library of Gurukul Kangri University Becomes Online

118 year old library of Gurukul Kangri University has a collection of about 1.5 million books along with 6 thousand research journals
16 Oct 2020
Uttarakhand, India
Gurukul Kangri University
गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कांगड़ी विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के 118 साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय को ऑनलाइन कर दिया गया है। इंटरनेट से जोड़ दिया गया है। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² के पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय में 6 हजार रिसरà¥à¤š जरà¥à¤¨à¤² के साथ ही करीब 15 लाख पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों का संगà¥à¤°à¤¹ है। अब ऑनलाइन करने से शोध व छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को इसका लाठहोगा। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° रूपकिशोर शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने बताया कि हमारे पास पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ दà¥à¤°à¥à¤²à¤ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों का à¤à¤‚डार है। इसके पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ महतà¥à¤µ को देखते हà¥à¤ इसे ऑनलाइन किठजाने का कारà¥à¤¯ किया गया है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ अब इसका पूरा लाठले सकेंगे। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के कà¥à¤² सचिव पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° दिनेश à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿ ने बताया कि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के शोध छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठविशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ आयोग की गाइडलाइन के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° करीब 6 हजार रिसरà¥à¤š जनरल को ऑनलाइन कर दिया गया है। गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² कागड़ी सम विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द महाराज ने 1902 में कांगड़ी गांव गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की थी. इस समय गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ किया था। तà¤à¥€ से इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ालय में लगातार दà¥à¤°à¥à¤²à¤, गà¥à¤°à¤‚थों, वेदों, पांडà¥à¤²à¤¿à¤ªà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ के पढ़ाने के लिठपà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों की संखà¥à¤¯à¤¾ लगातार बढ़ती ही जा रही है।