पं. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ à¤à¤µà¤‚ उनका अपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¯ व अपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ विवरण’
Author
Manmohan Kumar AryaDate
02-Apr-2016Category
विविधLanguage
HindiTotal Views
1180Total Comments
0Uploader
UmeshUpload Date
02-Apr-2016Download PDF
-0 MBTop Articles in this Category
- आरयावरतत
- मेरी पाकिसतान यातरा
- मनषय जनम
- सवामी दयाननद और महातमा जयोतिबा फूले
- महरषि दयाननद के सतयारथ परकाश आदि गरनथ आधयातमिक व सामाजिक
Top Articles by this Author
- ईशवर
- बौदध-जैनमत, सवामी शंकराचारय और महरषि दयाननद के कारय
- अजञान मिशरित धारमिक मानयता
- यदि आरय समाज सथापित न होता तो कया होता ?
- ईशवर व ऋषियों के परतिनिधि व योगयतम उततराधिकारी महरषि दयाननद सरसवती
आचारà¥à¤¯ पं. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी (1892-1964) महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ जी के पà¥à¤°à¤®à¥à¤– अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• थे। उनका सारा जीवन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ की आरà¥à¤· वà¥à¤¯à¤¾à¤•à¤°à¤£ के पठन-पाठन व पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° सहित महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ à¤à¤µà¤‚ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के वेद पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ आदि कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ रहा। उनके अनेक कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ à¤à¤µà¤‚ दà¥à¤·à¥à¤•à¤° कारà¥à¤¯ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ के यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ पर विवरण नामक à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ वैदà¥à¤·à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ टीका à¤à¥€ है। शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¥‡à¤¯ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी इस कारà¥à¤¯ में अनेक आरà¥à¤¯ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚, रामलाल कपूर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के अधिकारियों की पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ व सà¥à¤µà¤¾à¤¤à¥à¤® पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ से पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤ हà¥à¤ थे। इस कारà¥à¤¯ में आपको कितना तप करना पड़ा, इसका अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ आज के लेखक व विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ शायद ही लगा सकें। इतना ही अनà¥à¤à¤µ होता है कि आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ में à¤à¤¸à¥‡ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ व उनके विदà¥à¤µà¤¤à¤¾à¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯ का मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन à¤à¤µà¤‚ समà¥à¤®à¤¾à¤¨ करने वाले लोग बहà¥à¤¤ पहले ही कम व समापà¥à¤¤ हो गये थे और आज à¤à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ वैसी ही है व उससे à¤à¥€ कà¥à¤› निमà¥à¤¨à¤¤à¤° है।
आचारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤µà¤° पं. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी का यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ विवरण का पहला à¤à¤¾à¤— सनॠ1944 में रामलाल कपूर टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, लाहौर की ओर से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤† था। 14 अगसà¥à¤¤ सनॠ1947 को à¤à¤¾à¤°à¤¤ का विà¤à¤¾à¤œà¤¨ होने के कारण लाहौर में इस गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ की सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ नषà¥à¤Ÿ हो गई थी। इसके बाद टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ को अमृतसर में सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया गया और इस नषà¥à¤Ÿ हà¥à¤ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤¾à¤— का दूसरा संसà¥à¤•à¤°à¤£ सनॠ1959 में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ इसमें यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ के दस अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ परà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ तक का à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ व उसका विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ विवरण समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ था। इसे ऋषि के यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ का सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤¦à¥à¤§ सटिपà¥à¤ªà¤£ संसà¥à¤•à¤°à¤£ कह सकते है जो अनेक विशेषताओं से यà¥à¤•à¥à¤¤ है। इसकी विशिषà¥à¤Ÿà¤¤à¤¾ के कारण ही पं. यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर मीमांसक जैसे विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ इसके समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ के कारà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤ हà¥à¤ थे। इस पà¥à¤°à¤¥à¤® à¤à¤¾à¤— का तीसरा संसà¥à¤•à¤°à¤£ सितमà¥à¤¬à¤°, 1984 में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤† जो वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय तक पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ है। आज दिनांक 1 अपà¥à¤°à¥ˆà¤², 2016 को टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ में फोन करने पर जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हà¥à¤† कि यह संसà¥à¤•à¤°à¤£ à¤à¥€ समापà¥à¤¤ हो गया है और अब बिकà¥à¤°à¥€ के लिठइसकी व दूसरे à¤à¤¾à¤— की कोई पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उपलबà¥à¤§ नहीं है। इस यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ के विवरण का दूसरे à¤à¤¾à¤— का पà¥à¤°à¤¥à¤® संसà¥à¤•à¤°à¤£ à¤à¤• हजार पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में सनॠ1971 में पं. यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर मीमांसक महामहोपाधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤•à¤¤à¥à¤µ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤† था। यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के शेष 16 से 40 अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ तक का विवरण सदà¥à¤¯à¤ƒ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ नहीं हà¥à¤† है। इस समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ में दूसरे à¤à¤¾à¤— के समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• और पं. जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी के साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥ शिषà¥à¤¯ पं. यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर मीमांसक जी ने अपना वकà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया है जिसे उपयोगी जानकर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ कर रहे हैं। वह लिखते हैं कि ‘अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ 16 से 40 तक के यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ के 600-600 पृषà¥à¤ ों के तीन à¤à¤¾à¤— बनेंगे। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ महंगाई के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° (सनॠ1971 में) हमें इन तीन à¤à¤¾à¤—ों के लिये 30000 तीस सहसà¥à¤° रूपया वà¥à¤¯à¤¯ करना होगा। नितà¥à¤¯-पà¥à¤°à¤¤à¤¿ बढ़ती हà¥à¤ˆ मंहगाई के कारण मà¥à¤¦à¥à¤°à¤£ वà¥à¤¯à¤¯ 30000 तीस सहसà¥à¤° से अधिक ही बढ़ेगा, कम न होगा।’
पं. यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर मीमांसक जी ने शेष तीन à¤à¤¾à¤—ों के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ के लिठसहायता की अपील की। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लिखा कि ‘इन तीन à¤à¤¾à¤—ों के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ के लिये वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ अवसà¥à¤¥à¤¾ में टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के लिठतीस सहसà¥à¤° रूपया वà¥à¤¯à¤¯ करना कठिन होगा। टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ कारà¥à¤¯ अधिकतर लागत मूलà¥à¤¯ में होता है। कà¥à¤› पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥ लागत से à¤à¥€ कम मूलà¥à¤¯ पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ किया जाता है। टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ का समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ धन पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ कारà¥à¤¯ पर लग चà¥à¤•à¤¾ है। अतः इस गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ के शेष à¤à¤¾à¤—ों पर 30000 तीस सहसà¥à¤° रूपया वà¥à¤¯à¤¯ करना टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ के सामथà¥à¤°à¥à¤¯ के बाहर है। यह कारà¥à¤¯ तà¤à¥€ समà¥à¤à¤µ हो सकता है जब धनीमानी वैदिक धरà¥à¤®à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ इन à¤à¤¾à¤—ों को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करने के लिठपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤— 10000 दस सहसà¥à¤° रूपये का सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करें। वैदिक धरà¥à¤®à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ के à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚, और सà¥à¤¹à¥ƒà¤œà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ के सहयोग से ही शà¥à¤°à¥€ पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤µà¤°à¥à¤¯ का यह अधूरा कारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हो सकता है। यदि कोई वेदपà¥à¤°à¥‡à¤®à¥€ à¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤œà¤¨ तृतीय à¤à¤¾à¤— के मà¥à¤¦à¥à¤°à¤£ के लिये सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करे, तो हम तृतीय à¤à¤¾à¤— à¤à¥€ वि. 