अगर जयशà¥à¤°à¥€ आसिफा होती तो शोर मच जाता
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Rajeev ChoudharyDate
14-May-2020Category
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अगर जयशà¥à¤°à¥€ आसिफा होती तो शोर मच जाता पर अब खामोशी है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उसका नाम जयशà¥à¤°à¥€ है. जयशà¥à¤°à¥€ का मामला फिलà¥à¤®à¥€ जगत, पतà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤¤à¤¾ और राजनीति से जà¥à¥œà¥‡ लोगों की कमीज पर आरोपों की बौछारें छोड़ रहा है। महज मीटू अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ में कई लोगों को इसà¥à¤¤à¥€à¤«à¤¾ देना पड़ता हिया और कà¥à¤› को सोशल मीडिया टà¥à¤°à¤¾à¤¯à¤² का सामना करना पड़ा किनà¥à¤¤à¥ आज जयशà¥à¤°à¥€ के मामले में सिरà¥à¤« जाà¤à¤š के नाम पर लीपापोती काम जारी है।
मासूमियत और दरिंदगी कैसी दिखती हैं जयशà¥à¤°à¥€ की दोनों फोटो बताने के लिठकाफी है। मैंने à¤à¤• तसà¥à¤µà¥€à¤° में उस बचà¥à¤šà¥€ की मासूमियत देखी और दूसरा में कà¥à¤·à¤¤-विकà¥à¤·à¤¤ शव देखा जिसमें उसे राजनितिक कीड़ों ने खाया है।
14 साल की जयशà¥à¤°à¥€ तमिलनाडू के विलà¥à¤²à¥à¤ªà¥à¤°à¤® जिले से थी। घर पर अकेली थी उसी समय उसके घर सतà¥à¤¤à¤¾à¤§à¤¾à¤°à¥€ (à¤à¤†à¤ˆà¤à¤¡à¥€à¤à¤®à¤•à¥‡) ऑल इंडिया अनà¥à¤¨à¤¾ दà¥à¤°à¤µà¤¿à¥œ मà¥à¤¨à¥‡à¤¤à¥à¤° कषगम पारà¥à¤Ÿà¥€ के दो सदसà¥à¤¯ आये और जयशà¥à¤°à¥€ के हाथ, पैर बांधकर और उसके मà¥à¤‚ह में कपडा ठूसकर उसे आग के हवाले कर दिया। बंधे मà¥à¤‚ह से वो बचà¥à¤šà¥€ चीख à¤à¥€ नहीं सकी होगी। 95 फीसदी जली जयशà¥à¤°à¥€ की चीखें उसके मौत के साथ उसके अनà¥à¤¦à¤° घà¥à¤Ÿà¤•à¤° रह गयी और अब आरोपी शान से कह रहे है कि उसके पिता जयपाल के साथ उसकी पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ होने के कारण उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने à¤à¤¸à¤¾ किया।
तमिलनाडॠमें हà¥à¤ जघनà¥à¤¯ अपराध को राजनितिक दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ बताया जा रहा है, लेकिन इससे पहले à¤à¥€ वहां à¤à¤¸à¤¾ हो चूका है। जयललिता वाली पारà¥à¤Ÿà¥€ à¤à¤†à¤ˆà¤à¤¡à¥€à¤à¤®à¤•à¥‡ के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ छातà¥à¤°à¤¾ को जिंदा जलाने का यह दूसरा मामला है। इससे पहले साल 2000 में ऑल इंडिया अनà¥à¤¨à¤¾ दà¥à¤°à¤µà¤¿à¥œ मà¥à¤¨à¥‡à¤¤à¥à¤° कषगम के सदसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ धरà¥à¤®à¤ªà¥à¤°à¥€ में à¤à¤• बस में आग लगा दी गई थी, जिसमें तमिलनाडॠकृषि विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में पà¥à¤¨à¥‡ वाले तीन छातà¥à¤°à¤¾à¤à¤‚ जिंदा जल गई थीं।
कà¥à¤› समय पहले की घटना है हैदराबाद में à¤à¤• पशॠचिकितà¥à¤¸à¤• डॉ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का रेडà¥à¤¡à¥€ के साथ à¤à¤¸à¤¾ हैवानियत à¤à¤°à¤¾ अपराध हà¥à¤† था हालाà¤à¤•à¤¿ वह राजनीती से पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤¿à¤¤ नहीं था लेकिन हà¥à¤† तो था जिसके कà¥à¤› दिन बाद ही सà¤à¥€ हतà¥à¤¯à¤¾à¤°à¥‡ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ मà¥à¤ à¤à¥‡à¥œ में मार गिराठगये थे। तब देश à¤à¤° में हैदराबाद à¤à¤¨à¤•à¤¾à¤‰à¤‚टर पर खà¥à¤¶à¥€ मनाई गयी थी। इस जशà¥à¤¨ में आम देशवासियों के साथ देश à¤à¤° के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दलों के नेता शामिल हà¥à¤ थे। सबने मिलकर इसे पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का के साथ हà¥à¤ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ पर नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ करार दिया था। इस à¤à¤¨à¤•à¤¾à¤‰à¤‚टर से à¤à¤• बात साबित हà¥à¤ˆ थी कि अब जनता का सतà¥à¤¤à¤¾ और कानून से विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ उठगया है और वह फटाफट नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ से खà¥à¤¶ थी और à¤à¤¸à¥‡ हर à¤à¤• अपराध के लिठà¤à¤¸à¥‡ ही नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चाहती है।
