
43rd Anniversary Celebration

18 Nov 2018
India
आर्य समाज आनंद विहार एल ब्लाक
आननà¥à¤¦ विहार (दिलà¥à¤²à¥€)| आरà¥à¤¯ समाज (à¤à¤² बà¥à¤²à¤¾à¤•) आननà¥à¤¦ विहार का 43वां वारà¥à¤·à¤¿à¤•ोतà¥à¤¸à¤µ 14 से 18 नवमà¥à¤¬à¤° को सोलà¥à¤²à¤¾à¤¸ संपनà¥à¤¨ हà¥à¤† | इस अवसर पर वेदविदà¥à¤·à¥€ डॉ0 पà¥à¤°à¤¿à¤‚यवदा ने गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ के महतà¥à¤µ पर पà¥à¤°à¤•ाश डाला तथा आठसतà¥à¤¯ और आठà¤à¥‚ठकी वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ की | यजà¥à¤ž में वेदपाठकनà¥à¤¯à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤², नजीबाबाद की छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं ने किया | 14 नवमà¥à¤¬à¤° को महिला समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ आयोजित किया गया, जिसमे आचारà¥à¤¯ कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ ने महिलाओं को अपने असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ की रकà¥à¤·à¤¾ के लिठसजग होने के लिठकहा |
डॉ0 पà¥à¤°à¤¿à¤‚यवदा वेदà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€ ने परिवार और समाज की धà¥à¤°à¥€ नारी को बताया तथा वैदिक सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚तो के पालन से जीवन निरà¥à¤®à¤¾à¤£ के उपायों की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ की |