2029 (सनॠ1972) के मधà¥à¤¯ तक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ कर सकते हैं। हमारी इचà¥à¤›à¤¾ तो यह है कि आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ शताबà¥à¤¦à¥€ (मारà¥à¤š 1975) तक शेष तीनों à¤à¤¾à¤— पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ कर दें, परनà¥à¤¤à¥ बिना आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहयोग के यह कारà¥à¤¯ पूरà¥à¤£ होना कठिन है।’ पं. यà¥à¤§à¤¿à¤·à¥à¤ िर मीमांसक जी की इस मारà¥à¤®à¤¿à¤• अपील को 45 वरà¥à¤· वà¥à¤¯à¤¤à¥€à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡ हैं परनà¥à¤¤à¥ दà¥à¤ƒà¤– के साथ हमें यह लिखना पड़ रहा है कि यह गूंगे व बहरे लोगों से की गई अपील सिदà¥à¤§ हà¥à¤ˆ है जिसमें हम à¤à¥€ समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हैं। आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ ने सनॠ1971 से बडे़-बड़े राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ व अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨à¥‹à¤‚ के दिखावों व मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡à¤‚बाजी पर à¤à¥€ करोड़ों-अरबों रूपये वà¥à¤¯à¤¯ किठहैं। इसके अतिरिकà¥à¤¤ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ को दान में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ समà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ के कà¥à¤°à¤¯-विकà¥à¤°à¤¯ में à¤à¥€ कहीं कहीं अनियमिततायें होती सà¥à¤¨à¥€ जाती हैं, परनà¥à¤¤à¥ महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ से जà¥à¤¡à¤¼à¥‡à¤¼ इस यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ के कारà¥à¤¯ और उस पर उनके à¤à¤• अति योगà¥à¤¯ à¤à¤•à¥à¤¤ पं. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ शोध व अनà¥à¤¸à¤‚धान से यà¥à¤•à¥à¤¤ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कारà¥à¤¯ जिस पर जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी के जीवन का बहà¥à¤¤ बड़ा à¤à¤¾à¤— व कठोर तप लगा, वह पूरा कारà¥à¤¯ आरà¥à¤¯à¤œà¤¨à¤¤à¤¾ तक अà¤à¥€ तक नहीं पहà¥à¤‚च सका। वेदों में आता है कि बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£ की गो अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ वाणी की हतà¥à¤¯à¤¾ मत करो। यहां हमें लगता है कि हमने पं. बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¦à¤¤à¥à¤¤ जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी व मीमांसक जी, इन दोनों बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£à¥‹à¤‚ की वाणी रूपी गो की हतà¥à¤¯à¤¾ ही की है। अब यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ विवरण के पà¥à¤°à¤¥à¤® दो à¤à¤¾à¤—ों का पà¥à¤¨à¤ƒ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ à¤à¥€ शायद ही हो? शेष तीन à¤à¤¾à¤—ों की पाणà¥à¤¡à¥à¤²à¤¿à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के बारे में आज हमने टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ में पता किया तो जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हà¥à¤† कि वहां इन तीन à¤à¤¾à¤—ों की पाणà¥à¤¡à¥à¤²à¤¿à¤ªà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ उपलबà¥à¤§ नहीं हैं। हो सकता है कि वह लोवाकलां के कनà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² में उपलबà¥à¤§ हों जहां मीमांसक जी ने अपनी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ वा पाणà¥à¤¡à¥à¤²à¤¿à¤ªà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ आदि पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की थीं। हमें आरà¥à¤¯à¤œà¤—त में जिजà¥à¤žà¤¾à¤¸à¥ जी के इन अलà¤à¥à¤¯ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ कारà¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ कहीं रà¥à¤šà¤¿ नहीं दीखती। हमारे पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ व अनà¥à¤¯ कारà¥à¤¯ जनता से दान में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ धन से होते हैं परनà¥à¤¤à¥ उनसे à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤ƒ वही गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ करते हैं जो साधारण जनता पसनà¥à¤¦ करती है या पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤• जिसे पसनà¥à¤¦ करता है। विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ न हो पाने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ व अनेक महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ का à¤à¤• बार पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ होने के बाद पà¥à¤¨à¤ƒà¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ न होने की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ दà¥à¤ƒà¤–दायी व चिनà¥à¤¤à¤¨à¥€à¤¯ है।
