लोग इस तसà¥à¤µà¥€à¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेंगे
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Vinay AryaDate
12-Sep-2019Category
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RajeevUpload Date
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मिशन चंदà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¨ 2 चंदà¥à¤°à¤®à¤¾ की सतह से महज लगà¤à¤— जब दो किलोमीटर की दूरी पर था उसका à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सà¥à¤ªà¥‡à¤¸ à¤à¤œà¥‡à¤‚सी इसरो से समà¥à¤ªà¤°à¥à¤• टूट गया। करीब गà¥à¤¯à¤¾à¤°à¤¹ वरà¥à¤· के रात-दिन मेहनत करोड़ों रूपये की लागत और करोड़ों देशवासियों का सपना à¤à¥€ इसी के साथ मानो टूट गया। देश के हजारों वैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• इस से कà¥à¤› पल को मायूस à¤à¥€ हो गये। मायूसी के इस माहौल में देश के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ का बेगलà¥à¤°à¥ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ इसरो के मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पहà¥à¤‚चना और इसरो चीफ को गले लगाकर उनकी पीठथपथापाने वाला पल बेहद à¤à¤¾à¤µà¥à¤• कर देना वाला था।
कà¥à¤› लोग à¤à¤²à¥‡ ही इस तसà¥à¤µà¥€à¤° को राजनीती से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ मान रहे हो लेकिन इसे राजनीती के बजाय à¤à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ के तौर पर à¤à¥€ देखा जा सकता है। बलà¥à¤•à¤¿ ये कहिये कि इसे नैतिक शिकà¥à¤·à¤¾ में à¤à¤• अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ के रूप में सà¥à¤•à¥‚लों में जोड़ा जाना चाहिà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ है जिसकी हम à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ को अनेकों मौकों पर जरूरत महसूस होती है। हम चाहें तो इस तसà¥à¤µà¥€à¤° को जीवन में उतार सकते है। हमारे रोजमरà¥à¤°à¤¾ के जीवन में à¤à¥€ कई बार à¤à¤¸à¥‡ पल आते है जब हम खà¥à¤¦ को कमजोर महसूस करते है। तब हम सोचते है काश कोई हो जो हमें गले से लगाकर कह दे, कà¥à¤› नहीं निराश या मायूस मत हो, होसला मत तोड़ सब कà¥à¤› सही होगा। देख मैं खड़ा हूठना तेरे साथ।
केवल हम ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हमारे परिवार समाज में à¤à¥€ अनेकों à¤à¤¸à¥€ घटनाà¤à¤ सामने आती है जब कोई खà¥à¤¦ को अकेला महसूस कर कई बार गलत कदम à¤à¥€ उठा लेते है। इसलिठइस तसà¥à¤µà¥€à¤° को केवल राजनीति तक ही सीमित नहीं रखा जाना चाहिठबलà¥à¤•à¤¿ खेल, कला और शिकà¥à¤·à¤¾ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में जोड़ कर देख सकते है। सà¥à¤•à¥‚ल में शिकà¥à¤·à¤• और परिवार में अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• इससे सीख सकते हैं। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जब हमारे देश में कोई à¤à¤• बचà¥à¤šà¤¾ मेहनत करने के बावजूद à¤à¥€ खेल, कला या परीकà¥à¤·à¤¾ में कम अंक लाता है तो घर में अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• उसे ताने देते है। उसे पड़ोसियों के बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के उदाहरण दिठजाते है। यह हमारे देश का à¤à¤• रिवाज सा बन गया है कि अनेकों मौकों पर हम ही अपने बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ का मनोबल तोड़ देते है। à¤à¤• किसà¥à¤® से कहे तो à¤à¤• नासमà¤à¥€ के कारण कई बार बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ और यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को शारीरिक और मानसिक यातना के दौर से गà¥à¤œà¤°à¤¨à¤¾ पड़ता है।
विरले ही कोई माता-पिता या शिकà¥à¤·à¤• à¤à¤¸à¥‡ होते है जो उन पलों में उसे à¤à¤¸à¥‡ गले लगाकर कहते हो कि कोई बात नहीं बेटे तà¥à¤®à¤¨à¥‡ अचà¥à¤›à¥€ मेहनत की आगे और बेहतर करने की कोशिश करना। अà¤à¥€ कà¥à¤› दिनों पहले मैं राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के कोटा शहर की à¤à¤• खबर पॠरहा था कि जनवरी 2019 से मारà¥à¤š तक यानि तीन महीनों के अनà¥à¤¦à¤° ही वहां के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कोचिंग संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में तैयारी कर रहे 19 छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ कर चà¥à¤•à¥‡ हैं।
