रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® पर पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ख़ामोश कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है?
Author
Rajeev ChoudharyDate
21-Sep-2017Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
805Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
21-Sep-2017Download PDF
-0 MBTop Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- साईं बाबा से जीशान बाबा तक कà¥à¤¯à¤¾ है पूरा माजरा?
- शरियत कानून आधा-अधूरा लागू कयों
- तिबà¥à¤¬à¤¤ अब विशà¥à¤µ का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ बनना चाहिà¤
- कà¥à¤¯à¤¾ आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में बोलती है..?
रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® पर पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ख़ामोश कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है?
à¤à¤¾à¤°à¤¤ के कई शहरों जैसे कोलकाता, लà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤¾, अलीगॠवगैरह में रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के समरà¥à¤¥à¤¨ में पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ हो रहे हैं। रोते बिलखते बचà¥à¤šà¥‹à¤‚-महिलाओं के फोटो लगी तखà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ लेकर कहा जा रहा है पूरी नसà¥à¤² को ख़तà¥à¤® किया जा रहा है। बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ तक को à¤à¤¾à¤²à¥‡-बरà¥à¤›à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ à¤à¥‹à¤‚ककर टांग दिया जा रहा है। औरतों की आबरू लूटी जा रही है। सवाल पूछा जा रहा है कि पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ ख़ामोश कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है?
इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ कà¥à¤°à¤¾à¤‚ति के वरिषà¥à¤ नेता आयतà¥à¤²à¥à¤²à¤¾ खà¥à¤®à¥‡à¤¨à¥€ ने मà¥à¤¯à¤¾à¤‚मार की घटनाओं पर अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं और मानवाधिकार के दावेदारों की चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€ व निषà¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¤à¤¾ की निंदा करते हà¥à¤ कहा है कि इस समसà¥à¤¯à¤¾ को हल करने का मारà¥à¤—, मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® देशों की वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ और मà¥à¤¯à¤¾à¤‚मार की निरà¥à¤¦à¤¯à¥€ सरकार पर राजनैतिक व आरà¥à¤¥à¤¿à¤• दबाव डालना है। इन सब मामलों में अकà¥à¤¸à¤° मानवाधिकार संगठन निशाने पर जरूर होते हैं। लगता है वकà¥à¤¤ के साथ अपनी दोगà¥à¤²à¥€ नीतियों के चलते आज मानवाधिकार संगठन à¤à¥€ अपनी पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤‚गिता खो बैठे हैं।
शरणारà¥à¤¥à¥€ मामलों के सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ कड़वे मीठे मामलों को देखते हà¥à¤ रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ शरणारà¥à¤¥à¥€ संकट ताजा हैं और मà¥à¤¯à¤‚मार के संदरà¥à¤ में दोनां सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤¯à¥‹à¤‚ और संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के संघरà¥à¤· को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¤ªà¥‚रà¥à¤µà¤• देखें तो इसकी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ आज से नहीं बलà¥à¤•à¤¿ 16 वरà¥à¤· पहले उस समय हà¥à¤ˆà¤ˆ जब तालिबान ने 2001 में अफगानिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के बामियान में बà¥à¤¦à¥à¤§ की 2 सबसे बड़ी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को इसà¥à¤²à¤¾à¤® विरोधी करार देते हà¥à¤ डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया था। इसके बाद बौदà¥à¤§ à¤à¤¿à¤•à¥à¤·à¥ अशीन विराथू अपना 969 संगठन लेकर आà¤à¥¤ बà¥à¤¦à¥à¤§ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ टूटना इसके बाद इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• मà¥à¤²à¥à¤•à¥‹à¤‚ की चà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€ विराथू को जनà¥à¤® दे गयी। जिसकी बेचेनी आज इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• मà¥à¤²à¥à¤•à¥‹à¤‚ में साफ देखी जा सकती है। लेकिन इस पूरे मामले में चीन, जापान, रूस से लेकर अमेरिका और यूरोप के शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ देश तक मौन है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚?
