Chalo Tankara

English

।। ओ३म् ।।

चलो टंकारा!

चलो टंकारा!!

 

चलो टंकारा!!!

चलो टंकारा!!!!

आओ चलें टंकारा - सम्पूर्ण विश्व में गूंजेगा दयानन्द का जयकारा - आओ चले टंकारा

महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयन्ती के दो वर्षीय आयोजनों की श्रृंखला में

200वां जन्मोत्सव-ज्ञान ज्योति पर्व
स्मरणोत्सव महासम्मेलन
10-11-12 फरवरी, 2024 (शनिवार – रविवार - सोमवार)
महर्षि दयानन्द सरस्वती जन्मभूमि, टंकारा, जिला-राजकोट (गुजरात)

हम सबके जीवन का ऐतिहासिक अवसर - आइऐ, इस महान अवसर के साक्षी बनें।

आर्यजनों! महर्षि दयानन्द सरस्वती जी का 200वां जन्मोत्सव एक ऐतिहासिक अवसर है। किसी महापुरुष की जन्म शताब्दी अथवा द्विशताब्दी में सम्मिलित होने का अवसर किसी को भी जीवन में दोबारा प्राप्त होना सम्भव नहीं है। अतः इस अवसर पर आयोजित इस ज्ञान ज्योति पर्व - स्मरणोत्सव महासम्मेलन को भव्य एवं ऐतिहासिक बनाने के लिए समस्त आर्य प्रतिनिधि सभाओं, प्रमुख आर्य संगठनों, आर्यसमाजों, शिक्षण संस्थानों, गुरुकुलों, विद्यालयों, डी.ए.वी. संस्थाओं तथा व्यापारिक एवं औद्योगिक संस्थानों से अनुरोध है कि –

आयोजन की उपरोक्त तिथियों 10-11-12 फरवरी में अपना कोई भी बड़ा आयोजन न रखें समस्त साथियों, अधिकारियों, सदस्यों एवं कार्यकर्ताओं सहित सपरिवार पहुंचने की तैयारी अभी से आरम्भ कर लें महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयन्ती के ऐतिहासिक स्मरणोत्सव समारोह को सफल बनाने में अहम् भूमिका निभायें।

 

टंकारा पहुँचने हेतु यातायात के साधन व मार्ग

 

हवाई मार्ग - टंकारा के निकटतम हवाई अड्डा राजकोट है। राजकोट हवाई अड्डे से टंकारा की दूरी 40 किलोमीटर है। दूसरा निकटतम हवाई अड्डा अहमदाबाद है जहां से टंकारा लगभग 250 किलोमीटर है। देश के लगभग सभी स्थानों / हवाई अड्डों से इन दोनों जगह की कनेक्टिविटी है तथा इन दोनों ही स्थानों से टंकारा पहुंचने का राजमार्ग बहुत अच्छा है। राजकोट का किराया काफी अधिक होगा। अतः अहमदाबाद की टिकट लेकर टैक्सी अथवा डीलक्स बस से पहुंचना भी एक सरल माध्यम हो सकता है।

रेल मार्ग - टंकारा पहुंचने के लिए सबसे निकटवर्ती रेलवे स्टेशन राजकोट ही है। यह स्टेशन टंकारा से 45 कि.मी. की दूरी पर है। यहां से टंकारा के लिए लगातार टैक्सी और सरकारी एवं प्राइवेट बसों की सेवा संचालित हैं। कार्यक्रम के दिनों में हमारा प्रयास होगा कि राजकोट रेलवे स्टेशन से टंकारा आयोजन स्थल तक सरकारी बसों की विशेष व्यवस्था हो जाए, जिससे और भी आसानी रहे। अतः तुरन्त रेलवे टिकट ले लें, चाहे कितनी ही वेटिंग में मिले। वेटिंग टिकट को 9311413920 पर भेजें, कन्फर्म कराने का प्रयास किया जाएगा

सड़क मार्ग - टंकारा से 500-600 किमी. की दूरी (गुजरात के निकटवर्ती - राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र) में रहने वाले महानुभाव अपनी-अपनी आर्य समाज/संस्था की ओर से बसों की व्यवस्था करके भी सामूहिक यात्रा का आयोजन कर सकते हैं।

