: Pt. Laxmidutt Dixit
: Sanyas
: Married
: Dead
: 20-06-1914
: Askaripur, Bijnore

Spouse :

Shrimati Shakuntala Devi

आरयसमाज के परख‍यात विदवान, लेखक, विचारक तथा शिकषाशास‍तरी स‍वामी विदयानन‍द सरस‍वती ने सन १९४४ में आरयकेन‍दरीय सभा दिल‍ली की स‍थापना की तथा समस‍त आरयसमाजों को क सूतर में पिरोया। सन १९५६ तक आप इस संस‍था के मंतरी रहे। बाद में भी अनेक वरषों तक उपपरधान वं अन‍तरंग सदस‍य रहे। सन १९४७ से १९५२ तक आप सारवदेशिक आरयपरतिनिधि सभा के संयक‍त मन‍तरी रहे। इसी परकार आप आरयपरतिनिधि सभा उततरपरदेश, पंजाब तथा हरियाणा की अन‍तरंग सभाओं के सदस‍य भी रहे।

 

      आरयसमाज दवारा समय-समय पर चलाये गये आन‍दोलनों में भी आपने भाग लिया। सन १९३९ में आपने हैदराबाद सत‍यागरह में भाग लेने के लि सेवा से त‍यागपतर दिया और विवाह को स‍थगित कर सत‍यागरह में भाग लिया तथा कारावास की यातनां सहन की। सन १९४४ में सत‍यारथपरकाश रकषा समिति दिल‍ली के मन‍तरी निरवाचित ह। १९५६ में पंजाब में चलाये गये, हिन‍दी-रकषा आन‍दोलन के संचालनारथ नियक‍त केन‍दरीय संघरष समिति तथा पंजाब-हिन‍दी-रकषा समिति के आप सकरिय सदस‍य रहे।


Photo Gallery