अब लदà¥à¤¦à¤¾à¤– निशाने पर
Author
Rajeev ChoudharyDate
25-Sep-2017Category
लेखLanguage
HindiTotal Views
1084Total Comments
0Uploader
RajeevUpload Date
25-Sep-2017Download PDF
-0 MBTop Articles in this Category
- फलित जयोतिष पाखंड मातर हैं
- राषटरवादी महरषि दयाननद सरसवती
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- सनत गरू रविदास और आरय समाज
- बलातकार कैसे रकेंगे
Top Articles by this Author
- राम मंदिर à¤à¥‚मि पूजन में धरà¥à¤®à¤¨à¤¿à¤°à¤ªà¥‡à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ कहाठगयी? à¤à¤• लंबी सियासी और अदालती लड़ाई के बाद 5 अगसà¥à¤¤ को पà¥
- साईं बाबा से जीशान बाबा तक कà¥à¤¯à¤¾ है पूरा माजरा?
- शरियत कानून आधा-अधूरा लागू कयों
- तिबà¥à¤¬à¤¤ अब विशà¥à¤µ का मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ बनना चाहिà¤
- कà¥à¤¯à¤¾ आतà¥à¤®à¤¾à¤à¤‚ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ में बोलती है..?
किसी समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को जब अपना असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ बचाना होता है तो तो वह उसके लिठशांत रहने का समय नहीं होता कà¥à¤› इसी वजह से आज बà¥à¤¦à¥à¤§ के अहिंसा-शांति के उपदेशों के रासà¥à¤¤à¥‡ को छोड़कर आकà¥à¤°à¤®à¤£ की नीति अपनाने को मजबूर हो रहा बोदà¥à¤§ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯. मोकà¥à¤· की साधना आखिर शांतिमय वातावरण चाहती है. किनà¥à¤¤à¥ अपनी परमà¥à¤ªà¤°à¤¾ अपनी संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ को बचाने के कई बार अनà¥à¤¯ रासà¥à¤¤à¥‡ à¤à¥€ तलाश करने पड़ते है. शायद इसी कारण पà¥à¤°à¥‡ बरà¥à¤®à¤¾ के बाद आज लदà¥à¤¦à¤¾à¤– के बौदà¥à¤§ उगà¥à¤° हो रहे है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने साफ कहा कि अब यदि हमें इंसाफ नहीं मिला तो देश से बौदà¥à¤§à¥‹à¤‚ का सफाया हो जाà¤à¤—ा और लदà¥à¤¦à¤¾à¤– मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® देश हो जायेगा.
इन दिनों जब à¤à¤¾à¤°à¤¤ रोहिंगà¥à¤¯à¤¾ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ को टकराव का मैदान बना है इसी बीच कà¥à¤› घटना à¤à¤¸à¥€ à¤à¥€ घट रही है जिनपर सोचना और आवाज उठाना जरूरी बन गया है. हाल ही में लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में बौदà¥à¤§ लड़कियां लव जिहाद का शिकार बनायी जा रही हैं ताकि लदà¥à¤¦à¤¾à¤– को à¤à¥€ मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® बहà¥à¤² कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° बनाया जा सके. खबर के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• इस मामले को लेकर लदà¥à¤¦à¤¾à¤– बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ à¤à¤¸à¥‹à¤¶à¤¿à¤à¤¶à¤¨ अब पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ मोदी से मिलने की सोच रहा है ताकि लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में बौदà¥à¤§ महिलाओं और लड़कियों को बचाया जा सके. बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ का कहना है मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® नौजवान खà¥à¤¦ को बौदà¥à¤§ बताकर लड़कियों से जान पहचान बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हैं और शादी कर लेते हैं. बाद में पता चलता है कि वो बौदà¥à¤§ नहीं मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® हैं.
लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में लेह और करगिल दो जिले हैं और यहां की कà¥à¤² आबादी 2,74,000 है. यहां मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ की आबादी 49 फीसदी है. जबकि लदà¥à¤¦à¤¾à¤– में बौदà¥à¤§à¥‹à¤‚ की आबादी 51 फीसदी है à¤à¤²à¤¬à¥€à¤ की आपतà¥à¤¤à¤¿ इस बात पर है कि राजà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ कथित तौर पर बौदà¥à¤§ लड़की के धरà¥à¤® परिवरà¥à¤¤à¤¨ के मामले की अनदेखी कर रहा है. . 1989 में, यहां बौदà¥à¤§à¥‹à¤‚ और मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ के बीच हिंसा हà¥à¤ˆ थी. इसके बाद à¤à¤²à¤¬à¥€à¤ ने मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤®à¥‹à¤‚ का सामाजिक और आरà¥à¤¥à¤¿à¤• बहिषà¥à¤•à¤¾à¤° किया, जो 1992 में हटा था.
