International Arya Mahasammelan of Nepal -2016
22 Oct 2016
Nepal
नेपाल आरà¥à¤¯ समाज
20, 21, 22 अकà¥à¤¤à¥‚बर 2016 अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आरà¥à¤¯ महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ नेपाल, अपने आप में à¤à¤• सफल से à¤à¥€ बà¥à¤•à¤° सफलतम समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ कहा जाना चाहिà¤. देश विदेश से आये हजारों आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• महान वैदिक उदघोष. आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚मि पर आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ नेपाल के धारà¥à¤®à¤¿à¤• सामाजिक जीवन में नया रंग à¤à¤°à¤¤à¤¾ नजर आया. राजधानी काठमांडू के टà¥à¤‚डीखेल मैदान से उठा वैदिक धरà¥à¤® की जय का उदà¥à¤§à¤˜à¥‹à¤· नेपाल के समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ की पहले पनà¥à¤¨à¥‡ की à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤°à¥à¤–ियाठबनी जो नेपाल के बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€, समाज के चिंतको, लेखकों, विचारकों व सनातन वैदिक धरà¥à¤® रकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ को टà¥à¤‚डीखेल मैदान में खींच लाया. महासमà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ के उदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ समारोह की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤šà¤‚द अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ व महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में नेपाल राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾ देवी à¤à¤‚डारी व महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी रहे. यह महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ आरà¥à¤¯ समाज के लिठगौरव के कà¥à¤·à¤£ के साथ उसके आदरà¥à¤¶à¥‹ के ऊà¤à¤šà¥‡ आयाम सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करता नजर आया. आननà¥à¤¦ कनà¥à¤¦ आदितà¥à¤¯ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦. जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अपनी जवानी को इस देश और समाज के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤œà¤¾à¤—रण के लिठखोठसà¥à¤µà¤¾à¤à¤¿à¤®à¤¾à¤¨ की पà¥à¤¨: पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के लिठलà¥à¤Ÿà¤¾ दिया था. सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ के करà¥à¤£à¤µà¤¨à¥à¤¤à¥‹ विशà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¯à¤® के आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ को आगे बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ ने नेपाल के राजधानी काठमांडू में इस वरà¥à¤· इसका बिगà¥à¤² बजाया. देश विदेश से हजारों की संखà¥à¤¯à¤¾ में आये आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से नेपाल की राजधानी ओ३म धà¥à¤µà¤œ के रंग में रंगी नजर आई |
सà¥à¤¬à¤¹ 7 बजे à¤à¤µà¥à¤¯ शोà¤à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ का आयोजन राजधानी काठमांडू की पर लहराती वैदिक पताका ऊà¤à¤šà¥‡ सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤‚ में लगते वैदिक उदघोष रूककर देखने को विवश कर देने वाला नजारा था शोà¤à¤¾ यातà¥à¤°à¤¾ के बाद यजà¥à¤ž का कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥‚ किया गया आचारà¥à¤¯ संजीवनी जी à¤à¤µà¤‚ पाणिनि कनà¥à¤¯à¤¾ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ वाराणसी की बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€ किरण, सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤¾, मोना, धृति व वैषà¥à¤£à¤µà¥€ के मà¥à¤–ारविंद से वैदिक मंतà¥à¤°à¥‹ से गà¥à¤‚जायमान वातावरण धरà¥à¤®, आसà¥à¤¥à¤¾ में समाहित हो गया.महाशय धरà¥à¤®à¤ªà¤¾à¤² जी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धà¥à¤µà¤œà¤¾à¤°à¥‹à¤¹à¤£ करने के बाद पूरा मैदान सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद सरसà¥à¤µà¤¤à¥€, à¤à¤¾à¤°à¤¤ माता की जय के उदघोष और नेपाल में आरà¥à¤¯ समाज की नीव रखने वाले शहीद शà¥à¤•à¤°à¤¾à¤œ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के अमरता के नारे à¤à¥€ लगाये गये. