हे मनà¥à¤·à¥à¤¯ ! तू ईशà¥à¤µà¤° के निज नाम ‘ओ३मà¥â€™ का सà¥à¤®à¤°à¤£ कर अपने सà¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤–ों को दूर कर’
Author
Manmohan Kumar AryaDate
30-Mar-2016Category
विविधLanguage
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UmeshUpload Date
06-Apr-2016Download PDF
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मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने सारे जीवन में अपने दà¥à¤ƒà¤–ों की निवृतà¥à¤¤à¤¿ में लगा रहता है फिर à¤à¥€ यदि जीवन के अनà¥à¤¤à¤¿à¤® à¤à¤¾à¤— में किसी समय किसी शिकà¥à¤·à¤¿à¤¤ व समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ मनà¥à¤·à¥à¤¯ से पूछा जाये कि कà¥à¤¯à¤¾ वह दà¥à¤ƒà¤– मà¥à¤•à¥à¤¤ व पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤¾ सà¥à¤–ी है तो उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ न में ही मिलता है। इसका कारण केवल à¤à¤• है कि ईशà¥à¤µà¤° को à¤à¥à¤²à¤¾à¤•à¤° केवल à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ से दà¥à¤ƒà¤–ों की निवृतà¥à¤¤à¤¿ नहीं हो सकती। मृतà¥à¤¯à¥ कर कà¥à¤²à¥‡à¤¶ तो जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व ईशà¥à¤µà¤° की उपासना से दूर हाता है। à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पदारà¥à¤¥ मनà¥à¤·à¥à¤¯ को आंशिक व सीमित सà¥à¤– तो दे सकते हैं परनà¥à¤¤à¥ इन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ सà¥à¤–ों का परिणाम à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤– ही होता है। सà¥à¤– के à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• साधन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने के लिठतप व परिशà¥à¤°à¤® से धन कमाना होता है जिसमें à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤– होता है और इसके खरà¥à¤š करने पर à¤à¥€, इस कमाये धन में कमी हेने का दà¥à¤ƒà¤– होता है। यदि कोई हमारा धन छीन ले या हमें मूरà¥à¤– बनाकर हमासे धन ले ले तो फिर वाद-विवाद व लड़ाई à¤à¤—ड़े से à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤– ही मिलता है। सà¥à¤– à¤à¥‹à¤— का परिणाम à¤à¥€ दà¥à¤ƒà¤– ही होता है। इस मनà¥à¤·à¥à¤¯ के जीवन में तपसà¥à¤¯à¤¾ नहीं अपितॠकेवल सà¥à¤– à¤à¥‹à¤— ही हों, à¤à¤¸à¤¾ जीवन कालानà¥à¤¤à¤° में अनेक रोगों से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हो जाता है, à¤à¤¸à¤¾ हमें नितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿ अपने निकट व सà¥à¤µà¤¯à¤‚ में à¤à¥€ देखने को मिल जाता है। अतः केवल धनोपारà¥à¤œà¤¨ व सà¥à¤– के साधनों के संगà¥à¤°à¤¹ कर लेने मातà¥à¤°. से हमारे मनà¥à¤·à¥à¤¯ जीवन की समसà¥à¤¯à¤¾ हल नहीं होती।
दà¥à¤ƒà¤–ों की पूरà¥à¤£ निवृतà¥à¤¤à¤¿ कैसे हो सकती है? इसका उपाय है कि हम à¤à¤¸à¥€ सतà¥à¤¤à¤¾ की संगति करें जो दà¥à¤ƒà¤–ों से सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ रहित है। à¤à¤¸à¥€ मà¥à¤–à¥à¤¯ सतà¥à¤¤à¤¾ तो केवल और केवल à¤à¤• ईशà¥à¤µà¤° ही है। ईशà¥à¤µà¤° आननà¥à¤¦à¤¸à¥à¤µà¤°à¥‚प होने से दà¥à¤ƒà¤–ों से सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ रहित है। उसकी संगति से ही सà¥à¤– व आननà¥à¤¦ की उपलबà¥à¤§à¤¿ होती है। इस रहसà¥à¤¯ को पूरà¥à¤£à¤¤à¤¯à¤¾ जानने के लिठवेद व वैदिक गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ करना हितकर होता है। सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ से हमारा मिथà¥à¤¯à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नषà¥à¤Ÿ हो जाता है। मैं और मेरा का जो मिथà¥à¤¯à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ व अहंकार है वह à¤à¥€ कà¥à¤·à¥€à¤£ व नषà¥à¤Ÿ हो सकता है। जब यथारà¥à¤¥ मैं का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ होता है तब अपनी तà¥à¤šà¥à¤›à¤¤à¤¾ व नà¥à¤¯à¥‚नता तथा ईशà¥à¤µà¤° की शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ ता व महानता का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ होता है। इस महानता के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से