दरअसल जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° के à¤à¤¾à¤°à¤¤ में शामिल होने के फैसले के ठीक बाद लदà¥à¤¦à¤¾à¤– के बौदà¥à¤§ राजà¥à¤¯ में शेख अबà¥à¤¦à¥à¤²à¥à¤²à¤¾ और कशà¥à¤®à¥€à¤° के पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¥à¤µ का विरोध करने लगे. 1947 के बाद कशà¥à¤®à¥€à¤° के पहले बजट में लदà¥à¤¦à¤¾à¤– के लिठकोई फंड निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ नहीं किया गया. और तो और, 1961 तक इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के लिठअलग से कोई योजना नहीं बनाई गई थी. मई 1949 में à¤à¤²à¤¬à¥€à¤ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· चेवांग रिगà¥à¤œà¤¿à¤¨ ने ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ जवाहरलाल नेहरू को à¤à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ à¤à¥‡à¤œà¤•à¤° अपील की कि कशà¥à¤®à¥€à¤° में मतदान संगà¥à¤°à¤¹ में यदि बहà¥à¤®à¤¤ का फैसला पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के साथ विलय के पकà¥à¤· में जाता है तो यह फैसला लदà¥à¤¦à¤¾à¤– पर नहीं थोपा जाना चाहिà¤. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¥à¤à¤¾à¤µ दिया कि लदà¥à¤¦à¤¾à¤– का पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ सीधे à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार के हाथों में हो या फिर जमà¥à¤®à¥‚ के हिंदू बहà¥à¤² इलाकों के साथ मिलाकर इसे अलग राजà¥à¤¯ बना दिया जाना चाहिठअथवा इसे पूरà¥à¤µà¥€ पंजाब के साथ मिला दिया जाना चाहिà¤. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने दबी जà¥à¤¬à¤¾à¤¨ में यह चेतावनी à¤à¥€ दे डाली कि à¤à¤¸à¤¾ न होने पर लदà¥à¤¦à¤¾à¤– तिबà¥à¤¬à¤¤ के साथ अपने विलय पर विचार करने को मजबूर हो सकता है.
आजादी के 70 वरà¥à¤· बाद à¤à¤• बार फिर बोदà¥à¤§ उसी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ की ओर दिख रहे है. हो सकता लदà¥à¤¦à¤¾à¤– का लव जिहाद पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ की ही à¤à¤• नीति का हिसà¥à¤¸à¤¾ हो कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ चाहता है कि जब कà¤à¥€ कशà¥à¤®à¥€à¤° में संयà¥à¤•à¥à¤¤ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की नजरो तले जनमत संगà¥à¤°à¤¹ हो तब तक कशà¥à¤®à¥€à¤° का धारà¥à¤®à¤¿à¤• संतà¥à¤²à¤¨ इसà¥à¤²à¤¾à¤® के पकà¥à¤· में हो ताकि इससे लोगो को इसà¥à¤²à¤¾à¤® की दà¥à¤¹à¤¾à¤ˆ देकर वो आसानी से उसे अपने हिसà¥à¤¸à¥‡ में मिला सके. उसकी इसी योजना का शिकार 90 के दशक में कशà¥à¤®à¥€à¤°à¥€ हिनà¥à¤¦à¥‚ बन चà¥à¤•à¥‡ है.
फिलहाल जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° हाई कोरà¥à¤Ÿ ने पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ से इस जोड़े को परेशान न करने को कहा है. जबकि बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ का कहना कि जमà¥à¤®à¥‚ सरकार बौदà¥à¤§à¥‹à¤‚ को खतà¥à¤® करना चाहती है लेकिन हम अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ेंगे. यहाठमà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® लड़कों ने खà¥à¤¦ को बौदà¥à¤§ बताकर उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने à¤à¤¾à¤‚से में लिया. शादी के बाद लड़कियों को पता चलता है की वे मà¥à¤¸à¥à¤²à¤¿à¤® हैं. इसके बाद समà¤à¥‹à¤¤à¥‡ और पछतावे के अलावा कà¥à¤¯à¤¾ बचता है, 2003 से अब तक यहां पर 45 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया और हमेशा की तरह दावा यही किया गया कि उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ अपनी इचà¥à¤›à¤¾ से किया है. जब केरल, बंगाल और उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ से लव जिहाद की खबरें आ रही हैं कि पापà¥à¤²à¤° फà¥à¤°à¤‚ट आफ इंडिया के लोग हिनà¥à¤¦à¥‚ और ईसाई व मतो की लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बना रहे हैं. सà¥à¤ªà¥à¤°à¥€à¤® कोरà¥à¤Ÿ के दखल के बाद अब इस मामले की जांच à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ को सौंपी गयी है. à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤ ने अपनी शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤à¥€ जांच में इन आरोपों को सही पाया है और अब केनà¥à¤¦à¥à¤° सरकार पापà¥à¤²à¤° फà¥à¤°à¤‚ट आफ इंडिया और उससे जà¥à¥œà¥‡ संगठनों को बैन करने की तैयारी कर रहा है.
हलांकि इन घटनाओं पर पूरà¥à¤µ की à¤à¤¾à¤‚ति राजनीति होगी और राजनीति का à¤à¤• धडा इस कथित अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ की ढाल बनकर खड़ा दिखाई देगा. लेकिन शायद अलà¥à¤ªà¤¸à¤‚खà¥à¤¯à¤• कौन होते है कैसे होते है यह बात इराक का यजीदी समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ और पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ के हिनà¥à¤¦à¥‚ समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ से बेहतर कौन जान सकता है. लेकिन पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पूजक, बौदà¥à¤§ तंतà¥à¤° तथा बौदà¥à¤§ मत को मानने वाला यह समà¥à¤¦à¤¾à¤¯ ह न तो घृणा फैलाने में विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ रखते हैं और न हिंसा के समरà¥à¤¥à¤• हैं, लेकिन कब तक मौन रहकर सारी हिंसा और अतà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤° को à¤à¥‡à¤²à¤¤à¥‡ रह सकते हैं?
-राजीव चौधरी
ALL COMMENTS (0)