: Pt buddhadeva
: Brahmcharya
: Single
: Dead
: 06-03-1954
: Zarif Nagar Badayun Uttar Pradesh
: 29-11-2013
: Hardua Ganj River
: Murder

Father :

Shri Girvah Singh

Mother :

Shrimati Ram Shree Devi

 à¤¡à¥‰. हरिवीरसिंह आचारय (पं. बदधदेव)

     आपका जन‍म ६ मारच १९५४ का उ. पर. में बदाय जिले के जरीफनगर गराम में शरी गिरवहसिंह वं शरीमती रामशरी देवी के घर हआ।

      आपकी शिखा गराम की पराथमिक पाठशाला में परारंभ हई। बी.स-सी. के मध‍य में सन १९७४ में राजकीय पोलीटेक‍निक मरादाबाद में अभियान‍तरिकी परशिकषण पराप‍त किया। ३-४ वरष वैदिक धरम की पस‍तकों का स‍वाध‍याय किया। उसके उपरान‍त २४ अगस‍त सन १९७९ में शरी सरवदानन‍द संस‍कृत महाविदयालय में आपने कछ वरष संस‍कृत का अध‍ययन किया। सम‍पूरणानन‍द विश‍वविदयालय से १९८८ में आचारय की परीकषा उततीरणकी। १९९५ में पी-च.डी. की उपाधि पराप‍त की।

      शरी सरवदानन‍द सं.म.वि. साधआशरम में १९९२ से आप निष‍ठा व ईमानदारी के साथ पराचारय पद पर कारय कर रहें थे ।

      आपकी अभिरचि वैदिक धरम के परचार परसार में था । उसके लिये आपका शेष समय यजञ, महायजञों के कराने वं यतर-ततर उपदेश, परवचन देने में ही व‍यतीत होता था । नैष‍ठिक जीवन यापन करते ह वैदिक धरम का परचार-परसार करना योगाभ‍यास करना तथा अनपलब‍ध गरन‍थों का लेखन कारय आपका संकल‍प था । संसकृत महाविदयालय के पराचारय आरय जगत के परसिदद मनीषी विदवान संसकृत वयाकरण के उदभट विदवान गरकल संसकृत महाविदयालय साध आशरम हरदआगंज अलीगढ {उ.पर.} के पराचारय डॉ.हरवीर सिंह     {आचारय            बदधदेव की    हतया 
 à¤—रकल की भूमि को हथियाने के लिये दषटों ने की ।


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