Dr Bhavani Lal Bhartiya
(Nagaur, Rajasthan, India)
01 May 1928 - 11 September 2018
आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ को वैदिक विदà¥à¤µà¤¾à¤¨, विचारक, वकà¥à¤¤à¤¾, लेखक à¤à¤µà¤‚ चिनà¥à¤¤à¤• रूप में अपनी अमूलà¥à¤¯ सेवाà¤à¤‚ देने वाले पà¥à¤°à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ साहितà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤° डॉ. à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€à¤²à¤¾à¤² à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जी का दिनांक 11 सितमà¥à¤¬à¤°, 2018 को 90 वरà¥à¤· की आयॠमें निधन हो गया। उनका जनà¥à¤® 1 मई, 1928 को राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के नागौर जिले में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ परवतकà¥à¤· में हà¥à¤† था। अपने छातà¥à¤° जीवन में ही वे आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ से जà¥à¥œà¥‡à¥¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिनà¥à¤¦à¥€ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ से à¤à¤®.à¤. किया। वे पंजाब विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ दयाननà¥à¤¦ शोध पीठके डायरेकà¥à¤Ÿà¤° रहे। आपके निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ में अनेक विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने शोध कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पूरà¥à¤£ किया।
सà¥à¤µ. शà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ लाल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जी अपने समà¥à¤ªà¤°à¥à¤£à¥‚ जीवन में à¤à¤¾à¤°à¤¤ सहित अनà¥à¤¯ अनेक देशों में आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ à¤à¤µà¤‚ वैदिक सिहनà¥à¤¤à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में संलगà¥à¤¨ रहे। उनका अनà¥à¤¤à¤¿à¤® संसà¥à¤•à¤¾à¤° पूरà¥à¤£ वैदिक रीति के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° दिनांक 12 सितमà¥à¤¬à¤°, 2018 को किया गया। सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤šà¤¨à¥à¤¦à¥à¤° आरà¥à¤¯ जी ने उनके निधन को आरà¥à¤¯à¤œà¤—त की अपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ बताते हà¥à¤ शोक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया। सà¤à¤¾ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤¯ जी à¤à¤µà¤‚ महामनà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ विनय आरà¥à¤¯ जी ने à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ जी के निधन पर गहरा शोक वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ करते हà¥à¤ हारà¥à¤¦à¤¿à¤• शà¥à¤°à¤¹à¤‚जलि दी।