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ महोदया के आने से पहले दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ विनय आरà¥à¤¯ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ आई दयानंद की टोली à¤à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया. नेपाल की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ विदà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤µà¥€ à¤à¤‚डारी ने अपने समà¥à¤¬à¥‹à¤§à¤¨ में कहा कि वैदिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को आदरà¥à¤¶ में लाने से समाज में वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कà¥à¤¸à¤‚सà¥à¤•à¤¾à¤°, विसंगतियां, छà¥à¤†à¤›à¥‚त जातीय à¤à¥‡à¤¦ समापà¥à¤¤ हो जाते है इन समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से निराकरण पाने के लिठवैदिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ अति आवशà¥à¤¯à¤• है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने समाज को à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• व संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• रूप में समà¥à¤°à¤§ बनाने के लिठसरà¥à¤µà¥‡ à¤à¤µà¤¨à¥à¤¤à¥ सà¥à¤–िन तथा वसà¥à¤§à¥ˆà¤µ कà¥à¤Ÿà¥à¤®à¥à¤¬à¤•à¤® को वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप लाने को अतिआवशà¥à¤¯à¤• बताया. पà¥à¤°à¥‡ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ में वैदिक धरà¥à¤® के गंà¤à¥€à¤° मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर वैदिक धरà¥à¤® परिचय यजà¥à¤ž का वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• सà¥à¤µà¤°à¥‚प महिला समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ शाकाहार पर à¤à¤¾à¤·à¤£ देश विदेश से पधारे बà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¿à¤œà¥€à¤µà¥€, विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने सरल à¤à¤¾à¤·à¤¾ में अपने विचार रखे. यà¥à¤µà¤¾ वरà¥à¤— में चरितà¥à¤° और सदाचार à¤à¤¾à¤µ की अà¤à¤¿à¤µà¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¿. à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤•. बौदà¥à¤§à¤¿à¤• और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं की खोज आदि सामयिक चिंतन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संसार में नई चेतना. उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ का à¤à¤¾à¤µ पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¤ करने के उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से नेपाल में होने वाले इस महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में विशà¥à¤µ के अनेक देशों के हजारों पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ ने à¤à¤¾à¤— लिया |
महिला समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨
नारी शकà¥à¤¤à¤¿, को आगे रखते हà¥à¤ अथितियों को आसन गà¥à¤°à¤¹à¤£ कराया जिसका सञà¥à¤šà¤¾à¤²à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ राधा उपà¥à¤°à¥‡à¤¤à¥€ जी वॠशà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ शारदा आरà¥à¤¯ (आरà¥à¤¯ वीरांगना दल दिलà¥à¤²à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) ने किया. मंच पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ डॉ अनà¥à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾ आचारà¥à¤¯, आचारà¥à¤¯ अमृता आरà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ अनेक माताओं, बहनों ने अपने विचार पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किये. जिसका नेपाली पà¥à¤°à¤¿à¤¨à¥à¤Ÿ मीडिया से लेकर इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤• मीडिया में खूब सराहा गया. लगà¤à¤— 32 देशों से पहà¥à¤‚चे पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ में सबसे बड़ा दल मारीशस से 100 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग इस आयोजन का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनने पहà¥à¤‚चे. सबसे अधिक दà¥à¤°à¥€ लगà¤à¤— 17 हजार किलोमीटर नà¥à¤¯à¥‚जीलेंड आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾ के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ शà¥à¤°à¥€ हरीश सचदेवा जी अपनी धरà¥à¤®à¤ªà¤¤à¥à¤¨à¥€ उरà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¾ सचदेवा के साथ पधारें. à¤à¤¾à¤°à¤¤ का आदिवासी इलाका समà¤à¤¾ जाने वाला राजà¥à¤¯ (छतीसगà¥) यहाठसे आचारà¥à¤¯ अंशà¥à¤¦à¥‡à¤µ के नेतृतà¥à¤µ में 10 बसे à¤à¤°à¤•à¤° लोग समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ का हिसà¥à¤¸à¤¾ बनने आये |
पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल सà¤à¤¾ से पंडित मधà¥à¤¸à¥à¤¦à¤¨ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के साथ बहà¥à¤¤ लोग पधारें. हरियाणा, दिलà¥à¤²à¥€, पंजाब, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ बिहार इन राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से बहà¥à¤¤ अधिक संखà¥à¤¯à¤¾ में लोगों ने आरà¥à¤¯ समाज के महान आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ में बà¥-चà¥à¤•à¤° हिसà¥à¤¸à¤¾ लिया. नेपाल और à¤à¤¾à¤°à¤¤ का सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• और आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾ का à¤à¤• अनूठा संगम यहाठदेखने को मिल रहा था. हर रोज हजारों लोगों के à¤à¥‹à¤œà¤¨ की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध यहाठकिया गया था. आगे बà¥à¤¨à¥‡ से पहले थोडा काठमांडू के बीचोबीच टà¥à¤‚डीखेल मैदान के बारे में बताते चले तो टà¥à¤‚डीखेल मैदान नेपाल सेना का अपना मैदान है जो कà¤à¥€ किसी को किसी आयोजन के लिठउपलबà¥à¤§ नही कराते. किनà¥à¤¤à¥ वैदिक धरà¥à¤® के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° या कहो आरà¥à¤¯ समाज के इस महान आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ के कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® लिठनेपाली सेना ने इसे निशà¥à¤²à¥à¤• समरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ कर दिया. जिसमे विशाल पंडाल लगाये गये. यहाठसà¥à¤¥à¤¾à¤¨-सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर पानी à¤à¤µà¤‚ चाय इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध किया गया था. हर रोज हजारों लोगों के खाने-पीने का पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध किया गया था |
महासमà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ का दूसरा दिन यजà¥à¤ž à¤à¤µà¤‚ यजà¥à¤žà¤ªà¤µà¤¿à¤¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° के उपरांत विनय आरà¥à¤¯ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मंच पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ सà¤à¥€ आरà¥à¤¯ महानà¥à¤à¤¾à¤µà¥‹ का सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया और मंच से नेपाली गायक किशोर कà¥à¤®à¤¾à¤° सेढाई दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤œ ओम à¤à¤œ ओम सततम à¤à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया यह à¤à¤œà¤¨ नेपाली रेडियो पर à¤à¥€ काफी पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ है. इसके बाद संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ सतà¥à¤° समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ का आरमà¥à¤ किया गया जिसके संयोजनकरà¥à¤¤à¤¾ शà¥à¤°à¥€ विनय विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार (आरà¥à¤¯ समाज उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड) डॉ गौरव à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾à¤°à¤¾à¤ˆ ने किया मंच पर उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥ à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¾à¤°à¥€ संखà¥à¤¯à¤¾ शà¥à¤°à¥‹à¤¤à¤¾à¤—ण बिना किसी कोलाहल के शांति पूरà¥à¤£ अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¿à¤¤ व पूरà¥à¤£ आसà¥à¤¥à¤¾ से अपने कानों से वैदिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ का पान कर रहे थे. नेपाल संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ के उपकà¥à¤²à¤ªà¤¤à¤¿ कà¥à¤² पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ कोइराला ने अपने विचार रखते हà¥à¤ वेद और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को à¤à¤—वान का दीपक कहा. तो सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ धरà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी महाराज ने हजारों आरà¥à¤¯à¤œà¤¨à¥‹à¤‚ की à¤à¥€à¥œ को संà¤à¥‹à¤¦à¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ आहवान किया कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ की रकà¥à¤·à¤¾ करने वाले मंच पर पधारे उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ की रकà¥à¤·à¤¾ यानि के संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की रकà¥à¤·à¤¾, वेद की रकà¥à¤·à¤¾, संसार में मानवता की रकà¥à¤·à¤¾ का सनà¥à¤¦à¥‡à¤¶ बिना संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के नहीं जा सकता |