दरअसल दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ की पहली पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•à¤¤à¤¾à¤“ं में आज वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° सबसे ऊपर है। दूसरा डेनियल पाइपà¥à¤¸ कहते हैं कि इसà¥à¤²à¤¾à¤® चौदह सौ वरà¥à¤· पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ डेॠअरब से अधिक आसà¥à¤¥à¤¾à¤µà¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ का मजहब है जिसमें कि हिंसक जिहादी से शांत सूफी तक सà¤à¥€ आते हैं। मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ ने 600 से 1200 शताबà¥à¤¦à¥€ के मधà¥à¤¯ उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय सैनà¥à¤¯, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और मजहबी सफलता पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की। उस काल में मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® होने का अरà¥à¤¥ था à¤à¤• विजयी टीम का सदसà¥à¤¯ होना यह à¤à¤¸à¤¾ तथà¥à¤¯ था जिसने कि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को इस बात के लिये पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ किया कि वे अपनी आसà¥à¤¥à¤¾ को à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• सफलता के साथ जोडे़ं। मधà¥à¤¯ काल के उस गौरव की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ न केवल जीवित हैं बलà¥à¤•à¤¿ उनको आधार बनाकर पà¥à¤¨à¤ƒ आज à¤à¥€ उसी सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® काल को पाने की चाहत लिठबैठे हैं।
पिछले कà¥à¤› सालों के आंकड़े अतीत से उठाकर देखें तो इसà¥à¤²à¤¾à¤® के मानने वालों को जिस देश व सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾ ने शरण दी या तो उन सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं को मिटाने का कारà¥à¤¯ हà¥à¤† या आज इसà¥à¤²à¤¾à¤® का उन सà¤à¥à¤¯à¤¤à¤¾à¤“ं से सीधा टकराव है। à¤à¤¶à¤¿à¤¯à¤¾ यूरोप समेत अनेकों देश जिनमें फà¥à¤°à¤¾à¤‚स से लेकर जरà¥à¤®à¤¨à¥€, अमेरिका आदि तक में यह जखà¥à¤® देखे जा सकते हैं। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पीछे ना जाकर यदि 2010 के बाद के ही आंकड़े उठाकर देखें तो इस वरà¥à¤· रूस की à¤à¤• मेटà¥à¤°à¥‹ को निशाना बनाया गया जिसमें 40 लोग मरे और 100 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ जखà¥à¤®à¥€ हà¥à¤, à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पà¥à¤£à¥‡ के 17 लोगों समेत विशà¥à¤µ à¤à¤° में इसà¥à¤²à¤¾à¤® के नाम पर हà¥à¤ हमलों में उस वरà¥à¤· करीब 673 लोग मारे गये। 2011 चीन में à¤à¤• उइगर आतंकी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सड़क पर चलते करीब 15 लोगों को गाड़ी से कà¥à¤šà¤² कर मार डाला और 42 घायल हà¥à¤à¥¤ दिलà¥à¤²à¥€ में बम विसà¥à¤«à¥‹à¤Ÿ से 17 लोगों की जान समेत विशà¥à¤µ à¤à¤° में 717 लोगों को आतंक के कारण जान से हाथ धोना पड़ा। 2012 में 799 तो 2013 में 768 लोगों को मजहबी सनक का शिकार बनाया गया। 2014 में रूस, फà¥à¤°à¤¾à¤‚स, अमेरिका, केमरून, इजराइल समेत इस वरà¥à¤· 2120 लोग मारे गये। 2015 में देखे तो डेनमारà¥à¤•, टà¥à¤¯à¥‚नीशिया, केनà¥à¤¯à¤¾, अमेरिका, à¤à¤¾à¤°à¤¤, आसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾, जरà¥à¤®à¤¨à¥€ समेत विशà¥à¤µ के करीब 45 देशों में अलग-अलग 110 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हमले हà¥à¤ जिनमें 3 हजार से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोगों को मौत की नींद सोना पड़ा। 