान देते हुए कहा कि विश्व के एनसाईक्लोपीडिया में भी विश्व स्तर पर वेदों को प्राचीनतम ग्रन्थ के रूप में सम्मानीय स्थान दिया गया है। वेद ही सभी भाषाओं की जननी है मूल स्रोत है। राष्ट्र रक्षा सम्मेलन में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा, दिल्ली के प्रधान एवं न्यास के न्यासी श्री सुरेश चन्द्र आर्य ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि आर्य समाज की राष्ट्र रक्षा एवं राष्ट्र कल्याण में अहम भूमिका है।

इस अवसर पर आर्य समाज भीलवाड़ा के प्रधान एवं न्यास के उपाध्यक्ष श्री विजय शर्मा ने आह्वान किया कि वेदों के ज्ञान से नई पीढ़ी अपने चरित्र को उत्तम बनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बने। दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री श्री विनय आर्य ने देश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का संदर्भ देते हुए कहा कि ‘हमारे देश की वर्षों की गुलामी का मुख्य कारण वेदों से दूर होना है।’ दिल्ली से पधारे अंतर्राष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य श्री वेद प्रकाश श्रोत्रिय ने राष्ट्र रक्षा और उसके सन्दर्भ में वैदिक चिन्तन पर मार्मिक प्रवचन प्रस्तुत किया। सीकर सांसद एवं न्यास के न्यासी स्वामी सुमेधानन्द जी ने कहा कि ‘सत्यार्थ प्रकाश पढ़ने से समस्त भ्रान्तियां दूर हो जाती हैं।

अतः सत्यार्थ प्रकाश को जन-जन तक पहुंचाना है। महिला सम्मेलन में डॉ. गायत्री पंवार जयपुर की वैदिक विदुषी एवं पूर्व विभागाध्यक्ष राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय ने कहा वेद का ओदश है मनुर्भवः। वेद मार्ग पर चलकर ही संभव है। डी.आई.जी. जेल प्रशासन डॉ. प्रीता भार्गव ने अपने वक्तव्य में कहा कि पुरुष दो नजरिये रखता हैं उसकी सोच अपनी मां, बहन, और पुत्री के लिए रक्षक की होती है जबकि अन्य महिलाओं के लिए अलग। सत्री एवं पुरुष एक दूसरे के पूरक बनकर परिवार और समाज के लिए सुख शान्ति एवं समृधि ला सकते हैं। अजमेर के पूर्व सांसद एवं प्रधान आर्य समाज अजमेर श्री रासासिंह रावत, आर्ष गुरुकुल गौतम नगर, दिल्ली के अधिष्ठाता स्वामी प्रणवानन्द ने कहाकि हम संकल्प लें कि अपने घर परिवार में बेटों की भांति ही बेटियों के साथ भी एक जैसा व्यवहार शिक्षा, धन संपत्ति आदि सभी क्षेत्रों में करेंगे। महिला सम्मेलन का संचालन आर्य समाज हिरणमगरी उदयपुर की मंत्री श्रीमती ललिता मेहरा ने किया। संयोजक श्री सत्यप्रिय शास्त्री एवं सत्यार्थ प्रकाश सम्मेलन का संयोजन श्री जीववर्धन शास्त्री ने किया। दयानन्द कन्या विद्यालय, हिरणमगरी, उदयपुर की छात्राओं ने स्वागत गान प्रस्तुत किया। रुड़की के श्री कल्याण वेदी ने सुमधुर भजन प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ यज्ञ से हुआ यज्ञ ब्रह्मा वेद मार्तण्ड डॉ. महावीर मीमांसक ने अध्यात्मिक प्रवचन में यज्ञ द्वारा पर्यावरण सन्तुलन के महत्व पर प्रकाश डाला। जादूगर राज तिलक ने अन्ध विश्वास पर प्रहार करते हुए रोचक जादू प्रस्तुत किये। न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष श्री अशोक आर्य ने कहा इस महोत्सव ने वैदिक संस्कृति से जन-जन को परिचित करवा राष्ट्र भक्ति, महिला सशक्तिकरण एवं अन्ध विश्वास निर्मूलन में सार्थक भूमिका निभाई ही है साथ ही महर्षि देव दयाननद सरस्वती के कालजयी ग्रन्थ सत्यार्थ प्रकाश की शिक्षाओं को घर-घर पहुंचाने में कारगर सिद्ध हुआ है। संयुक्त मंत्री डॉ. अमृत लाल तापड़िया ने आभार व्यक्त किया। - अशोक आर्य, का. अध्यक्ष

125th Maharshi Dayanand Saraswati Nirvan Utsav