46th Annual Festival

02 Dec 2018
India
आरय समाज नया बाजार बसती

आर्य समाज नई बाजार का 46वां वार्षिकोत्सव हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया गया | इसमें सभा प्रधान ओमप्रकाश आर्य एवं महावीर मुमुक्ष ने ध्वजारोहण किया | मुरादाबाद से पधारे आचार्य मुमुक्ष ने कहा कि वैदिक संस्कृति अनेकता में एकता का सन्देश देती है | आर्य किसी जाति का वाचक नहीं, बल्कि श्रेष्ठता का सूचक है |

इस अवसर पर एक विशाल एवं भव्य शोभायात्रा भी निकली गयी, जिसका जगह-जगह पुष्प वर्षा तथा जलपान के द्वारा स्वागत किया गया | शोभायात्रा में विभिन्न समाजों के अलावा, हिन्दू युवा वाहिनी, राष्टीय स्वयं सेवक संघ, हिन्दू जागरण मंच, विश्व हिन्दू वाहिनी, पतंजलि योग समिति, भारत स्वाभिमान आदि प्रमुख संगठनों ने भी हिस्सा लिया | आचार्य शैलेन्द्र शास्त्री, बहन अलका शास्त्री, पं0 राममगन आदि भजनोपदेशकों के भजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया |

उत्सव में विदुषी अलका शास्त्री ने उन्हें कहा कि देश की उन्नति के लिए स्वामी दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की |

समारोह में शैलेन्द्र शास्त्री ने कहा कि ईश्वर स्तुति प्रार्थना और उपासना का फल यह है कि साघक के लिए पहाड़ जैसा दुःख भी राई के सामान महसूस होता है | अर्थात् दुख आने पर साघक घबराता नहीं अपितु धैर्यपूर्वक उसे सहन करते हुए युक्तिपूर्वक मुक्त हो जाता है |

इस चार दिवसीय वार्षिकोत्सव पर सार्वदेशिक आर्य वीरदल के प्रशिक्षण दिनेश आर्य जी के नेतृत्व में आर्यवीर एवं आर्य वीरांगनाओं के शौर्य का प्रदर्शन काफी रोचक रहा |

इस अवसर पर दिनेश आर्य ने कहा कि इस तरह के आयोजन सभी जिलों ने होने से बेहतर राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है |

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्षा रूपम मिश्रा व उनके पति पुष्कर मिश्रा यजमान बने | यज्ञोपरान्त नगरपालिका अध्यक्षा ने कहा कि आर्यसमाज ही समाज को एक सही दिशा दे सकता है क्योंकि इसमें पाखण्ड व कुरीतियों का कोई स्थान नहीं है | सभा प्रधान ओमप्रकाश आर्य ने आर्यवीर एवं आर्य वीरांगनाओं को मैडल व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया | संचालन गरुणध्वज पाण्डेय ने किया |

 

125th Maharshi Dayanand Saraswati Nirvan Utsav