2016-17 में जिहाद के नाम पर फà¥à¤°à¤¾à¤‚स, जरà¥à¤®à¤¨à¥€, इंडोनेशिया, बेलà¥à¤œà¤¿à¤¯à¤® बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¥‡à¤¨ समेत करीब 100 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया गया जिनमें 2 हजार से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लोग मरे। अमेरिका सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ वरà¥à¤²à¥à¤¡ टà¥à¤°à¥‡à¤¡ सेंटर में हजारों और मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆà¤ˆ हमले को à¤à¤²à¤¾ कौन à¤à¥à¤²à¤¾ सकता है जिनमें लगà¤à¤— विशà¥à¤µ के सà¤à¥€ देशों के लोगों ने बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में जान गंवाई थी।
आज इसà¥à¤²à¤¾à¤® में आसà¥à¤¥à¤¾ रखने वाले अनेकों लोग मà¥à¤¯à¤‚मार में हो रही हिंसा को बोदà¥à¤§ आतंक के रूप में पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤-पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ कर रहे हैं। लेकिन जब इराक में यजीदी लोगों से लेकर बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• इसà¥à¤²à¤¾à¤® के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अनà¥à¤¯ अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ पर हिंसक हमले होते हैं तो इसे इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¤¿à¤• आतंकवाद का नाम नहीं दिया जाता कà¥à¤¯à¥‹à¤‚? मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ हमले के वकà¥à¤¤ अल जजीरा की वेबसाइट à¤à¤¸à¥€ टिपà¥à¤ªà¤£à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¥€ पड़ी थी कि मà¥à¤¸à¤²à¤®à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के लिये अलà¥à¤²à¤¾à¤¹ की शानदार विजय, मà¥à¤®à¥à¤¬à¤ˆ में यहूदी केनà¥à¤¦à¥à¤° में यहूदी रबाई और उसकी पतà¥à¤¨à¥€ की मृतà¥à¤¯à¥ हृदय को सà¥à¤– देने वाला समाचार इसà¥à¤²à¤¾à¤®à¥€ मीडिया में बतलाया गया। हर किसी को याद होगा डेनमारà¥à¤• के à¤à¤• समाचार पतà¥à¤° में पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ पैगंबर मोहमà¥à¤®à¤¦ के कारà¥à¤Ÿà¥‚नों पर हà¥à¤ˆà¤ˆ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ का आवेश जब अनेक देशों के à¤à¤‚ड़ों और दूतावासों को आग लगायीई गईई थी लंदन में पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की तखà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर यहां तक लिखा था ‘‘इसà¥à¤²à¤¾à¤® का अपमान करने वालों का सिर कलम कर दो।’’
लगà¤à¤— विशà¥à¤µ का हर à¤à¤• कोना जिसमें सà¥à¤•à¥‚ल से असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² तक, परिवहन से लेकर सड़क पर चलते और धारà¥à¤®à¤¿à¤• यातà¥à¤°à¤¾à¤“ं तक, सà¤à¤¾ से लेकर संसद तक मसलन दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ इसà¥à¤²à¤¾à¤® के नाम पर दरà¥à¤¦ à¤à¥‡à¤² चà¥à¤•à¥€ है। हर बार जानबूà¤à¤•à¤° पीड़ा पहà¥à¤à¤šà¤¾à¤¨à¥‡ के लिये नये तरीके सामने आये, राजनीतिक नाटक बनाया गया, कलाकार अपनी à¤à¥‚मिका पूरà¥à¤£ करते गये और मंच से बिदा होते ही उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ शहीद बताया गया। मैं कोई जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़े हिंसक कृकृतà¥à¤¯ यहाठनहीं दे रहा हूà¤, न रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ लोगों के साथ हूं बलà¥à¤•à¤¿ उस सच तक ले जा रहा हूठजहाठपà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨à¤•à¤¾à¤°à¥€ पूछ रहे हैं कि पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ खामोश कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ है?
---राजीव चौधरी
ALL COMMENTS (0)