जब हैसमाधान तो क्यों हैं प्रश्न जौना और मॉडलवी और बाबाओं के बाबा तांत्रिकों के तांत्रिक और महान सम्मेलन आपसे मिलने को है बेकरार, प्यार में धोखा खाये हुए वक्ति एक बार संघर्ष जोर करें। पति पत्नी में अनबन हो या हो ग़ीह क्लेश, अगर बन्ना बनाया काम बिगड़ जाता हो या रूहे प्यार को मनाना हो नोकरी में तरक्की चाहिये या रोजगार को वश में करना हो बस ज़ोन ज़ुमाईए बाबा सिकंदर शाह आपकी हर मुराद पूरी करेंगे। ये अचानकर, कठिन बुद्ध और नानक जी की भूमि पर ये बंगलि बाबाओं के बाज कहाँ से आया? आखिर चांद मियाँ से सुल्तान मियाँ तक, साईं बाबा से जीशन बाबा तक का राज क्यों है?

असल में दुनीयां बहुत तेज़ गतिसे आगे बढ़ रही है या काहो अभि एक अनूखे फेज में इंसानी उम्रीद ऊसी खराबों, दीवारों, मीनारों मेंankt स्कंट मोच्क बंगलि बाबाओं के विज्ञानपन्नॉँ ओटो में बै बाँओं में मुंह के समानें पाँंच चार बंगलि बाबाओं के पोस्टर चिपके होते है, बस में सिर के ऑप, रेल में समान टांगने की जगह बंगलि बाबाओं के स्टिकर लटके होते हैं।isaka बाद रोज़ सुबह अखबार खोलते हैं तो साथी अंबारों में मानों एक पेड़ तो इन्हीं बंगलि बाबाओं के नाम हो गया। अखबारों के आलावा कई विज़्ञान पन्न बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और बाज़ारों में दिख जाता हैं। ट्रक से लेकर और माल ढोने वाले टेम्पो के पीछे भीinka पोस्टर लगा होता है। साऱ्वजनिक शौचालयों और प्र्यां के ऑप तो इनका ही पता होता है।

हर जगह बंगलि और रूहानिए बाबाओं के विज्ञानपन्नॉँ को देखकर तो लगता है कि देश को सरकार नहीं, यही चला रहे हैं।inke विज्ञानपन्नॉँ से समस्यों की कुच कैटगरी इस प्रकार है। पति पत्नी अनबन, लव मैरिज...खोया प्यार,.. प्यार में धोखा खाए प्रेमी प्रेमिकाऐक बार ज़रूर संघर्ष करें। बेटा आपकी बात नहीं माना ता हो तुम्हारे पास आए।inke पास मनचाहे प्यार का समाधान है और सौतन से भी छुटकारा दिला देते हैं। बेशक आपका घर तक बिका जाये। ज़मीं विवाध मिंटोँ में सुलझाने की केटेगरी भीinke पास है, पत्ता नहीं आज तक डोकलाम से लेकर पाकिस्तान के साथ जितने ज़मीनी विवाद है उनमें इन्हेइन क्यों नहीं सु लझाया!

यहाँ नहीं पिघले दिनों एक बंगलि बाबाओं ने काफी केटगरी लिखकर नीचै लिखा था कि मॉट को छुज़ोकर सब समस्यों का समाधान। लेकर इसका बाद एक दुइसरा बंगलि बाबाओं सामने आया जीसने लिखा था मरे हुए लोगोँ को जिन्दा किया जाता है और इंसानों से बच जाते हैं। यहाँ नहीं अब कुच बंगलि बाबाओं वैसे भी आता कहते हैं अगर बंगलि बाबाओं ने लूटा हो तो हमारे पास आईये। मसालन अगर कुच बच गया हो तो यहूसे भी चला जायेंगे।

बहत बार वयापार में गठता खाये, पति से तकरार होने ...

 

 

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