145th Sharvani Upakarm Ved Prachar Saptah ev Purohit Parshikshan Shivir

18 Aug 2022
India
आरय समाज टाऊनहाल रोड

आर्य समाज मंदिर (रजि.) टाउन हॉल रोड शाहजहाँपुर उ.प्र. के 12 अगस्त से 18 अगस्त तक चले श्रावणी उपाकर्म / वेद प्रचार सप्ताह एवं पुरोहित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया | जिसमें दिल्ली से पधारे मुख्य वक्ता आचार्य यशवीर सिंह आर्य ने अपने उद्बबोधन में कहा कि आज समाज में लगातार विघटन हो रहा है और घर परिवार प्रदेश और देश, कोई भी जगह नहीं बची है जहाँ पर विघटन नहीं है? इस विघटन का मूल कारण है कि हम अपनी प्राचीन संस्कृति, संस्कारों और परम्पराओं को छोड़कर पाश्चात्य सभ्यता के अनुगामी हो गए हैं, आजकल हमारे घरों से संध्या, उपासना हवन-पूजन यज्ञ वेदों के ज्ञान का प्रचार-प्रसार के सभी कार्यक्रम बन्द हो गए हैं, और आज का युवा पाखंड और गुरूडम में फँसा हुआ है, इसलिए लोगों को अपनी और परिवार की उन्नति के लिए आर्य समाज  से जुड़ना चाहिए और आर्य समाज के माध्यम से  वेदों हवन-पूजन यज्ञ संध्या उपासना करने का श्रम करना चाहिए जिससे घर परिवार में उन्नति एवं प्रदेश एवं देश में सुख समृद्धि और पर्यावरण को सरंक्षण प्राप्त होता है। बदायूं निवासी विद्वान आर्य भ़जनोपदेशक उदय राज जी ने अपने भजनोंपदेश के माध्यम से ओज पूर्ण भजन करते हुए कहा कि राष्ट्र रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों की यह धरती है जिसमें आर्य समाज मंदिर में रहते हुए स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में काकोरी कांड के मुख्य नायक पंडित राम प्रसाद विस्मिल, अशफ़ाक उल्ला खां जैसे लोगों ने आज़ादी का विगुल फूंकने का कार्य किया था, उसी तरह से आज के युवाओं को भी राष्ट्र रक्षा के लिए आगे आने की आवश्यकता है क्योंकि राष्ट्र रहेगा तो हम सभी सुरक्षित रह सकेंगे। एक सप्ताह चले श्रावणी उपाकर्म कार्यक्रम /वेद प्रचार सप्ताह एवं पुरोहित प्रशिक्षण शिविर के आयोजन में जितेन्द्र नाथ आर्य प्रधान, भुवनेश कुमार आर्य मंत्री, नरेन्द्र कुमार आर्य उप प्रधान, वेद पाल सिंह आर्य कोषाध्यक्ष, बलवीर शास्त्री उप प्रधान, विजयलक्ष्मी आर्या, लक्ष्मी आर्या, सविता मिढ्ढा, लता सिंह, सुनीता सिंह,आशा गुप्ता, निशा गुप्ता, सरोज गुप्ता, भामती आर्या, कुसुम आर्या, प्रेमलता आर्या, वर्णिका गुप्ता, रमावती, गीता सिंह, राम बहादुर शास्त्री, विमलेश कुमार सिंह, राम शंकर शास्त्री, स्वप्नजीत सिंह आर्य, शिशुभान सिंह, नरेन्द्र कुमार मिढ्ढा, देवेन्द्र कुमार मिढ्ढा, राम प्रकाश यादव, संजय गुप्ता, गिरीश गुप्ता, सर्वेश्वरानन्द आर्य, जीत राम वर्मा, राम चन्द्र सिंह आर्य, उमाशंकर आर्य, रामवीर आर्य आदि उपस्थित रहे एवं सात लोगों को पुरोहित बनने का प्रशिक्षण दिया गया

Shri Krishan Janmashtmi Parv

Gayatri Mahayagya