Mantroccharan Competition

28 Jul 2016
India
आरय विदया परिषद

वीरवार 28 जुलाई 2016 को आर्य विद्या परिषद् के प्रस्तोता श्री सुरेन्द्र कुमार  à¤°à¥ˆà¤²à¥€ जी की अध्यक्षता में सफलता पूर्वक सम्पन्न हुई। रैली जी ने गायत्री मंत्र के साथ प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया।

इस à¤ªà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा  à¤¤à¤• लगभग 80 विद्यार्थियों ने भाग लिया। बच्चों को केवल पांच मिनट का समय तैयारी के लिए दिया गया। इनके विषय भी सुन्दर, रोचक व नैतिकता पर आधारित थे। जैसे, समय का महत्व, माँ, आर्य किसे कहते हैं, मधुर वाणी, ईश्वर एक है, यज्ञ की महिमा आर्य समाज की मान्यताएं, हमें संस्कृत भाषा पढ़नी चाहिए, जीवन में मानव मूल्यों का महत्व, विद्यालयों में नैतिक शिक्षा की आवश्यकता, यज्ञ और पर्यावरण आदि विषय रखे गए। बच्चों ने बड़ी ही कुशलतापूर्वक अपनी प्रस्तुति दी,  à¤‡à¤¸à¤®à¥‡à¤‚ पांचों वर्गों में क्रमश: गायत्री मंत्र अर्थ सहित, ईश्वर स्तुति प्रार्थना उपासना मंत्र, संगठन सूक्त, संध्या मंत्र, स्वास्तिवाचन एवं शान्तिकरणम् के 20 मंत्रों पर  à¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने अपनी सुन्दर प्रस्तुति दी।

निर्णायक मण्डल में श्रीमती उषा किरण कथूरिया, श्रीमती तृप्ता शर्मा एवं श्रीमती पुष्पलता पाहूजा ने अपना निष्पक्ष  à¤¬à¤šà¥à¤šà¥‹à¤‚ को केवल पांच मिनट का समय तैयारी के लिए दिया गया। इनके विषय  भी सुन्दर, रोचक व नैतिकता पर आधारित थे। जैसे, समय का महत्व, माँ, आर्य किसे कहते है, मधुर वाणी, ईश्वर एक  à¤¹à¥ˆ, यज्ञ की महिमा आर्य समाज की मान्यताएं, हमें संस्कृत भाषा पढ़नी चाहिए, जीवन में मानव मूल्यों का महत्व, विद्यालयों में नैतिक शिक्षा की आवश्यकता, यज्ञ और पर्यावरण आदि विषय रखे गए। बच्चों ने बड़ी ही कुशलतापूर्वक अपनी प्रस्तुति दी, इसमें निर्णय दिया।

प्रतियोगिता का संयोजन श्रीमती वीना आर्य एवं आर्य वीर मॉडल स्कूल बादली की प्रधानाचार्या श्रीमती उर्मिल मनचंदा ने किया। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती संजना जोशी एवं मैनेजर श्री कीर्ति दीवान जी भी उपस्थित थे। सभी प्रतियोगियों को सुन्दर प्रमाण पत्र, कॉमिक्स एवं विजेता छात्रों को सुन्दर मैडल देकर पुरस्कृत किया गया। प्रतियोगिताओं के अन्त में सभी के लिए जलपान की व्यवस्था की गई।

Ved Prachar

Ashubhashan