गूगल मैप लोकेशन - श्री महर्षि दयानन्द सरस्वती स्मारक ट्रस्ट, टंकारा की गूगल मैप 

 

टंकारा में उपलब्ध व्यवस्थायें व सुविधायें

 

भोजन व्यवस्था - टंकारा में आयोजन स्थल पर 9 फरवरी से 12 फरवरी की रात्रि तक भोजन की पर्याप्त व निःशुल्क व्यवस्था रहेगी। जो महानुभाव उसके अतिरिक्त अन्य व्यवस्था लेना चाहें उनके लिए सशुल्क स्टाल भी उपलब्ध होंगे, जिन पर व्यवस्थानुसार भोजन/ नाश्ता/ फास्टफूड/ मिष्टान आदि का आनन्द भी लिया जा सकता है।

निःशुल्क आवास व्यवस्था - टंकारा पहुंचने वाले समस्त आर्यजनों, श्रद्धालुओं के लिए आयोजन स्थल के साथ-साथ स्थानीय विद्यालयों, धर्मशालाओं, समाजवाड़ियों (पंचायती विवाह केन्द्रों) जो बहुत साफ-सुथरे और बेहतर व्यवस्था वाले हैं, में प्रत्येक व्यक्ति के लिए बैडिंग (बिस्तर) की पूर्णतया निःशुल्क व्यवस्था की जाएगी। बेहतर सुविधाओं के लिए टंकारा आने के इच्छुक सभी महानुभाव अपने जत्थे का ऑनलाइन पंजीकरण अवश्य करवा लेवें और आवास हेतु "निःशुल्क आवास" को चुनें 

सशुल्क होटल/ आवास व्यवस्था - टंकारा में स्थानीय एवं कुछ दूरी पर मोरबी और राजकोट में अच्छी क्वालिटी के होटलों की व्यवस्था है। जहां उपलब्ध सुविधाओं के अनुसार दो व्यक्तियों हेतु 1500/- रुपये से 5000/- रुपये राशि पर कमरे बुक कराए जा सकते हैं। यदि आप होटल/ सशुल्क व्यवस्था में रहना चाहते हैं तो शीघ्र ही अपने जत्थे का ऑनलाइन पंजीकरण अवश्य करवा लेवें और आवास हेतु "होटल" को चुनें 

होटल/सशुल्क आवास व्यवस्था प्राप्त करने हेतु पंजीकरण के बाद श्री अरुण प्रकाश वर्मा (9810086759) एवं श्री सुरेशचन्द्र गुप्ता (9212082892) से सम्पर्क करें। (अभी आधी राशि) भेजकर होटल के कमरे बुक करवा सकते हैं, शेष राशि यात्रा से पूर्व अथवा टंकारा पहुंचते ही जमा करवानी होगी।

मौसम - गुजरात में टंकारा क्षेत्र में इन दिनों मौसम बहुत सुहावना रहेगा। केवल रात्रि में हल्का गर्म स्वेटर आदि की आवश्यकता हो सकती है, अन्यथा दिन में पंखे आदि चलते हैं। दिन का तापमान 30 डिग्री और 25 डिग्री के बीच रहेगा।

वेशभूषा - सभी आर्यजन सफेद कुर्ता, पजामा-धोती और संतरी पगड़ी या टोपी पहनकर इस महत्वपूर्ण उत्सव के साक्षी बनें। महिलाएं क्रीम या पीली भारतीय परंपरा की साड़ी/वस्त्र धारण करके समारोह की गरिमा/शोभा बढ़ाएं। सम्पूर्ण यात्रा एवं समारोह में टोपी/ पगड़ी/ पीत-वस्त्र अवश्य ही धारण करके रखें। ओम का बैज या 200वीं जयन्ती के लोगो का बैज अवश्य लगा कर रखें।