इस सतà¥à¤° के मà¥à¤–à¥à¤¯ अथिति पूरà¥à¤µ मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ आयà¥à¤•à¥à¤¤ व वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ बागपत (उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) से à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ सांसद सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सिंह, पंडित चिंतामणी जी à¤à¤µà¤‚ गोरखपà¥à¤° से पांच बार सांसद योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी थे. पंडित चिंतामणि ने अपने विचार रखते हà¥à¤ कहा वेदवाणी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ साहितà¥à¤¯ की समà¥à¤ªà¤¦à¤¾ है इसके बिना मानवता का विकास नहीं हो सकता लेकिन दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯ कि लोगों ने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ जानने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ शà¥à¤°à¥‚ नहीं किया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को माठका दरà¥à¤œà¤¾ देते हà¥à¤ कहा कि माठसे पà¥à¤¯à¤¾à¤° करना पड़ेगा तà¤à¥€ उसकी ममता की बरसात होगी. मंच से सांसद सतà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² ने सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ जी महाराज के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ की मांग दोहराते हà¥à¤ कहा कि वेद और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤—वान के दिठवरदान है जब खाने में शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾, पीने के पानी के लिठशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ की मांग उठसकती है तो संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की शà¥à¤¦à¥à¤§à¤¤à¤¾ की बात कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं होती आज हमें शà¥à¤¦à¥à¤§ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आरà¥à¤¯ समाज को संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का रकà¥à¤·à¤• बताते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसद सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जी के चितà¥à¤° बिना अधà¥à¤°à¤¾ है |
योगी आदितà¥à¤¯à¤¨à¤¾à¤¥ जी ने इस महासमà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में पधारकर इसकी गरिमा को बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ कहा कि आरà¥à¤¯ समाज संसार का कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मारà¥à¤— है जो धरà¥à¤® का सबसे बड़ा रकà¥à¤·à¤• है वही आरà¥à¤¯ है यदि आरà¥à¤¯ समाज और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द न होते तो शà¥à¤¦à¥à¤§à¥€ आनà¥à¤¦à¥‹à¤²à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ ना होती यदि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयानंद न होते तो देश आजाद न हà¥à¤† होता. सीकर राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ से सांसद सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤®à¥‡à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द जी का पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ आरà¥à¤¯ जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ओ३म पटका पहनकर सà¥à¤µà¤¾à¤—त किया गया. वैदिक विदà¥à¤·à¥€ जयपà¥à¤° साहितà¥à¤¯ विà¤à¤¾à¤— पà¥à¤°à¥‹à¥žà¥‡à¤¸à¤° बहन सà¥à¤¨à¥‡à¤¹à¤²à¤¤à¤¾ शरà¥à¤®à¤¾ जी ने कहा कि à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤ˆ और सामाजिक मरà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लांघने वाले समाज में अशांति फैलाकर शांति का परà¥à¤¦à¥à¤à¤¾à¤µ पैदा कर रहे है.
दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सतà¥à¤° वेद विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤‚
वेद विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤‚ सतà¥à¤° मारीशस से आई टीम दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ मेरे मन मंदिर में à¤à¤—वान तू और वेद शासà¥à¤¤à¥à¤° का विनय पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ पढो गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ सतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥à¤¥ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ à¤à¤œà¤¨ से आरमà¥à¤ किया गया. मारीशस यदि बात करे तो उस देश की आबादी मातà¥à¤° 13 लाख के लगà¤à¤— है किनà¥à¤¤à¥ सबसे बड़ा आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ यह है कि वहां 700 आरà¥à¤¯à¤¸à¤®à¤¾à¤œ मंदिर गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² है वहां आई बहन अमृता जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤• बड़ा सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° à¤à¤œà¤¨ पà¥à¤°à¤à¥à¤—ान तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¤¾ कर पाठà¤à¤¸à¥€ कृपा करो à¤à¤—वान कि मेरा मन डोले ना पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया |
वेद विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ देववà¥à¤°à¤¤ जी की अमेरिका से आये डॉ सतीश पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी जो 7 à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ के जानकर है ने आरमà¥à¤ करते हà¥à¤ कहा मेकाले दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया मेकà¥à¤¸à¥à¤®à¥à¤²à¤° जिसने वेद को असà¤à¥à¤¯ कहा लेकिन आज सà¤à¥€ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ से जà¥à¤¡à¥€ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं ने माना कि वैदिक विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ ही सरà¥à¤µà¥‹à¤ªà¤°à¥€ है. यà¥à¤µà¤¾ आचारà¥à¤¯ सनथ कà¥à¤®à¤¾à¤° ने वेद को विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की जड़ बताते हà¥à¤ कहा कि सà¤à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ का समाधान यदि कहीं है तो वेद में निहित है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने योग दिवस की तरह ही वेद दिवस और यजà¥à¤ž दिवस मनाने की सलाह का विचार सबके समकà¥à¤· रखा. à¤à¥à¤µà¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° उड़ीसा से आये डॉ पी.वी. दास ने कहा कि वेद सबके लिठहै आरà¥à¤¯ समाज की पहचान दयाननà¥à¤¦ और सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दयाननà¥à¤¦ की पहचान वेद है उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वेद को संसार का à¤à¤•à¤®à¤¾à¤¤à¥à¤° रकà¥à¤·à¤• बताया. नेपाल से डॉ जनारà¥à¤¦à¤¨ धिमरेजी ने संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ पर जोर देते हà¥à¤ कहा कि यदि इसी तरह अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ का चलन चलता रहा तो à¤à¤• दिन नेपाल चला जायेगा. यदि आने वाली पीà¥à¥€ वेद नहीं पढेगी विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ कहाठसे सीखेगी? कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ आग बिना कोई उरà¥à¤œà¤¾ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ नहीं होती और वेद जà¥à¤žà¤¾à¤¨ में आग की तरह है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¾à¤°à¤¤ और नेपाल में वेद पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शाला बनाने का आहवान किया. जींद हरियाणा से शà¥à¤°à¥€ ओमपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ जी ने वेद को माठकी लोरी बताते हà¥à¤ कहा कि मà¥à¤à¥‡ दà¥à¤ƒà¤– होता है मेकà¥à¤¸à¤®à¥à¤²à¤° की सोच पर जिसने जब धन और पद के लिठअपनी वाणी और कलम को बेच दिया |
विनय विदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤‚कार जी ने अपने ओजसà¥à¤µà¥€ à¤à¤¾à¤·à¤£ से सबको आनंदित कर दिया हजारों तालियों की गडगडाहट और वैदिक धरà¥à¤® जय के नाद से टà¥à¤‚डीखेल मैदान गूंज उठा. मंच से सांसद सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤®à¥‡à¤§à¤¾à¤¨à¤‚द जी ने जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करने का संकलà¥à¤ª लेने को कहा. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा ऋषि दयाननà¥à¤¦ की धà¥à¤µà¤œà¤¾ लेकर चलने वाला सिरà¥à¤« आरà¥à¤¯ है. आज आरà¥à¤¯ समाज सामाजिक उदà¥à¤§à¤¾à¤° से साथ राजधरà¥à¤® का निरà¥à¤µà¤¹à¤¨ कर रहा है. हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के उदà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठसरकारी सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ इसके लिठआने वाले शीतकालीन सतà¥à¤° में पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जी के सामने अपना पकà¥à¤· रखेंगे कà¥à¤¯à¥‹à¤•à¤¿ आज के समय में बिना दयाननà¥à¤¦ की विचारधारा के कà¥à¤› नही है जिसके लिठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जानी चाहिà¤. मंच से सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी ने वेद को विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤‚ का मूल बताते हà¥à¤ कहा कि चारों वेदों में सारा बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤¾à¤£à¥à¤¡ है. वेद केवल कोई गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ नहीं अपितॠजीवन की वो बहती धारा है जिसके शबà¥à¤¦-शबà¥à¤¦ में वेद है अरà¥à¤¥-अरà¥à¤¥ में वेद निहित है. आचारà¥à¤¯ देववृत जी ने समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि शबà¥à¤¦ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ से वेद विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ समà¤à¥‡ जा सकते है. मनॠमहाराज कहते है जो वेद नहीं पढता वो अपने परिवार के साथ शà¥à¤¦à¥à¤° बन जाते है. आज इलेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤• मीडिया से हमारे यà¥à¤µà¤¾à¤“ं का पतन हो रहा है वो वेद से दूर हो रहा है जबकि सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹ का मूल वेद है और जब तक आरà¥à¤¯ समाज है वेद सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ है.
चतà¥à¤°à¥à¤¥ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ शिकà¥à¤·à¤¾ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨
शिकà¥à¤·à¤¾ समà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ का सञà¥à¤šà¤¾à¤²à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ से अशोक आरà¥à¤¯ जी à¤à¤µà¤‚ नेपाल से महेश पोडल जी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किया गया जिसमें मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि डॉ सà¥à¤µà¤¾à¤—त शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ , डॉ विदà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾à¤¥ जी कोइराला, शà¥à¤°à¥€ à¤à¤².पी à¤à¤¾à¤¨à¥ जी, आचारà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° जी, शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤· नोपानी, विचार टीवी से शà¥à¤°à¥€ धरà¥à¤®à¥‡à¤¶ जी आदि सà¥à¤µà¤¾à¤—त योगà¥à¤¯ अतिथि उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे. अशोक आरà¥à¤¯ जी ने मंच का सञà¥à¤šà¤¾à¤²à¤¨ करते हà¥à¤ कहा कि संसार की समसà¥à¤¤ बà¥à¤°à¤¾à¤ˆ अशिकà¥à¤·à¤¾ है आज आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ का मूल खो गया वह केवल जीविकापारà¥à¤œà¤¨ का साधन बनकर रह गयी. जिस असली जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की शिकà¥à¤·à¤¾ वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ कराह रही है. महेश पोडल जी ने नेपाली à¤à¤¾à¤·à¤¾ को संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ की à¤à¤—िनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ बताते हà¥à¤ कहा नेपाल की राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾ में केवल संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ की छाप दिखाई देगी. शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤à¤¾à¤· नोपानी जी ने मंच से हजारों लोगों को संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि जिस à¤à¥‚मि में वेद गीता की रचना हà¥à¤ˆ हमारे पूरà¥à¤µà¤œ सामाजिक, धारà¥à¤®à¤¿à¤• और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप संपनà¥à¤¨ थे पर आज हम दणà¥à¤¡à¤¿à¤¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हमने वेद à¤à¥à¤²à¤¾ दिठऔर आडमà¥à¤¬à¤° उठा लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने शिकà¥à¤·à¤¾ में वेदों को अनिवारà¥à¤¯ करने की बात कही ताकि आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ से विसंगतियां दूर की जा सके. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नेपाल के हिनà¥à¤¦à¥‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° होने की गरिमा का छिनना à¤à¥€ बड़ा दà¥à¤°à¥à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ करार देते कहा कि इसमें विदेशी मिशनरीज की साजिश रही नोपानी जी आरà¥à¤¯ समाज सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• सà¤à¤¾ का नेपाल की à¤à¥‚मि में आयोजन का आà¤à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया.
