195th Mahrshi Dayanand Birth Anniversary

01 Mar 2019
India
महर्षि दयानन्द गौसम्वर्धन केंद्र

दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के तत्वावधान में महार्षि दयानन्द सरस्वती की 195वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर आज गाजीपुर स्थित महर्षि दयानन्द गौसंवर्धन केन्द्र के प्रांगण में एक विशाल यज्ञ प्रवचन एवं भव्य जन्मोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता आर्य केन्द्रीय सभा दिल्ली राज्य के प्रधान और एम.डी.एच समूह के चैयरमैन महाशय धर्मपाल जी ने की तथा मुख्य वक्ता के रूप में केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री डॉ. सत्यपाल सिंह जी रहे इसके अलावा कार्यक्रम में हरियाणा के पूर्व मंत्री बच्चन सिंह आर्य के साथ साथ समस्त दिल्ली की आर्य समाजों के पदअधिकारी मौजूद थे इस अवसर पर विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम ने आए लोगों का मनमोह लिया। भजन गायक श्री दिनेश पथिक जी ने अपने सार गर्भित भजनों में महर्षि दयानंद के उपकारों और राष्ट्र भक्ति के संदेशों की प्रेरणा देते हुए सबको भावविभोर कर दिया।

कार्यक्रम के दौरान दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य जी ने जानकारी दी कि महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के 195वें वे जन्मदिवस के अवसर पर आर्य समाज द्वारा निर्णय लिया गया है कि संसद में सरकारी कार्यक्रमों के आयोजनों में मांसाहार परोसे जाने पर रोक के संदर्भ में पेश किए गए एक प्राइवेट बिल के समर्थन में समस्त देश की आर्य समाज की संस्थाएं मिलकर लगभग दस लाख हस्ताक्षरों के साथ प्रधानमंत्री से इस बिल को लागू करवाने का अनुरोध करेंगे। इस बिल के पास होने के बाद सरकारी आयोजनों में केवल शाकाहारी वयंजन ही परोसे जा सकेंगे।

इस मौके पर à¤‡à¤¸ अवसर पर कैबिनेट राज्य मंत्री डा. सत्यपाल सिंह ने कहा- महर्षि दयानंद ने विश्व को नई दिशा प्रदान की है, à¤—ौसेवा की शिक्षा महर्षि की प्रमुख शिक्षाओं में से एक है। à¤‰à¤¨à¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सभी देशवासियों को अपनी वाणी अच्छी रखने का आग्रह किया। उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वाणी ही वो चीज है जिससे जग जीता जा सकता है और जिसके पास अच्छी वाणी नहीं, उसके पास कुछ भी नहीं। इसके साथ साथ, सत्यपाल जी ने गौ सेवा के विषय पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि गौ सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।  

हरियाण के पूर्व कृषिमंत्री बचन सिंह आर्य ने कहा- महर्षि की शिक्षाओं पर चलकर ही आर्य समाज मानव सेवा के क्षेत्र में अग्रणी है।

समारोह में पद्म भूषण महाशय धर्मपाल आर्य जी ने बाल कन्याएं नाम की एक पुस्तक का विमोचन भी किया और सभी को आर्शीवाद देते हुए कहा कि अगले वर्ष महर्षि दयानन्द सरस्वती जी के जन्मोत्सव पर इससे भी बड़ा और भव्य आयोजन किया जाएगा।

इस अवसर पर गौभक्त शिरोमणि जयनारायण अग्रवाल, पृथ्वी लाल, सुबोध कुमार, पुष्पेन्द्र ने विनय आर्य जी का शाल व स्मृति चिन्ह देकर सार्वजनिक अभिनंदन किया गया। आर्यनेता धर्मपाल आर्य, सुरेंद्र , महीपाल आर्य और अशोक गुप्ता ने महर्षि दयानंद जी की शिक्षाओं को जन जन तक पहुंचाने की प्रेरणा प्रदान की। महर्षि दयानंद जी की जयंती पर पाकिस्तान द्वारा à¤®à¤¿à¤— कमांडर अभिनंदन को छोड़े जाने पर आर्य समाज की संस्थाओं द्वारा स्वागत किया।

 

125th Maharshi Dayanand Saraswati Nirvan Utsav