World Womens Day

08 Mar 2016
India
आरय समाज विजञान नगर

महर्शि दयानन्द ने दिलाया महिलाओं को समानता का अधिकार। आर्यसमाज वह संस्था है जो महिलाओं को साथ लेकर चलती है। उक्त विचार राजस्थान प्रादेषिक कर्मचारी महासंघ की अध्यक्ष हंसा त्यागी ने व्यक्त किये।
विष्व महिला दिवस की पूर्वसंध्या पर आर्यसमाज विज्ञाननगर में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यअतिथि त्यागी ने कहा कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक महिला का सम्मान देकर मेरा मन प्रफुल्लित हो गया है। यूं महर्शि दयानन्द के ही आदर्ष है जिन पर आर्यसमाज चलकर महिलाओं के हित के कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्ष श्रीमती सुदेष आहुजा ने अपने उद्बोधन में कहा कि महर्शि दयानन्द ने अपने ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाष में बतलाया कि बालक की प्रथम गुरू माता ही होती है। जो बच्चे को संस्कार देकर उसका निर्माण करती है।
कार्यक्रम के संयोजक अर्जुनदेव चढ्डा  एवं आर्यसमाज विज्ञाननगर के प्रधान जे.एस.दुबे ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर आर्यसमाज द्वारा कार्यक्रम में 148 महिलाओं को माला पहनाकर एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम को श्रीमती ब्रजबाला दौलतानी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर श्रीमती रीटा गुप्ता, एडवोकेट श्रीमती प्रतिभा दीक्षित ने महिला संचेतना सम्बंधित कविताएं प्रस्तुत की। श्रीमती उमा वषिश्ठ, श्रीमती सुमनबाला सक्सेना ने भजन प्रस्तुत किये।
कार्यक्रम में कोटा नगर की सभी आर्यसमाजों के पदाधिकारी सदस्य तथा पतंजलि योग समिति के पदाधिकारी सदस्य सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं महिलाएं उपस्थित थीं।
इस अवसर पर आर्यसमाज परिसर में सामाजिक जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ, कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम, जल ही जीवन है, वृक्षारोपण, रक्तदान एवं नेत्रदान सम्बंधित पोस्टर प्रदर्षनी लगाई गई।
कार्यक्रम का संचालन मंत्री राकेष चढ्डा ने किया।

 

Maharishi Dayanand Janmotsav

62th Annual Function