ईशà¥à¤µà¤° की संगति जिसे उपासना व योग à¤à¥€ कहते हैं, ईशà¥à¤µà¤°à¥‹à¤ªà¤¾à¤¸à¤¨à¤¾ व संनà¥à¤§à¥à¤¯à¤¾ शबà¥à¤¦ à¤à¥€ इसी के परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ है और à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ तथा ईशपूजा à¤à¥€ इसी को कहते हैं। ईशà¥à¤µà¤° के निज नाम ओ३मॠनाम का जप जिसे पà¥à¤°à¤£à¤µ जप कहते है, यह à¤à¥€ ईशà¥à¤µà¤° की उपासना व संगतिकरण में हीं आता है। जिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शीत व ठणà¥à¤¡ से आतà¥à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯ का अगà¥à¤¨à¤¿ के निकट जाने पर शीत निवृतà¥à¤¤ हो जाता है, गरà¥à¤®à¥€ से आतà¥à¤° मनà¥à¤·à¥à¤¯ की उषà¥à¤£à¤¤à¤¾ शीतल जल में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ व नदी के जल में डà¥à¤¬à¤•à¥€ लगाने से दूर हो जाती है, उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से ईशà¥à¤µà¤° की उपासना व संगति अथवा निज नाम ओ३मॠनाम के जप से समसà¥à¤¤ दà¥à¤ƒà¤–ों की निवृतà¥à¤¤à¤¿ होकर सà¥à¤– व आननà¥à¤¦ में सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होती है। हम दशरथननà¥à¤¦ मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¥à¤·à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤® शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी व देवकी-वसà¥à¤¦à¥‡à¤µ ननà¥à¤¦à¤¨ योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जी का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ व उनके गà¥à¤£à¥‹à¤‚ की पूजा करते हैं। यह à¤à¥€ सतà¥à¤—à¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ व महातà¥à¤®à¤¾à¤“ं के सदोपदेशों से ही सिदà¥à¤§ होती है। शà¥à¤°à¥€ रामचनà¥à¤¦à¥à¤° जी और योगेशà¥à¤µà¤° शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ जी सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¥€ सरà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, सरà¥à¤µà¤œà¥à¤ž, सरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤°à¥à¤¯à¤¾à¤®à¥€, सरà¥à¤µà¤¶à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨, निराकार ईशà¥à¤µà¤° के उपासक व à¤à¤•à¥à¤¤ थे। ईशà¥à¤µà¤° अजनà¥à¤®à¤¾ है और जनà¥à¤® लेन वाला हर वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ मनà¥à¤·à¥à¤¯ ही होता है। शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ गà¥à¤£ करà¥à¤® व सà¥à¤µà¤à¤¾à¤µ से कोई à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯, बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£, कà¥à¤·à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¯, वैशà¥à¤¯ व शूदà¥à¤°, महान बन सकता है और अचà¥à¤›à¥‡ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर वा बà¥à¤°à¥‡ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ को करने से कोई à¤à¥€ मनà¥à¤·à¥à¤¯ अपने वरà¥à¤£ व मनà¥à¤·à¥à¤¯à¤¤à¤¾ से गिर कर अनारà¥à¤¯, अनाड़ी, राकà¥à¤·à¤¸, पिशाच व गधे के समान निरà¥à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ हो सकता है। अतः ईशà¥à¤µà¤° के नाम का सà¥à¤®à¤°à¤£, उसके नाम पà¥à¤°à¤£à¤µ का जप, सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿, कीरà¥à¤¤à¤¨, चिनà¥à¤¤à¤¨, मनन, अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨, उपदेश व पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सहित सà¥à¤– के साधनों का अतà¥à¤¯à¤²à¥à¤ª मातà¥à¤°à¤¾ में सेवन व उपयोग ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ को मनà¥à¤·à¥à¤¯ बनाता और उसे à¤à¤• पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• व महान वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ बनाता है जिसमें दà¥à¤ƒà¤–ों की मातà¥à¤°à¤¾ नà¥à¤¯à¥‚न से नà¥à¤¯à¥‚नतम होती है। à¤à¤¸à¤¾ ही जीवन आदरà¥à¤¶ मनà¥à¤·à¥à¤¯ कहलाने योगà¥à¤¯ होता है।
