Rishi Balidan Diwas

09 Dec 2018
India
आरय समाज कमाल पर

आर्य समाज मंदिर कमालपुर होशियारपुर में दिनांक 25-12-2018 (रविवार) को ऋषि बलिदान दिवस के उपरान्त पुन: ऋषि को याद किया | इस अवसर पर एक विशेष हवन यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमे श्री कुलदीप राय आहलुवालिया ने यजमान पद को सुशोभित किया | नगर से पधारे आर्य जनों ने बढ़ चढ़ कर आहुतिया डाली | तत्पश्चात स्वामी दयानन्द के जीवन से कुछ घटनाओ को लेकर एक परिचर्चा हुई | कार्यक्रम के शुरू में मंच से “हुई टंकारा टंकारा से-बसेरा पा लिया खग ने” नामक कविता से सारगर्भित हुंकार भरी, फिर श्रीमती उपासना वहल ने ऋषि जीवन पर मार्मिक भजन गाकर उपस्थित आर्यजनों को भाव विभोर कर दिया | इस सभा के मुख्य उद्बोधन में प्रो॰ डा॰ पी॰ एन चोपड़ा ने ऋषि की याद को ताज़ा किया और कहा कि आज के दिन समूची मानवता को स्वामी दयानन्द जी द्वारा बताये गये मार्ग पर चलने की आवश्यकता है |

डॉ. चोपड़ा ने अपने ही अतीत में जाते हुए कहा कि किस प्रकार विभाजन के समय उनका परिवार आर्य समाज मंदिर में एक महिना भर ठहरा और आज वह छ: वर्ष का बालक आर्य समाज मंदिर के प्राचीर से सीख लेकर कमालपुर की इस समाज में ऋषि दयानन्द के जीवन को उजागर कर रहा है | सचमुच देव दयानन्द सदियों में फैले अंधकार को प्रकाश में परिवर्तित कर अपनी जीवन लीला समाप्त में फैले अंधकार को प्रकाश में परिवर्तित कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर गये | प्रश्न आज के दिन सता रहा है कि क्या हम उस प्रकार की लौ में आपसी फूट और बेचैनी से उभर कर अपने जीवन को सार्थक बना पायेंगे | अतं में शांति पाठ के बाद ऋषि प्रसाद बांटा गया |

 

125th Maharshi Dayanand Saraswati Nirvan Utsav