इसके साथ ही हम यहां यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ पर आरà¥à¤· साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, दिलà¥à¤²à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ वरà¥à¤·à¥‹ पूरà¥à¤µ आचारà¥à¤¯ सà¥à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¤¦à¥‡à¤µ जी के समà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ ‘‘यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤°” और ‘‘यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯-à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¾à¤¦” टीकाओं पर à¤à¥€ कà¥à¤› निवेदन करना चाहते हैं। यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯ à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•à¤° टीका चार à¤à¤¾à¤—ों में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ इà¥à¤ˆ थी तथा यजà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ à¤à¤¾à¤·à¥à¤¯-à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¾à¤¦ टीका दो à¤à¤¾à¤—ों में। यह दोनों अतà¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤¤à¤® व महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ विगत 10-15 वरà¥à¤· व उससे à¤à¥€ अधिक समय से अपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¯ हैं। इनके à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ विषयक कोई जानकारी व समà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ नहीं है। यह कारà¥à¤¯ à¤à¤¸à¤¾ था जिससे लाला दीपचनà¥à¤¦ आरà¥à¤¯ जी अमरततà¥à¤µ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हैं। इन अपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¯ टीकाओं का टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ, परोपकारिणी व अनà¥à¤¯ किसी सà¤à¤¾ अथवा अनà¥à¤¯ किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤• को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ कराना चाहिये था परनà¥à¤¤à¥ इस ओर किसी का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं गया। दूसरा कारण धनाà¤à¤¾à¤µ à¤à¥€ हो सकता है। फलतः सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¶à¥€à¤² पाठक इन महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ से वंचित हैं। इस विषय में हमने पहले à¤à¥€ à¤à¤• लेख दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निवेदन किया था परनà¥à¤¤à¥ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ मंे सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ यह है कि शायद ही कोई à¤à¤¸à¥‡ लेखों को पढ़े वा देखे। इस वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ लेख की à¤à¥€ यही सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होनी है। जो à¤à¥€ हो, हमने अपने जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° जो उचित पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤¤ लगा, किया है। ऋषि ने देश व विशà¥à¤µ के कलà¥à¤¯à¤¾à¤£à¤¾à¤°à¥à¤¥ चाहा था कि देश व संसार वैदिक सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ को जाने व सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤° करे परनà¥à¤¤à¥ उनके पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¥‹à¤‚ का कà¥à¤¯à¤¾ व कितना पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ हà¥à¤†, यह हमारे सामने है। शायद ही देश व विशà¥à¤µ में कà¥à¤› परिवार होंगे जहां आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के सà¤à¥€ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ का उनकी मूल à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के अनà¥à¤°à¥à¤ª पालन होता हो? यह à¤à¥€ लिख देते हैं कि पà¥à¤°à¤®à¥à¤– गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ में मà¥à¤–à¥à¤¯ बाधा आरà¥à¤¯à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ वा ऋषिà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ में सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤¯ की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¤¿ का कम व न होना मà¥à¤–à¥à¤¯ है। जब गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ संखà¥à¤¯à¤¾ में बिकेंगे ही नहीं तो पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤• उन पर अपना धन वà¥à¤¯à¤¯ कर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ करेंगे। अधिकांश गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ व पà¥à¤¨à¤ƒ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ न होने का यही मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण है। हमारा यह à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ है कि सà¤à¥€ आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ व सà¤à¤¾à¤“ं को अपने बजट का लगà¤à¤— 15 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ à¤à¤¾à¤— महरà¥à¤·à¤¿ दयाननà¥à¤¦ के गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£à¤¿à¤• संसà¥à¤•à¤°à¤£à¥‹à¤‚ व अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥à¥‹à¤‚ के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ व अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤•à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ में सहायता देने में वà¥à¤¯à¤¯ करना चाहिये।
अधिक विसà¥à¤¤à¤¾à¤° न कर हम आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ के नेताओं और विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ इस विषय की ओर दिलाना चाहते हैं। शेष ईशà¥à¤µà¤° की इचà¥à¤›à¤¾à¥¤
ALL COMMENTS (0)