मनà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ के हित के लिठयजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के चालीसवें अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के मनà¥à¤¤à¥à¤° संखà¥à¤¯à¤¾ 15 में मनà¥à¤·à¥à¤¯ को कà¥à¤°à¤¤à¥‹ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ को करने वाला जीव कहकर उसे ईशà¥à¤µà¤° के निज नाम ‘‘ओ३म॒’ नाम का सà¥à¤®à¤°à¤£ करने का उपदेश किया गया है। पूरा मनà¥à¤¤à¥à¤° है ‘वायà¥à¤°à¤¨à¤¿à¤²à¤®à¤®à¥ƒà¤¤à¤®à¤¥à¥‡à¤¦à¤‚ à¤à¤¸à¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤‚ शरीरमà¥à¥¤ ओ३मॠकà¥à¤°à¤¤à¥‹ सà¥à¤®à¤° कà¥à¤²à¤¿à¤¬à¥‡ सà¥à¤®à¤° कृतं सà¥à¤®à¤°à¥¤à¥¤’ इसका संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ अरà¥à¤¥ है कि हे करà¥à¤® करने वाले जीव ! तू अपनी मृतà¥à¤¯à¥ के समय होने वाली सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ कर अपने जीवन में सदा ईशà¥à¤µà¤° के निज नाम ओ३मॠका सà¥à¤®à¤°à¤£ कर। ईशà¥à¤µà¤° पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ अपनी सामरà¥à¤¥à¥à¤¯, ईशà¥à¤µà¤° और अपनी आतà¥à¤®à¤¾ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प का सà¥à¤®à¤°à¤£ कर और अपने जीवन में किये हà¥à¤ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का सà¥à¤®à¤°à¤£ कर। ईशà¥à¤µà¤° का सà¥à¤®à¤°à¤£ करने का अरà¥à¤¥ ईशà¥à¤µà¤° का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ व चिनà¥à¤¤à¤¨ à¤à¥€ लिया जा सकता है और करà¥à¤®à¥‹à¤‚ का सà¥à¤®à¤°à¤£ करने का तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ अपने करà¥à¤®à¥‹à¤‚ के सतà¥à¤¯ व असतà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤°à¥‚प की परीकà¥à¤·à¤¾ कर असतà¥à¤¯ पर आधारित करà¥à¤®à¥‹à¤‚ को छोड़ने और अचà¥à¤›à¥‡ कृत करà¥à¤®à¥‹à¤‚ को जारी रखने सहित अनà¥à¤¯ नये शà¥à¤ करà¥à¤®à¥‹à¤‚ को करने पर विचार करने का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ होता है। महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ ने सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ में ओ३मॠका जप मन से करने के उपदेश के साथ गायतà¥à¤°à¥€ मनà¥à¤¤à¥à¤° में ईशà¥à¤µà¤° के लिठपà¥à¤°à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ तीन महावà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से दूसरी वà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥ƒà¤¤à¤¿ ‘à¤à¥à¤µà¤ƒ’ का निरà¥à¤µà¤šà¤¨ करते हà¥à¤ लिखा है कि ‘à¤à¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤à¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤¨à¤ƒ’ ‘यः सरà¥à¤µ दà¥à¤ƒà¤–मपानयति सोऽपानः’ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ जो ईशà¥à¤µà¤° सब दà¥à¤ƒà¤–ों से रहित है तथा जिसके संग (उपासना, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ व à¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ आदि) से जीव सब दà¥à¤ƒà¤–ों से छूट जाते हैं इसलिये उस परमेशà¥à¤µà¤° का नाम ‘‘à¤à¥à¤µà¤ƒ’’ है। ईशà¥à¤µà¤° की à¤à¥à¤µà¤ƒ नाम की महावà¥à¤¯à¤¾à¤¹à¥ƒà¤¤à¤¿ संकेत कर रही है कि ईशà¥à¤µà¤° के नाम का सà¥à¤®à¤°à¤£ करने, उसका गà¥à¤£-कीरà¥à¤¤à¤¨-सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ करने व उसके सà¥à¤µà¤°à¥‚प आदि का विचार कर अपने करà¥à¤® सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ से मनà¥à¤·à¥à¤¯ वा ईशà¥à¤µà¤° नाम सà¥à¤®à¤°à¤£ करने वाले मनà¥à¤·à¥à¤¯ के दà¥à¤ƒà¤– दूर हो जाते हैं। हमें इस समय à¤à¤• à¤à¤œà¤¨ à¤à¥€ याद आ रहा है जिसके बोल हैं ‘आ३मॠबोल मेरी रसना घड़ी घड़ी, सकल काम तज ओ३मॠनाम à¤à¤œ, मà¥à¤– मणà¥à¤¡à¤² में पड़ी पड़ी।’ यह सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° व आतà¥à¤®à¤¾ को आहà¥à¤²à¤¾à¤¦à¤¿à¤¤ करने वाला à¤à¤œà¤¨ यूटà¥à¤¯à¥‚ब पर लिंक https://www.youtube.com/watch?v=fH2SAy0vk8M पर à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ है जिसे सà¥à¤¨à¤¾ जा सकता है।
हमने ओ३मॠनाम को सà¥à¤®à¤°à¤£ करने व जप करने पर कà¥à¤› संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये हैं। आशा है कि पाठक इसे उपयोगी पायेंगे।
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