à¤à¤².पी à¤à¤¾à¤¨à¥‚ जी ने शिकà¥à¤·à¤¾ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ में आने वाली बाधा पर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ डालते हà¥à¤ कहा कि वेदों से दूर होकर आज शिकà¥à¤·à¤¾ आनंद का विषय न होकर à¤à¤• बोठबन गयी. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने वैदिक विजन को शिकà¥à¤·à¤¾ का दरà¥à¤ªà¤£ बताते हà¥à¤ कहा कि विदà¥à¤¯à¤¾ धनम सरà¥à¤µ धनम पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤® सà¤à¥€ समाज इसी शिकà¥à¤·à¤¾ से महान बने है. आचारà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° जी आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पर दà¥à¤ƒà¤– जताते हà¥à¤ सलाह दी कि आज कचà¥à¤šà¥‡ बचà¥à¤šà¥‡ बिगड़ रहे है यदि माता पिता अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² नहीं à¤à¥‡à¤œ सकते तो घर को गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² बनाये. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा आज आधà¥à¤¨à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ अपने उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से विमà¥à¤– हो गयी शिकà¥à¤·à¤¾ का अपने मूल उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ हट जाना किसी à¤à¥€ समाज के पतन का पहला कारण बनता है. आज हमें वैदिक शिकà¥à¤·à¤¾ की जरूरत है ताकि आने वाली नसà¥à¤²à¥‡à¤‚ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤à¤•à¥à¤¤, सेवाà¤à¤•à¥à¤¤ समाजà¤à¤•à¥à¤¤, और ईशà¥à¤µà¤° à¤à¤•à¥à¤¤ बने. नेपाल से शà¥à¤°à¥€ लकà¥à¤·à¥à¤¯ बहादà¥à¤° केसी जी अपने विचार रखते हà¥à¤ गà¥à¤°à¥à¤•à¥à¤² शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ पर जोर दिया उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के अलावा अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ठमें नमà¥à¤¬à¤° जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आने पर ख़à¥à¤¶à¥€ मनाई जाती है संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ को लोग à¤à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ के विषय के तौर पर à¤à¥à¤²à¤¾ बैठे है. जब तक आंतरिक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ नहीं होगा तब तक अनà¥à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ का कोई ओचितà¥à¤¯ नहीं है.
समà¥à¤¦à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ समरोह
अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ आरà¥à¤¯ महासमà¥à¤®à¤²à¥‡à¤¨ तीसरा दिन समà¥à¤¦à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ समरोह आरà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नेपाल में आरà¥à¤¯ समाज मंदिर की घोषणा करते हà¥à¤ मà¥à¤–à¥à¤¯ अतिथि के रूप में शà¥à¤°à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶à¤šà¤‚दà¥à¤° अगà¥à¤°à¤µà¤¾à¤² पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ सारà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶à¤¿à¤• आरà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ सà¤à¤¾, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤®à¥‡à¤§à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी सांसद सीकर राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦ जी व माधव पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ जी नेपाल आरà¥à¤¯ समाज समेत आदि आरà¥à¤¯à¤œà¤¨ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे. आरमà¥à¤ में ओ३म कहने से तर जायेगा और महापà¥à¤°à¥à¤· जनà¥à¤® लेंगे सूना ना जहाठहोगा à¤à¤œà¤¨ का आयोजन हà¥à¤†. विनय आरà¥à¤¯ जी ने मंच से संबोधित करते हà¥à¤ कहा कि वेद का पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° जितनी जितनी जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ठमें होगा आरà¥à¤¯ समाज और वैदिक संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ का उतना ही जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° होगा. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हरà¥à¤· जताते हà¥à¤ कहा कि मà¥à¤à¥‡ बड़ी ख़à¥à¤¶à¥€ हà¥à¤ˆ जब यजà¥à¤ž पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ यजà¥à¤ž रूप पà¥à¤°à¤à¥ हम