सà¤à¥€ जानते है कि इंजीनियर और डॉकà¥à¤Ÿà¤° बनने का रासà¥à¤¤à¤¾ कोटा होकर जाता है। इसीलिठदेश à¤à¤° से छातà¥à¤° कोटा में इन पाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में पà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ की तैयारी के लिठकोटा पहà¥à¤‚चते है। हर साल लगà¤à¤— डेॠसे दो लाख छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ कोटा का रà¥à¤– करते है। कोटा शहर के हर चौक-चौराहों पर छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की सफलता के बड़े-बड़े होरà¥à¤¡à¤¿à¤—à¥à¤¸ बताते हैं कि कोटा में कोचिंग ही सब कà¥à¤› है। यह हकीकत है कि कोटा में सफलता का सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤• तीस फीसदी से ऊपर रहता है और इंजीनियरिंग और मेडिकल की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—ी परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं में टॉप10 में से कम से पांच छातà¥à¤° कोटा के ही रहते हैं। लेकिन कोटा का à¤à¤• और सच à¤à¥€ है जो बेहद à¤à¤¯à¤¾à¤µà¤¹ है। à¤à¤• बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ उन छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ की à¤à¥€ है जो नाकाम हो जाते हैं और उनमें से कà¥à¤› à¤à¤¸à¥‡ होते हैं जो अपनी असफलता बरà¥à¤¦à¤¾à¤¶à¥à¤¤ नहीं कर पाते।
आंकड़े उठाकर कर देखें तो साल 2018 में 19 छातà¥à¤°, 2017 में सात छातà¥à¤°, 2016 में 18 छातà¥à¤° और 2015 में 31 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने मौत को गले लगा लिया। वरà¥à¤· 2014 में कोटा में 45 छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ ने आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ की थी, जो 2013 की अपेकà¥à¤·à¤¾ लगà¤à¤— 61.3 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ थी।
इसमें केवल कोटा शहर ही कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ इसके अलावा à¤à¥€ देश में सीबीà¤à¤¸à¤ˆ या अनà¥à¤¯ केनà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤¯ बोरà¥à¤¡ के अलावा राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ के माधà¥à¤¯à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ बोरà¥à¤¡ के दसवीं बारहवी के नतीजे आने के बाद हर वरà¥à¤· देश में शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ और अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤•à¥‹ की फटकार के कारण न जाने कितने किशोर छातà¥à¤°-छातà¥à¤°à¤à¤‚ घबराकर, डरकर या अनà¥à¤¯ किसी अवसाद के कारण आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ का रासà¥à¤¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¤à¥‡ है।
देखा जाà¤à¤ तो केवल शिकà¥à¤·à¤¾ ही नहीं वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° और खेल जगत में à¤à¥€ कई होनहार यà¥à¤µà¤¾ असफलता के à¤à¤¯ और फटकार के कारण आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ जैसे रासà¥à¤¤à¥‡ को चà¥à¤¨ लेते है। जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दूर जाने की जरूरत नहीं अà¤à¥€ हाल में सीसीडी के मालिक सिदà¥à¤§à¤¾à¤°à¥à¤¥ हेगड़े ने इतने बड़े मà¥à¤•à¤¾à¤® पर पहà¥à¤‚चकर आतà¥à¤®à¤¹à¤¤à¥à¤¯à¤¾ का रासà¥à¤¤à¤¾ चà¥à¤¨ लिया। मेरा मानना है à¤à¤¸à¥‡ पलों में यदि अपने लोग गले लगाकर उनका होसला बà¥à¤¾à¤à¤‚ और पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करें तो निसंदेह उनकी कारà¥à¤¯à¤¶à¥ˆà¤²à¥€ में परिणाम अचà¥à¤›à¥‡ आयेंगे। शायद लोग इस तसà¥à¤µà¥€à¤° से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ लेंगे और आने वाले समय में इन à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• पलों का उपयोग अपने परिवार सà¥à¤•à¥‚ल और समाज में à¤à¤• दूसरे को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठकरेंगे।
विनय आरà¥à¤¯
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