लेकिन आज à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› नहीं है मासूम जयशà¥à¤°à¥€ की दरà¥à¤¦ पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का से कम नहीं है, लेकिन आज राजनीती मौन है। जिस तरह जयशà¥à¤°à¥€ को अपने पिता की राजनितिक दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ की कीमत उसे चà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥€ पड़ी उसके लिठà¤à¤¸à¥‡ नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की मांग नहीं सà¥à¤¨à¤¾à¤ˆ दे रही है।
कà¥à¤¯à¤¾ कारण है जब देश की जनता ने सड़क पर नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ चाहने का मन बना ही लिया है तो फिर नेता और राजनितिक दल कà¥à¤¯à¤¾ देखने.? सिरà¥à¤« नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ की मांग करें? लेकिन à¤à¤¸à¤¾ नहीं होता और लोग राजनितिक दलों के बीच फंस जाते है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि लोग राजनितिक दलों में बंटे हà¥à¤ है शायद यही कारण है कि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¥œà¤¨à¤¾ की शिकार हà¥à¤ˆà¤‚ महिलाओं को नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ दिलाने में जनता इतनी उगà¥à¤° नहीं होती जितनी सामाजिक सà¥à¤¤à¤° पर हà¥à¤ अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ में होती है। जबकि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ राजनीतिक दलों में à¤à¥‚खे à¤à¥‡à¥œà¤¿à¤¯à¥‡à¤‚ बैठे हैं, उनके खिलाफ सड़कों पर उतरकर जनता कà¤à¥€ मोरà¥à¤šà¤¾ नहीं खोलती. दामिनी निरà¥à¤à¤¯à¤¾ के चार दोषियों को सजा देने से अपराध समापà¥à¤¤ नहीं होगा।
आज जनता को समà¤à¤¨à¥‡ की जरूरत है कि महिलाओं के साथ अपराध के सबसे अधिक मामले राजनीतिक दलों से जà¥à¥œà¥‡ नेताओं पर हैं। जमीनी हकीकत यह है कि महिलाओं के साथ होने वाले अधिकतर अपराधों में या तो राजनीतिक दलों से जà¥à¥œà¥‡ नेता सीधे सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ होते हैं या फिर उनसे संपरà¥à¤• रखने वाला वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ इस तरह का अपराध करता है।
पिछले कà¥à¤› समय में ही देख लीजिये उनà¥à¤¨à¤¾à¤µ के विधायक कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª सेंगर ने à¤à¤• नाबालिग लड़की के साथ रेप और उसके पूरे परिवार के साथ जो जà¥à¤²à¥à¤® ढाठवह सब राजनितिक दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥€ का ही परिणाम था। लेकिन फिर à¤à¥€ बहà¥à¤¤ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में लोग बैनर लिठखड़े थे कि हमारा विधायक निरà¥à¤¦à¥‹à¤· है।
हालाà¤à¤•à¤¿ आज कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª सेंगर जेल में अपने किये की सजा à¤à¥à¤—त रहा है लेकिन बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में राजनितिक दलों से जà¥à¥œà¥‡ अपराधी खà¥à¤²à¥‡à¤‚ घूम रहे है। देश के 48 सांसद और विधायकों पर महिलाओं के होने वाले अपराध के केस दरà¥à¤œ हैं।
यही नही à¤à¤¸à¥‹à¤¸à¤¿à¤à¤¶à¤¨ फार डेमोकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤• रिफारà¥à¤® (à¤à¤¡à¥€à¤†à¤°) ने पिछले दिनों à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ जारी की थी रिपोरà¥à¤Ÿ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• देश के 33 फीसदी यानी 1580 सांसद-विधायक à¤à¤¸à¥‡ हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दरà¥à¤œ हैं। इनमें से 48 महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपी हैं, जिनमें 45 विधायक और तीन सांसद हैं। इन जनपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ पर महिला उतà¥à¤ªà¥€à¥œà¤¨, अगवा करने, शादी के लिठदबाव डालने, बलातà¥à¤•à¤¾à¤°, घरेलू हिंसा और मानव तसà¥à¤•à¤°à¥€ जैसे अपराध दरà¥à¤œ हैं।
