37th Vaicharik Kranti Shivir
37th Vaicharik Kranti Shivir organize by Akhil Bhartiya Dayanand Sewashram
27 May 2018
India
Akhil Bhartiya Dayanand Sewashram Sangh
सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ की सेवा इकाई अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दयानंद सेवाशà¥à¤°à¤® संघ, दिलà¥à¤²à¥€ के ततà¥à¤¤à¥à¤µà¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ में दस दिवसीय 37वाठवैचारिक कà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¿ शिविर आरà¥à¤¯ समाज समाज रानीबाग, दिलà¥à¤²à¥€ में 17 से 27 मई के मधà¥à¤¯ सफलता पूरà¥à¤µà¤• समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤†à¥¤ उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ à¤à¤µà¤‚ समापन समारोह में संसà¥à¤¥à¤¾ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· दानवीर महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² चेयरमेन à¤à¤® डी à¤à¤š का à¤à¤°à¤ªà¥‚र आशीरà¥à¤µà¤¾à¤¦ मिला। शिविर में लगà¤à¤— 12 पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ के 200 से अधिक सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, पà¥à¤°à¥à¤·, बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया जिसमें विदà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की संखà¥à¤¯à¤¾ सबसे अधिक थी। शिविर ककà¥à¤·à¤¾à¤“ं में विधिवतॠआरà¥à¤¯ मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को दस मानद अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•à¥‹à¤‚ के सहयोग से पà¥à¤¾à¤¯à¤¾ गया तथा शà¥à¤°à¥€ शैल कà¥à¤®à¤¾à¤° ने आरà¥à¤¯à¤µà¥€à¤° दल की शिकà¥à¤·à¤¾ दी। माता अंजना चावला, माता उषा किरण, शà¥à¤°à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, शà¥à¤°à¥€ जीववरà¥à¤§à¤¨ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, आचारà¥à¤¯ दयासागर, शà¥à¤°à¥€ रमाशंकर शिरोमणि आदि समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ तथा विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• वृंद के कारण ही शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का परीकà¥à¤·à¤¾ परिणाम सराहनीय रहा। शà¥à¤°à¥€ कृषà¥à¤£ कà¥à¤®à¤¾à¤° शरà¥à¤®à¤¾, शà¥à¤°à¥€ संजय (à¤à¤•à¤¾à¤‰à¤¨à¥à¤Ÿà¥‡à¤‚ट) तथा शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤·à¥à¤®à¤¾ चावला व बहन सà¥à¤®à¥‡à¤§à¤¾ आचारà¥à¤¯à¤¾ तथा आरà¥à¤¯ समाज सैनिक विहार व आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ शकूरबसà¥à¤¤à¥€, आरà¥à¤¯ समाज रानीबाग का à¤à¤°à¤ªà¥‚र सहयोग शिविरारà¥à¤¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤ शिविर में सà¤à¥€ शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का आचारà¥à¤¯ दयासागर तथा आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ रानीबाग के पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤¨à¥€à¤² शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¥€à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° कराया तथा आचारà¥à¤¯ चंदà¥à¤° शेखर जी ने यजà¥à¤žà¥‹à¤ªà¤µà¥€à¤¤ पर पà¥à¤°à¤µà¤šà¤¨ दिया। 26 मई को शिविरारà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को दिलà¥à¤²à¥€ à¤à¥à¤°à¤®à¤£ कराया गया।
27 मई को शिविर का समापन समारोह दिलà¥à¤²à¥€ हाट जनक पà¥à¤°à¥€ दिलà¥à¤²à¥€ में समà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हà¥à¤† जिसमें अनेक समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया। आरà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² रानीबाग के बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तथा सैनिक विहार शानà¥à¤¤à¤¿ देवी गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने मनमोहक साà¤à¤¸à¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ दीं।
महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी ने करà¥à¤®à¤¶à¥€à¤² सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ को संसà¥à¤¥à¤¾ की ओर से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया तथा शà¥à¤°à¥€ विनय आरà¥à¤¯ ने आरà¥à¤¯ समाज के समकà¥à¤· खड़ी कड़वी सचà¥à¤šà¤¾à¤‡à¤¯à¥‹à¤‚ को रखा और अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨, दिलà¥à¤²à¥€ में सà¤à¥€ को पधारने के लिठआमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ à¤à¥€ किया। कई योजनाओं को मूरà¥à¤¤ रूप देने के लिठघोषणा à¤à¥€ की। संसà¥à¤¥à¤¾ के मंतà¥à¤°à¥€ जोगेनà¥à¤¦à¤° खटà¥à¤Ÿà¤° ने संसà¥à¤¥à¤¾ का परिचय दिया और सहयोग की अपील की और कहा कि अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दयानंद सेवाशà¥à¤°à¤® संघ जिसे सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय पृथà¥à¤µà¥€à¤°à¤¾à¤œ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ तथा उनके बाद उनकी पतà¥à¤¨à¥€ सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीया माता पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤²à¤¤à¤¾ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने पाला, पोषा तथा बà¥à¤¾à¤¯à¤¾ उसे आगे ही बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया जा रहा है। निःशà¥à¤²à¥à¤• गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤²à¥‹à¤‚ का संचालन, बालवाड़ियाà¤, सिलाई केनà¥à¤¦à¥à¤°, तथा संसà¥à¤•à¤¾à¤° केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥‹à¤‚ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ गरीब तथा अà¤à¤¾à¤µ गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में सेवा कारà¥à¤¯ व दयानंद विदà¥à¤¯à¤¾ निकेतन पबà¥à¤²à¤¿à¤• सà¥à¤•à¥‚लों की शà¥à¤°à¥ƒà¤‚खला हमारे कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को पà¥à¤°à¤—तिशील बना रही है। à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में हमारे कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की सà¥à¤—ंध काला पानी यानि अंडमान निकोबार में à¤à¥€ आà¤à¤—ी। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सहयोगियों के लिठकृतजà¥à¤žà¤¤à¤¾ à¤à¥€ जताई। समापन समारोह, उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ समारोह व यजà¥à¤žà¤ªà¤µà¥€à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° में पधारने वाले तथा सहयोग देने वाले सà¤à¥€ सजà¥à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ का à¤à¤µà¤‚ संघ के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ का संघ के महामंतà¥à¤°à¥€ जोगेनà¥à¤¦à¥à¤° खटà¥à¤Ÿà¤° à¤à¤µà¤‚ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾ जी ने धनà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¦ किया। शिविर को कतिपय आरà¥à¤¯ नेताओं जैसे शà¥à¤°à¥€ वाचोनिधि आरà¥à¤¯, शà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤£ à¤à¤¬à¥à¤°à¥‹à¤², शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤¯, पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ तथा à¤à¤¾à¤°à¤¤ विकास परिषदॠके राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· डा. सà¥à¤°à¥‡à¤¶ गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾, वनवासी कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ आशà¥à¤°à¤® दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ कà¥à¤²à¤•à¤°à¥à¤£à¥€ तथा सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ आरà¥à¤¯ ने à¤à¥€ संबोधित किया।
-जोगेंदà¥à¤° खटà¥à¤Ÿà¤°, महामंतà¥à¤°à¥€ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ दयाननà¥à¤¦ सेवाशà¥à¤°à¤® संघ