भ्रमण - टंकारा यात्रा के दौरान जो महानुभाव सम्मिलित होते हैं, वे भ्रमण आदि के लिए भी जाना चाहेंगे तो आसपास दर्शनीय स्थान द्वारका, गिर के वन, स्टैचू आफ यूनिटी, चम्पानेर का किला, साबरमती आश्रम, रानी की वाव, पिरोटन इजलैंड, कच्छ का रण, जरवानी वाटरफाल, सरदार सरोवर डैम, खम्भेलिया केव्ज, रामपारा वाइल्डलाइफ सेंचुअरी हैं। वहां की भ्रमण व्यवस्था किसी ट्रैवल एजेंट से करवाई जा सकती है। आप अपनी यात्रा की ट्रेन आदि की बुकिंग करवाते समय इसका भी विशेष ध्यान रख सकते हैं।

एक अनुरोध

 

जिस महान आत्मा महर्षि दयानन्द सरस्वती जी की 200वीं जयन्ती पर हम जा रहे हैं, उन्होंने न जाने कितने कष्ट उठाएं, हमें हमारा आज देने के लिए। अतः यात्रा में कुछ कष्ट सम्भव है, हमारी ओर से पूर्ण व्यवस्थाएं की गई हैं, फिर भी सम्भव है कि कुछ परेशानी या कष्ट हो। स्वयं को इस कार्यक्रम का आयोजक समझकर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर व्यवस्थाएं बनाएं, ऐसा हमारा निवेदन है।

 

-: निवेदक :-

सुरेश चन्द आर्य

पद्मश्री पूनम सूरी

सुरेन्द्र कुमार आर्य

प्रधान

प्रधान

अध्यक्ष

सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा

दयानन्द स्मारक ट्रस्ट, टंकारा एवं
डी.ए.वी. कॉलेज मैनेजिंग कमेटी

ज्ञान ज्योति महोत्सव आयोजन समिति

 

स्वामी धर्मानन्द सरस्वती (ओडीशा), धर्मपाल आर्य (दिल्ली), सुदर्शन शर्मा (पंजाब), राधाकृष्ण आर्य (हरियाणा), प्रकाश आर्य (मध्य भारत), वेद प्रकाश गर्ग (मुम्बई), किशनलाल गहलौत (राजस्थान), सत्यवीर शास्त्री (विदर्भ), डा. रामकुमार पटेल (छत्तीसगढ़), भारतभूषण त्रिपाठी (झारखण्ड), योगमुनि (महाराष्ट्र) ऋषिमित्र वानप्रस्थी (कर्नाटक), जगदीश प्रसाद केडिया (बंगाल), संजीव चौरसिया (बिहार), महेन्द्र सिंह राजपूत (असम), डी.पी. यादव (उत्तराखण्ड), प्रबोधचन्द्र सूद (हिमाचल प्रदेश), एस. के. शर्मा (प्रादेशिक सभा), देवेन्द्रपाल वर्मा (उत्तर प्रदेश) अरुण चौधरी (जम्मू कश्मीर), दीपक ठक्कर (गुजरात), सत्यानन्द आर्य (परोपकारिणी), अशोक आर्य (उदयपुर), गोपाल बाहेती (अजमेर), जोगेंद्र खट्टर (दयानन्द सेवाश्रम संघ), योगेश मुंजाल (टंकारा ट्रस्ट), अजय सहगल (टंकारा ट्रस्ट), देव कुमार (टंकारा ट्रस्ट),  सुरेन्द्र रैली (दिल्ली), सतीश चड्डा (दिल्ली), विनय आर्य (दिल्ली), वाचोनिधि आर्य (गुजरात)।

ज्ञान ज्योति महोत्सव आयोजन समिति, महर्षि दयानन्द सरस्वती स्मारक ट्रस्ट टंकारा, समस्त प्रमुख आर्य संगठनों एवं प्रान्तीय आर्य प्रतिनिधि सभाओं में माननीय अधिकारीगण।

सभी पाठकों, अधिकारियों, सदस्यों, कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि सोशल मीडिया - व्हाट्सएप्प, फेसबुक, एक्स, टेलिग्राम, ब्लाग आदि पर इसका प्रचार करें और अपने संस्थान के नोटिस बोर्ड पर भी लगा दें। Download PDF