à¤à¤¸à¤¾ à¤à¥€ नहीं है कि यह रिपोरà¥à¤Ÿ विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ थानों से à¤à¤•à¤¤à¥à¤° की गई है. यह रिपोरà¥à¤Ÿ देश के कà¥à¤² 4845 जनपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ à¤à¤«à¤¿à¤¡à¥‡à¤µà¤¿à¤Ÿ के विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£ पर आधारित है। इसमें कà¥à¤² 776 सांसदों में से 768 सांसद और 4120 विधायकों में से 4077 विधायकों के हलफनामे हैं।
अब अगर राजà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤° देखें तो महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° के सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ 12 सांसद और विधायक आरोपी हैं. इसके बाद पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल के 11, ओडिशा और आंधà¥à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के पांच-पांच जनपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿ महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में शामिल हैं। इस रिपोरà¥à¤Ÿ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• पिछले पांच साल में रेप के आरोपी 28 नेताओं को विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ दलों ने टिकट दिये हैं।
रेप के आरोपी 14 नेताओं ने निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ लोकसà¤à¤¾, राजà¥à¤¯à¤¸à¤à¤¾ और विधानसà¤à¤¾ के चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़े. वहीं पिछले पांच साल में महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के दागी 327 को टिकट मिला और 118 à¤à¤¸à¥‡ नेताओं ने निरà¥à¤¦à¤²à¥€à¤¯ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ लड़ा। गत पांच साल में महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोपी 47 नेताओं को à¤à¤¾à¤œà¤ªà¤¾ ने और 35 को बसपा ने टिकट दिया है. कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने 24 को टिकट दिया है।
à¤à¤¸à¥‡ में पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ उठता है कि जो राजनीतिक दल हैदराबाद à¤à¤¨à¤•à¤¾à¤‰à¤‚टर पर खà¥à¤¶ हो रहे थे या फिर जनता की सहानà¥à¤à¥‚ति बटोरने की कोशिश कर रहे थे। कà¥à¤¯à¤¾ वे अपने ही पारà¥à¤Ÿà¥€ के रेप हतà¥à¤¯à¤¾ के आरोपी नेताओं का à¤à¤¨à¤•à¤¾à¤‰à¤‚टर कराने का दम रखते हैं. जवाब न ही आà¤à¤—ा।
पॉवर और रà¥à¤¤à¤¬à¤¾ लेकर बैठे पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ लोगों के खिलाफ जब तक इस तरह का अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ नहीं छेड़ा जाà¤à¤—ा। पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ और रà¥à¤¤à¤¬à¥‡ वाले अपराधियों का à¤à¤¨à¤•à¤¾à¤‰à¤‚टर नहीं होगा तब तक इस तरह के मामले नहीं रà¥à¤•à¤¨à¥‡ वाले हैं। महिलाओं के साथ अपराध करने वाले नेता हर दल में मौजूद हैं. वह बात दूसरी है कि ये लोग समय देखकर मेढक की तरह अपना रंग बदल लेते हैं।
यदि वासà¥à¤¤à¤µ में समाज की गंदगी दूर करनी है तो ऊपर से करनी होगी जो पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ लोग अपनी पॉवर और रà¥à¤¤à¤¬à¥‡ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करके बहू बेटियों की इजà¥à¤œà¤¤ से खिलवाड़ करते हैं, उनके खिलाफ मोरà¥à¤šà¤¾ खोलने की जरूरत है। राजनीतिक ही नहीं किसी सरकारी या निजी कारà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का à¤à¥€ सरà¥à¤µà¥‡ कर लिया जाठतो वहां से ही सब माजरा समठमें आ जाà¤à¤—ा। लेकिन राजनितिक और सरकारी अपराधी बच जाते है और जयशà¥à¤°à¥€ जैसी मासूम बचà¥à¤šà¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ इतिहास बन जाती है।
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