Sanskrit Sambhashan Shivir

Sanskrit Sambhashan Shivir organised by Sanskrit Sambhashan Shivir

29 May 2016
India
Sanskrit Shikshak Sangh

ज्ञानदीप मॉडल स्कूल दिल्ली रामनगर शाहदरा दिल्ली में २० मई २०१६ से २९ मई २०१६ तक चलने वाले संस्कृत शिक्षकसंघ दिल्ली व संस्कृत भारती दिल्ली के तत्वावधान में प्रारम्भ हुवे संस्कृत सम्भाषण शिविर का आज रंगारंग कार्यक्रम के साथसमापन हो गया । इसमें ५५ शिविरार्थियों ने भाग लिया । समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्कृत शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. बृजेश गौतम जी  ने संस्कृत भाषा की महत्ता के विषय में बताते हुए कहा की संस्कृत केवल एक भाषा मात्र नहीं हैं अपितु एक जीवन दर्शन को बताने वाली भाषा है । संस्कृत शिक्षक संघ के महासचिव डॉ. वी. दयालु जी ने कहा कि कुछ समय सेलोगों में संस्कृत को लेकर रूचि बढ़ी है वो इसे सीखने में अपनी रूचि दिखा रहे है इस शिविर में भी १५ से २० व्यक्ति ऐसे हैजिन्होंने कभी इससे पहले  संस्कृत नहीं पढ़ी और एक तो इसमें श्री आशीष राघव जी गणित के अध्यापक है । 

कार्यक्रम के संयोजक संस्कृत शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष संदीप उपाध्याय ने कहा कि संस्कृत केवल पूजा पाठ तक ही सीमित नहीं है अपितु इसमें ज्ञान के साथ साथ विज्ञान, गणित,  à¤µà¤¿à¤®à¤¾à¤¨à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° विद्या, आयुर्वेद, योग, परंपरा आदि सारी विद्याओं का खजाना भरा पड़ा है । कार्यक्रम के अतिथि संस्कृत भारती के श्री सुशील झा जी ने कहा कि अगर हमें अपने मूल से जुड़े रहना है तो संस्कृत का ज्ञान आवश्यक है मूल से अलग हो जाने पर जिस प्रकार वृक्ष स्वयमेव ही सूख जाता है वैसे ही संस्कृत रुपी मूल से अलग हो जाने पर हम भारतीय अपनी संस्कृति से दूर हो जायेंगे । फरीदाबाद से कार्यक्रम में सिरकत करने आयी संस्कृत विशेष यज्ञ  डॉ. लीना सिन्हा जी ने संस्कृत को ज्ञान का खजाना बताते हुवे कहा कि संस्कृत हमारी धरोहर है संस्कृत रुपी धरोवर कि सुरक्षा संस्कृत बोल कर कि जानी चाहिए आज संस्कृत को जन भाषा बनाने कि आवश्यकता है इस काम को संस्कृत भारती और संस्कृत शिक्षक संघ बखूबी निभा रहे हैं । संस्कृत संवाद संस्कृत समाचार पत्र के प्रबंधक श्री वेद शर्मा जी ने भारत की संस्कृति को संस्कृत में निहित बताते हुए कहा की हमे आज जो वेदादि शास्त्रों का ज्ञान है वह संस्कृत के कारण ही है। कार्यक्रम के व्यवस्थापक आर्यसमाज रोहताश नगर के प्रधान श्री रामपाल पांचाल जी ने संस्कृत सम्भाषण शिविर की महत्ता बताते हुए इन्हे भविष्य में भी कराते रहने का संकल्प लिया । ज्ञानदीप मॉडल स्कूल रामनगर शाहदरा  की प्रधानाचार्या श्रीमती ललिता पांचाल जी ने अपने विद्यालय में संस्कृत के सम्भाषण शिविर लगाते रहने का दृढ़ निश्चय  किया । संस्कृतसम्भाषण शिविर का सञ्चालन संस्कृत भारती  दिल्ली के प्रशिक्षक श्री स्वप्न कुमार जी ने किया । शिविर में बच्चों ने संस्कृत गीत, संस्कृत नाटक, संस्कृत नृत्य, संस्कृत, संवाद, राष्ट्र वन्दन गीत, संस्कृत श्लोक, संस्कृत संख्या, शिविर गीत, एकता मंत्र आदि कार्यक्रम प्रस्तुत किये । बच्चों का कार्यक्रम कत्थक विशेषज्ञ श्रीमती श्रुति फणीश जी के निर्देशन में हुआ समापन  सत्र में श्री सुशील पांचाल, श्री जगदीश प्रसाद शर्मा, श्री मोहित कुमार, श्री फूलचंद आर्य, श्री कपिल त्यागी  व श्री फणीश पवार जी  उपस्थित रहे।

 

Satyarth Prakash Swadhyay Shivir

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