
Ucchstariya Kriyatmak Yog Prashikshan Shvir

19 May 2018
India
दरà¥à¤¶à¤¨ योग महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ आरà¥à¤¯à¤µà¤¨ रोजड़
उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• योग पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ ईशà¥à¤µà¤° की महती कृपा से दरà¥à¤¶à¤¨ योग महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ आरà¥à¤¯à¤µà¤¨ रोजड़ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिनांक 19-09-2017 से 24-09-2017 तक उचà¥à¤šà¤¸à¥à¤¤à¤°à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• योग पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ शिविर आयोजित किया गया । इस शिविर में à¤à¤¾à¤°à¤¤ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ (10) पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के 50 शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने तथा अनेक शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤“ं ने à¤à¤¾à¤— लिया । शिविर में यम-निमय-आसन आदि अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤‚ग योग का आदरà¥à¤¶ रूप में आचरण, आतà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¥€à¤•à¥à¤·à¤£, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दरà¥à¤¶à¤¨ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के साधना के लिठमहतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सूतà¥à¤° तथा शंका समाधान की ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं में मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ तथा यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤ वेदमनà¥à¤¤à¥à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ शिविराधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया । विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धà¥à¤°à¥à¤µà¤¦à¥‡à¤µ जी परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤• ने समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ कराया, विवेक वैरागà¥à¤¯ अà¤à¥à¤¯à¤¾à¤¸ के विषय को आचारà¥à¤¯ ईशà¥à¤µà¤°à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी ने रोचक शैली में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया । गमà¥à¤à¥€à¤° निदिधà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¨ के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ और विधि आचारà¥à¤¯ दिनेश कà¥à¤®à¤¾à¤° जी ने बतलाई । आचारà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‡à¤¶ जी ने शिविर के वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾, संचालन में विशेष सहयोग पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किया । आसन-वà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤¾à¤® पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ पिंजौर के शà¥à¤°à¥€ वीरेनà¥à¤¦à¥à¤° जी तथा दिलà¥à¤²à¥€ की माता विमल जी ने दिया । शिविर का समापन दिनांक 24-09-2017 को पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ 9 से 12 के सतà¥à¤° में चला, जिसमें शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने अनà¥à¤à¤µ व उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ । पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤ªà¤¤à¤¿ जी परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤• à¤à¤µà¤‚ पूजà¥à¤¯ आचारà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° जी आरà¥à¤¯ के à¤à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ हà¥à¤ । शिविराधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦ जी ने उतà¥à¤¤à¤® पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾à¤à¤ दीं । होशंगाबाद गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ ऋतसà¥à¤ªà¤¤à¤¿ जी परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤•, आरà¥à¤¯à¤µà¤¨ आरà¥à¤· कनà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की आचारà¥à¤¯à¤¾ शीतल जी तथा वानपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¥ साधक आशà¥à¤°à¤® से आचारà¥à¤¯ शकà¥à¤¤à¤¿à¤¨à¤¨à¥à¤¦à¤¨ जी का सानà¥à¤¨à¤¿à¤§à¥à¤¯ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† । शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपने जीवन में सदà¥à¤—à¥à¤£à¥‹à¤‚ को धारण करने à¤à¤µà¤‚ दोषों को छोड़ने समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥€ अनेक वà¥à¤°à¤¤ धारण किठतथा à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में सà¥à¤µà¤¯à¤‚ सेवक के रूप में विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की गतिविधियों को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ हेतॠसंकलà¥à¤ª लिया । शिविर काल में ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं को छोडकर पूरà¥à¤£à¤•ालिक मौन का नियम था इस नियम का पालन शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने यथासामरà¥à¤¥à¥à¤¯ किया । इस अवसर पर पूजà¥à¤¯ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤ªà¤¤à¤¿ जी परिवà¥à¤°à¤¾à¤œà¤• के करकमलों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ‘सतà¥à¤¯ सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤’ नामक पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• का विमोचन किया गया । दरà¥à¤¶à¤¨ योग धरà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤¥ टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤•ाशित इस पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के लेखक आचारà¥à¤¯ धरà¥à¤®à¤µà¥€à¤° जी ‘मà¥à¤®à¥à¤•à¥à¤·à¥’ हैं । शिविर को सफल बनाने हेतॠदरà¥à¤¶à¤¨ योग महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•, बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ व कारà¥à¤¯à¤•रà¥à¤¤à¤¾ तथा अनेक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ से आये सहयोगियों ने सराहनीय योगदान दिया । आरà¥à¤¯à¤µà¤¨ विकास फॉरà¥à¤® टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ की ओर से आवास, à¤à¥‹à¤œà¤¨ आदि में विशेष सहयोग पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤† । सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सतà¥à¤¯à¤ªà¤¤à¤¿ जी के पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤• उदà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ के महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंश :- ईशà¥à¤µà¤° ओर हमारे अनेक संबंध हैं जिसमें वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¯-वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• संबंध महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है, उसे वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में लायें । ईशà¥à¤µà¤° जैसे गà¥à¤£ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ में धरण करना यह उपासना है । मोकà¥à¤· ओर ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤• ही है । पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का ही योग सिदà¥à¤§ होता है, अपà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤¤ का नहीं । वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में सदा सारà¥à¤µà¤à¥Œà¤® रूप में यम नियमों का पालन करें । धà¥à¤¯à¤¾à¤¨, संधà¥à¤¯à¤¾ हेतॠनियमित सà¥à¤¬à¤¹ शाम à¤à¤• à¤à¤• घंटा लगायें । जो पदारà¥à¤¥ के सà¥à¤µà¤°à¥‚प को ठीक ठीक जना देवें वह सतà¥à¤¯à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾ है à¤à¤¸à¥€ सारी सतà¥à¤¯à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤“ं का तथा सारे पदारà¥à¤¥ हमारे शरीर, सोना, चाà¤à¤¦à¥€, आदि इन विदà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से जाने जाते हैं इन सब का आदि मूल परमेशà¥à¤µà¤° है । इनको अपना मानना अनà¥à¤šà¤¿à¤¤ है ।
दरà¥à¤¶à¤¨ योग महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ आरà¥à¤¯à¤µà¤¨, रोजड, पो.- सागपà¥à¤°, ता.- तलोद, जिला -साबरकांठा, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤, पिन ३८३३०ॠदूरà¤à¤¾à¤· = +91-2770-287418, 287518, चलà¤à¤¾à¤·= +91- 94094 15011, 94094 15017 Whatsapp-+91- 9409415011, 9978273084 अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤œà¤¾à¤² पर जानकारी हेतॠwww.darshanyog.org .